तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के अध्यक्ष छांगबा पुनछोग के परिचय के अनुसार 2008 में तिब्बत युवा निरक्षरता निवारण अभियान में सफल हो पाया है , जिस से सभी युवा पढे लिखे हो गये ।जब कि 50 साल पहले तिब्बत में निरक्षरता की दर 95 प्रतिशत थी।
2009 में तिब्बत में जनवादी सुधार लागू होने की 50वीं वर्षगांठ है। संबंधित आकड़ों के अनुसार वर्तमान में तिब्बती लोगों को शिक्षा की प्राप्ति के अधिकार की गारंटी मिली है और उन की शिक्षा का स्तर तेजी से बढ़ा है। 50 साल पहले सिर्फ कुलीनों के बच्चों को शिक्षा का अधिकार था।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार 1978 से 2008 तक चीनी केंद्रीय सरकार ने तिब्बत की शिक्षा के लिये 22 अरब य्वान जुटाये हैं। तिब्बत में प्राथमिक शिक्षा, विशेष शिक्षा समेत संपूर्ण आधुनिक जातीय शिक्षा व्यवस्था की स्थापना की गयी है।(रूपा)