2009-02-12 16:43:00

चीन व सऊदी अरब दोनों देशों की जनता की भलाई के लिये सहयोग मजबूत करेंगे

दोसतो , 11 फरवरी को चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ की सऊदी अरब की राजकीय यात्रा दूसरे दिन में प्रविष्ट हुई । राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने उसी दिन चीनी उपक्रमों व वैज्ञानिक अनुसंधान संस्था और सऊदी अरब के बीच सहयोग परियोजना का दौरा किया ।

सऊदी अरब के स्थानीय समय के अनुसार 11 फरवरी की सुबह श्री हू चिन थाओ अपने दल के साथ पश्चिम रियाद से 75 किलोमीटर दूर स्थित रियाद सीमेंत कम्पनी के सीमेंट कारखाने देखने गये । यह कारखाना चीनी सिनोमा इंटरनेशनल इंजीनियरिंग लिमिटेड कम्पनी की सहायता में निर्मित हुआ है । केंद्रीय नियंत्रित कक्ष में श्री हू चिन थाओ ने उत्पादन लाइन के बारे में तफसील से पूछताछ की ।

मध्य पूर्वी देशों में आवश्यक सीमेंट जैसी अधिकतर भवन निर्माण सामग्री विदेशों से आयात पर निर्भर है , सऊदी अरब समेत विभिन्न मध्य पूर्वी देश अपनी स्वतंत्र उत्पादन क्षमता की उन्नति को अत्यंत महत्व देते हैं । जबकि विश्व समुन्नत तकनीक स्तरीय चीनी सिनोमा इंटरनेशनल इंजीनियरिंग लिमिटेड कम्पनी ने वर्तमान में सऊदी अरब के साथ सात सीमेंट उत्पादन परियोजनाओं पर अनुबंध संपन्न किये हैं , जिन में पांच सीमेंट उत्पादन परियोजनाओं का उद्घाटन भी हो चुका है । उक्त सभी उत्पादन परियोजनाओं के उद्धाटन के बाद उत्पादित सीमेंट सऊदी अरब के कुल सीमेंट का 40 प्रतिशत बनेगा । श्री हू चिन थाओ के साथ दौरे पर गये रियाद सीमेंट कम्पनी के सहायक जनरल मेनेजर सिद्दीक ने हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में चीनी सिनोमा इंटरनेशनल इंजीनियरिंग लिमिटेड कम्पनी के साथ सहयोग पर अत्यंत संतोष जताया और चीनी कर्मचारियों की मेहनत और कर्तव्यपरायणता की भूरि भूरि प्रशंसा की । 

उन का कहना है कि चीनी सिनोमा इंटरनेशनल इंजीनियरिंग लिमिटेड कम्पनी के साथ हमारा सहयोग बड़ा कामयाब रहा है । हमें सहयोग किये हुए चार साल हो गये हैं , दोनों पक्षों का सहयोग एक आदर्श मिसाल बन गया है । हम एक टीम की तरह काम में जुटे हुए हैं , यह सफल बनाने का सब से महत्वपूर्ण कारण ही है ।

इधर सालों में चीन व सऊदी अरब का सहयोग व्यापार , ऊर्जा , ठेका लेने वाली परियोजनाओं व पूंजी निवेश से जुड़ा ही नहीं , बल्कि वैज्ञानिक अनुसंधान से संबंधित भी है । उसी दिन श्री हू चिन थाओ ने चीन सऊदी खजूर जीन अनुसंधान योजना भी देखी ।

खजूर मध्य पूर्व व उत्तर अफ्रीकी क्षेत्र में सब से प्रमुख आर्थिक फसल है , जबकि सऊदी अरब में खजूर की पैदावार कुल विश्व पैदावार का 15 प्रतिशत बनती है । चीनी विज्ञान अकादमी के पेइचिंग जीन अनुसंधान प्रतिष्ठान और सऊदी अरब के बीच खजूर जीन अनुसंधान योजना सऊदी अरब सरकार से सहायता प्राप्त सब से विशाल प्राण वैज्ञानिक अनुसंधान मुद्दा है और अपने देश के प्राण विज्ञान व जैविक तकनीक उद्योग बढाने के लिये सऊदी अरब का एक रणनीतिक निर्णायक फैसला भी है । इस अनुसंधान योजना का उद्देश्य है कि खजूर के जीन के विश्लेषण के जरिये कीड़े मकोड़ों की विपतियों की रोकथाम की जाये और गुणता को सुधारकर खजूर की पैदावार को बढाया जाये ।

इस योजना के चीनी जिम्मेदार व्यक्ति चीनी विज्ञान अकादमी के पेइचिंग जीन अनुसंधान प्रतिष्ठान के उप प्रधान यू चुन ने श्री हू चिन थाओ से अवगत कराते हुए कहा हम दोनों पक्ष एक संयुक्त अनुसंधान प्रतिष्ठान की स्थापना करेंगे , यह दीर्घकालिक अनुसंधान शाला मुख्यतः सऊदी अरब के प्राण विज्ञान अनुसंधान का स्तर उन्नत कर देगा ।

श्री हू चिन थाओ ने चीनी वैज्ञानिकों की कोशिश की तारीफ बांधते हुए कहा  चीन व सऊदी अरब दोनों देशों की सरकारें विज्ञान व तकनीक कार्यों के विकास और इसी संदर्भ में दोनों देशों के सहयोग को बड़ा महत्व देती हैं । हमें उम्मीद है कि चीन व सऊदी अरब के वैज्ञानिक खजूर जीन का सहयोग करने में सफल होंगे ।