उत्तरी चीन के अनेक स्थानों में इस समय सूखा पड़ रहा है, सूखे से प्रभावित कृषि फसलों का क्षेत्रफल अब एक करोड़ हैक्टर तक पहुंचा। पांच फरवरी को चीन ने उच्चतम प्रथम श्रेणी का आपात सूखा मुकाबला व्यवस्था लागू की ,जो चीन के इतिहास में पहली बार लागू की गयी है। फिलहाल चीन के विभिन्न स्तरीय सरकारों ने सूखे का सामना करने के लिए प्रबल कदम उठाये है । विश्लेषकों का अनुमान है कि मौजूदा सूखे से चीन के ग्रीष्मकालीन अनाज उत्पादन पर असर पड़ेगा, लेकिन चीन की अनाज सुरक्षा पर खास प्रभाव नहीं होगा।
अब तक बहुत कम वर्षा होने तथा औसत तापमान सामान्य सालों से ऊंचा होने के कारण उत्तरी चीन के 12 प्रांत सूखे से ग्रस्त हुए। चीनी राष्ट्रीय मौसम ब्यूरो के मौसम भविष्यवाणी कार्यालय के प्रधान चांग फे छुन ने कहाः
मौजूदा सूखे का सामना करने के लिए चीनी केन्द्रीय सरकार ने विभिन्न स्तरों पर आपात सूखा मुकाबला व्यवस्था लागू की है, इस के साथ ही आपात तौर पर सूखा ग्रस्त क्षेत्रों को 30 करोड़ य्वान की सहायता दी और स्थानीय सरकारों से सक्रिय रूप से धनराशि जुटा कर सूखे के मुकाबला काम पर जोर देने की मांग की ,ताकि इस ग्रीष्मकालीन अनाज की पैदावार शानदार प्राप्त हो सके। राष्ट्रीय बाढ़ व सूखा मुकाबला हैडक्वार्टर ने भी सूचना जारी कर विभिन्न बड़े जलाश्यों से पानी निकाल कर नीचे बहाने की मांग की और सूखे से खड़ी फसलों की रक्षा करने की कोशिश की जाए।
चीन के सब से बड़े ग्रीष्मकालीन अनाज उत्पादक क्षेत्र यानी हनान प्रांत में स्थानीय सरकार ने जल संसाधन का अच्छा इंतजाम करते हुए सभी सिंचाई साधनों को काम में लगाया और दस दिन के भीतर 47 लाख हैक्टर के गैहूं खेतों को पूरी तरह सिंचित करने की कोशिश की । हनान प्रांत के सांगछ्यु शहर के किसान चांग पोह्वा ने कहाः
मौसम भविष्यवाणी के अनुसार आने वाले दिनों में बारिश नहीं होगी, हम ठीक समय पर गैहूं के खेतों को सिंचित कर रहे हैं ,ताकि गर्मियों की फसल अच्छी हो सके।
आंह्वी प्रांत के उत्तरी भाग में 16 लाख हैक्टर के गैहूं सूखे से प्रभावित हुए, जो प्रांत के कुल गैहूं खेतों का 70 प्रतिशत भाग है। प्रांतीय सरकार ने सूखे से निपटने के लिए 10 करोड़ युनिट बिजली सिंचाई के लिए सुरक्षित रखने का आदेश दिया और सूखा सहने वाली फसलों के पौधे खरीदने के लिए किसानों को 30 करोड़ य्वान की भत्ता प्रदान की । प्रांत सरकार के उप महा सचिव छङ चुंगछ्ये ने कहाः
आंह्वी प्रांत में 10 लाख हैक्टर खेतों को सिंचित किया जा चुका है ,जो सूखे से प्रभावित खेतों का 59.2 प्रतिशत बना है। 15 फरवरी तक प्रांत के सभी गैहूं खेतों को एक बार सिंचित किया जाएगा।
चीनी कृषि मंत्रालय के सर्वेक्षण के अनुसार 4 तारीख तक हनान और आंह्वी आदि 7 प्रमुख शीतकालीन गैहूं खेती प्रांतों में सूखे से ग्रस्त खेतों में से 48 लाख हैक्टर सिंचित किये जा चुके हैं ,जो तमाम सूखा ग्रस्त खेतों का 50 प्रतिशत हो गया है।
उत्तरी चीन में पड़े सूखे को लेकर कुछ लोगों में चीन की अनाज सुरक्षा पर चिंता उत्पन्न हुई। लेकिन कृषि विशेषज्ञ, चीनी समाज विज्ञान अकादमी के कृषि विकास संस्थान के शौधकर्ता ली क्वोश्यांग ने कहा कि मौजूदा सूखे से इस साल के ग्रीष्मकालीन अनाज पर कुछ असर पड़ेगा, लेकिन देश की अनाज सुरक्षा पर खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्हों ने कहाः
प्रथम, सूखे का मुकाबला करने में किए गए प्रयासों से अनाज की पैदावार को पहुंचने वाला नुकसान निम्नतम किया जा सकता है। दो, ग्रीष्मकालीन अनाज पैदावार का चीन के कुल अनाज उत्पादन में ऊंचा अनुपात नहीं होता है और तीन, चीन ने लगातार पांच सालों तक शानदार फसल प्राप्त की है, जिस ने अनाज सुरक्षा के लिए आधार तैयार किया है।
मौसम भविष्यवाणी के मुताबिक 7 फरवरी से उत्तरी चीन के कुछ स्थानों में वर्षा होने की संभावना है। लेकिन आम तौर पर उत्तरी चीन में सूखा मार्च तक बना रहेगा।
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