2009-02-10 17:40:53

चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ की विदेश यात्रा शुरु

दोस्तो , दस फरवरी को चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिन थाओ विशेष विमान द्वारा पेइचिंग से सऊदी अरब , माली , सेनेगाल और ताजांनिया व मोरिशस की राजकीय यात्रा के लिये रवाना हुए । मौजूदा 8 दिवसीय पांच अफ्रीकी देशों की यात्रा चालू वर्ष में चीनी राष्ट्राध्यक्ष की प्रथम यात्रा ही है । 

वसंतोत्सव चीन का सब से महत्वपूर्ण परम्परागत त्यौहार है , इस के उपलक्ष में रिश्तेदारों व मित्रों से भेंट अत्यंत अहम गतिविधियों में से एक है । वसंतोत्सव की समाप्ति पर राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ जिन देशों की यात्रा पर जा रहे हैं , वे सब चीन के नये व पुराने दोस्त हैं । चीनी सहायक विदेश मंत्री चाई चुन ने हाल ही में संवाददाता के साथ बातचीत में उक्त पांच देशों के साथ चीनी संबंधों की भूरि भूरि प्रशंसा की है । मौजूदा यात्रा के उद्देश्य की चर्चा में उन्हों ने कहा उम्मीद है कि मौजूदा यात्रा के जरिये चीन व सऊदी अरब के रणनीतिक मैत्रीपूर्ण संबंध , चीनी व खाड़ी सहयोग कमेटी के सामूहिक सहयोग मजबूत होंगे और चीनी अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन के परिणामों को मूर्त रूप दिया जायेगा , चीनी व अफ्रीका के नये आकार वाले रणनीतिक साझेदार संबंध और उक्त देशों के मैत्रीपूर्ण सहयोग बढ़ाकार साझा विकास को सुदृढ़ किया जायेगा ।

सऊदी अरब श्री हू चिन थाओ की मौजूदा यात्रा का प्रथम पड़ाव है । हालांकि चीन व सऊदी अरब के बीच राजनयिक संबंध की स्थापना किये हुए मात्र दसेक साल हैं , पर दोनों देशों के संबंध का विकास काफी तेजी से हुआ है । अब चीन व सऊदी अरब के बीच रणनीतिक मैत्रीपूर्ण संबंध कामय हो चुका है । पिछले अनेक सालों में सऊदी अरब बराबर पश्चिमी अफ्रीका में चीन का प्रथम बड़ा व्यापार साझेदार है और चीन का सब से बड़ा तेल आयातित देश भी है । श्री चाई चुन ने ऊर्जा क्षेत्र में दोनों देशों के सहयोग का उल्लेख करते हुए आधारभूत संस्थापनों के निर्माण , शिक्षा , संस्कृति आदि के क्षेत्रों में दोनों देशों के सार्थक सहयोग पर भी जोर दिया है । साथ ही उन्हों ने यह संकेत भी दिया है कि श्री हू चिन थाओ सऊदी अरब में ठहरने के दौरान चीनी उपक्रम द्वारा निर्मित सीमेट परियोजना भी देखने जाएंगे ।

श्री चाई चुन ने कहा कि सऊदी अरब की यात्रा के दौरान श्री हू चिन थाओ खाड़ी सहयोग कमेटी के महा सचिव अट्टियाह के साथ भेंट में चीन व खाड़ी सहयोग कमेटी के बीच सामूहिक यहयोग पर विचारों का आदान प्रदान करेंगे ।

चीन अफ्रीका संबंध का विकास बराबर अत्यंत चर्चित है । अब यह एक अनियमित नियम बन गया है कि हर वर्ष में चीनी विदेश मंत्री सब से पहले अफ्रीकी देशों की यात्रा पर अवश्य ही जाते हैं । श्री हू चिन थाओ की मौजूदा यात्रा राष्ट्राध्यक्ष बनने के बाद अपनी चौथी अफ्रीकी देशों की यात्रा ही है । चीनी आधुनिक अंतर्राष्ट्रीय संबंध अनुसंधान प्रतिष्ठान के एशिया अफ्रीका अनुसंधातशाला के उप प्रधान श्री श्वी वी चुंग ने हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में कहा कि श्री हू चिन थाओ की मौजूदा यात्रा की चर्चा में कहा चालू वर्ष चीन अफ्रीका सहयोग मंच के परिणामों का सारांश विकालने वाला साल रहा है और अगले सत्र के चीन अफ्रीका सहयोग मंच की तैयारी करने वाला साल भी है , यह पहली ध्यान देने योग्य बात है । दूसरी ध्यान देने योग्य बात है कि वित्तीय संकट चीन व अफ्रीकी देशों समेत सभी देशों पर प्रभाव डालता है । ऐसी स्थिति में दोनों पक्षों के लिये वित्तीय संकट के मुकाबले के लिये दक्षिण दक्षिण सहयोग करना जरूरी है । तीसरी ध्यान देने योग बात यह है कि चीन व अफ्रीका सहयोग के दौरान नये सवालों के समाधान के लिये नये कदम उठाये जायेगे ।

चीनी सहायक विदेश मंत्री चाई चुन ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संकट से चीन अफ्रीका सहयोग पर जरूर प्रभाव पड़ा है , विशेषकर अफ्रीका में कुछ चीनी उपक्रम कठिन स्थिति में फंस गये हैं , चीन सरकार इस मामले को लेकर अफ्रीकी देशों के साथ सहयोग बढाने के लिये सिलसिलेवार कदम उठा रहा है , ताकि इन चुनौतियों का समान रूप से सामना किया जा सके ।

श्री एशिया अफ्रीका संबंध अनुसंधान शाला के उप प्रधान श्वी वई चुंग ने कहा कि विकासमान देशों के साथ सहयोग चीन के हित से मेल खाता है और विशाल विकासमान देशों के हितों के अनुकूल भी है । उन्हों ने कहा कि श्री हू चिन थाओ की मौजूदा अफ्रीकी देशों की यात्रा का भारी महत्व होगा ।

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