चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सुश्री च्यांगय्वू ने 12 तारीख को पेइचिंग में कहा कि चीन की आशा है कि अंतरारष्ट्रीय समुदाय तिब्बत सवाल को लेकर चीन सरकार के रूख का समादर व समर्थन करेगा ।
रिपोर्ट के अनुसार लिथुआनिया के कुछेक सासंदों ने हाल में दलाई लामा का समर्थन करने पर बयान दिया ।
इस बात को लेकर सुश्री च्यांगय्वू ने कहा कि चीन और दलाई लामा के बीच अंतरविरोध जातीय अंतरविरोध कतई नहीं है और न ही धर्म व मानवाधिकार सवाल का है, वह चीन की राजकीय प्रभुसत्ता व प्रादेशिक अखंडता से संबंधित महत्वपूर्ण सवाल है । इन सवालों पर चीन सरकार और चीनी जनता किसी भी बाह्य दबाव के सामने अपना सिर नहीं झुकाएगी ।
सुश्री च्यांगय्वू ने कहा कि चीन सरकार जातीय क्षेत्रीय स्वशासन व्यवस्था को लगातार संपूर्ण करेगी और तिब्बत तथा अन्य तिब्बती बहुल क्षेत्रों के सामाजिक व आर्थिक विकास का समर्थन करती रहेगी , साथ ही तिब्बत व अन्य तिब्बत बहुल क्षेत्रों की स्थिरता को बनाए रखने तथा विभिन्न जातियों की जनता के मूल हितों की गारंटी करने के लिए जबरदस्त कदम उठाएगी । चीन की आशा है कि अंतरारष्ट्रीय समुदाय चीन सरकार की देश की राजकीय प्रभुसत्ता व प्रादेशिक अखंडता तथा तिब्बत की विभिन्न जातियों की जनता समेत चीनी जनता के मूल हितों को बनाए रखने की कोशिशों का समर्थन कर सकेगा ।
उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में तिब्बत की स्थिति स्थिर है । चीन सरकार अच्छी तरह अपने मामले से अच्छी तरह निपटने में सक्षम है और संकल्पबद्ध भी है। (श्याओ थांग)