2009-02-04 16:44:15

वर्ष दो हजार आठ चीनी खेल कार्य का असाधारण साल है (दूसरा भाग )

उल्लेखनीय बात यह है कि चीनी टीम के 100 पदक ऑलंपिक की 28 बडी इवेंटों की 26 इवेंटों में फैले हैं ।विभिन्न इवेंटों में पदकों का व्यापक फैलाव पेइचिंग ऑलंपिक पर चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल की बडी सफलता है ।छुए ता लिन ने बताया ,कुछ इवेंटों में चीनी खिलाडियों ने अभूतपूर्ण सफलता प्राप्त की ,जिस से चीनी ऑलंपिक खेल प्रतिनिधि मंडल के पदकों का फैलाव अधिक से व्यापक हो चुका है ।इस से यह जाहिर है कि चीनी खेल कार्य की समग्र शक्ति मजबूत हो गयी है ।

पेइचिंग ऑलंपिक पर चीनी खिलाडियों ने टेबल टेनिस ,भारोत्तोलन ,गोताखोरी व जिम्नास्टिक्स जैसे परंपरागत शक्तिशाली खेलों में अपना दबदबा बनाए रखा ।चीनी भारोत्तोलन खिलाडियों ने 9 वर्गों की प्रतियोगिताओं में भाग लेकर कुल 8 स्वर्ण पदक व 1 रजत पदक प्राप्त किये ।चीनी गोताखोरी खिलाडियों ने कुल 8 स्वर्ण पदकों में से सात अपने हाथों में लिये ।चीनी जिम्नास्टिक्स खिलाडियों ने 14 स्वर्ण पदकों में से 9 स्वर्ण पदक हासिल किये ।टेबल टेनिस की स्पर्द्धा में चीनी खिलाडियों ने सभी चार स्वर्ण पदक प्राप्त किये ।अन्य देशों व क्षेत्रों की टीमों व खिलाडियों के साथ हुए मैचों में चीनी खिलाडियों ने एक ही हार नहीं खायी ।चीनी टेबल टेनिस पुरुष टीम के मुख्य कोच ल्यू क्वो लांग ने हमारे संवाददाता को बताया ,

खिलाडियों के प्रदर्शन पर मैं बहुत संतुष्ट हूं ।बंद अभ्यास काल के दौरान मैं ने खिलाडियों से कहा था कि टेबल टेनिस चीन का राष्ट्रीय खेल है ।हमारे खिलाडियों की हर प्रतियोगिता को चीनियों का त्योहार होना चाहिए ।पेइचिंग ऑलंपिक के दौरान हमारे खिलाडियों ने यह लक्ष्य पूरा किया है ।

पेइचिंग ऑलंपिक पर परंपरागत शक्तिशाली खेलों के अलावा चीनी खिलाडियों ने कुछ अन्य इवेंटों में उल्लेखनीय सफलता भी प्राप्त की ।चीनी खिलाडियों ने तीरंदाजी ,कनोइंग ,याट व मुक्केबाजी जैसे खेलों में पहली बार स्वर्ण पदक हासिल किया ।

तीरंदाजी वर्ष 1984 में लास एंजेलस ऑलंपिक के औपचारिक खेलों में शामिल करायी गयी ।इस ऑलंपिक से पेइचिंग ऑलंपिक से पहले तक दक्षिण कोरियाई खिलाडियों ने तीरंदाजी की स्पर्द्धा में अपना दबदबा बनाए रखकर लगभग सभी स्वर्ण पदक अपनों हाथों में ले लिये ।पेइचिंग ऑलंपिक पर चीनी महिला खिलाडी चांग चुएं चुएं ने तीन मशहूर दक्षिण कोरियाई खिलाडी पराजित कर चीन को प्रथम तीरंदाजी ऑलंपिक स्वर्ण पदक दिलाया ।चीनी तीरंदाजी के लिए इस स्वर्ण पदक का बडा महत्व है ।चांग चुएं चुएं ने बताया ,यह स्वर्ण पदक जीत कर मैं ने चीनी तीरंदाजी खिलाडियों को गौरव दिलाया ।मैं बहुत खुश हूं ।

पेइचिंग ऑलंपिक के समापन दिन में चीनी मुक्केबाजी खिलाडी चो शी मिंग ने पुरुष 48 किलो वर्ग की फाइनल मैच जीतकर स्वर्ण पदक पाया ।यह ऑलंपिक के इतिहास में चीन का पहला मुक्केबाजी स्वर्ण पदक है ।थोडी देर के बाद चीनी मुक्केबाज चांग श्यो पिंग ने पुरुष इक्यासी किलो वर्ग का स्वर्ण पदक हासिल किया ,जो चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल का अंतिम स्वर्ण पदक है ।चो शी मिंग ने हमारे संवाददाता को बताया ,यह स्वर्ण पदक हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है ।हम ने इस के लिए अनेक साल की कोशिशें कीं ।आज हम ने अपना लक्ष्य पूरा किया ।हमें गर्व लगता है ।

ऑलंपिक समाप्त होने के बाद चीनी ऑलंपिक खेल प्रतिनिधि मंडल के उपनेता छुए ता लिन का दिल भी हल्का हो गया ।उन्होंने प्रसन्नता से बताया ,24 अगस्त की दोपहर के बाद दो बजे चीनी मुक्केबाज चांग श्यो पिंग ने 81 किलो वर्ग की प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता ,जो चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल का इक्वावनवां स्वर्ण पदक और सौवां पदक है ।तब हम पक्का हो चुके कि चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल ने स्वर्ण पदक तालिका में अमरीका व रूस को हराकर पहला स्थान प्राप्त किया ।उस वक्त हमारी खुशी का ठिकाना न रहा ।वर्ष 1908 में थ्येन चिन यूट नामक मैगजीन ने तीन सवाल पूछे थे कि चीन कब ऑलंपिक में भाग लेगा ,कब पहला ऑलंपिक स्वर्ण पदक जीतेगा और कब ऑलंपिक की मेजबानी करेगा ।वास्तव में यह चीनी राष्ट्र की अभिलाषा थी ।सौ वर्षों के बाद वर्ष 2008 में हम ने सौ पदकों से यह अभिलाषा पूरी की ।

ऑलंपिक के अलावा अन्य कुछ महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में चीनी खिलाडियों ने उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त भी की । वर्ष 2008 के मध्य में आयोजित वेंबलटोन टेनिस ऑपन में चीनी महिला खिलाडी चंग च ने महिला सिंगल के पहले चार स्थानों में अपनी जगह बनायी ,जो ग्रैंड स्लाम की प्रतियोगिता में चीनी खिलाडियों की सब से अच्छी उपलब्धि है ।

वर्ष 2008 की अक्टूबर में प्रथम विश्व माइंद स्पोर्ट्स गेम्स पेइचिंग में आयोजित हुईं ,जिस में शतरंज ,चीनी शतरंज ,जम्प चैस व ब्रिज जैसे माइंड स्पोर्ट्स शामिल हैं ।

ऑलंपिक के बाद अनेक चीनी ऑलंपिक चैंपियनों ने अपनी शादी करायी ।उन को पेइचिंग ऑलंपिक की तैयारी के लिए अपनी शादी टालनी पडी थी ।चेन चोंग पूर्व ऑलंपिक टाइ क्वांग टो खिलाडिन थीं ।ऑलंपिक के बाद उन की शादी भी हुई ।शादी की रस्म पर चेन चोंग और अपनी पति ने आंधे घंटे तक गर्म चूमा लिया ,जिस ने दुल्हा की शारीरिक गुणवत्ता की अच्छी जांच की ।लगता है कि एक ऑलंपिक चैंपियन के साथ शादी करना एक आसान बात नहीं है ।शादी की रस्म पर चेन चोंग ने बताया ,आज मेरी शादी हुई है ।आशा है कि भविष्य में चाहे क्या पैदा हो ,वह हमेशा मुझ से प्रेम करेगा ।

असाधारण वर्ष 2008 गुजर चुका है ।लेकिन वह चीनी खिलाडियों व चीनी खेल प्रेमियों के दिल में हमेशा अमिट रहेगा ।