2009-02-03 16:13:13

एक साल के युद्ध विराम के प्रति हमास का रूख अनिश्चित

फिलिस्तीनी इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन यानी हमास के गाजा के प्रवक्ता ने 2 तारीख को कहा कि हमास इजराइल के साथ एक साल का युद्ध विराम समझौता स्वीकार करने को तैयार है। लेकिन लेबनान स्थित हमास के प्रवक्ता ने उसी दिन एक साल का युद्ध विराम स्वीकार करने से इनकार कर दिया । इस बीच फिलिस्तीनी राष्ट्रीय सत्ताधारी संस्था के अध्यक्ष अब्बास ने मिश्री राष्ट्रपति मुबारक और सऊदी अरब के विदेश मंत्री फसाल के साथ वार्ता की और फिलिस्तीन के भीतर सुलह की वार्ता पुनः शुरू करने के सवाल पर विचार विमर्श किया । विश्लेषकों का कहना है कि गाजा में दीर्घकालीन फायरबंदी प्राप्त होने या नहीं हो पाने का फिलिस्तीन इजराइल शांति प्रक्रिया पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।

पहली फरवरी को हमास के प्रतिनिधि मंडल ने काहिरा में जाकर मिश्री अधिकारियों के साथ वार्ता की ,जिस में इजराइल के साथ युद्ध विराम समझौता संपन्न करने के सवाल पर विचार विनिमय किया गया। हमास के गाजा पट्टी के प्रवक्ता बार्होम ने दो तारीख को गाजा में कहा कि हमास एक साल का युद्ध विराम समझौता स्वीकार करेगा । उन्हों ने कहा कि यदि गाजा के खिलाफ नाकेबंदी हटायी जाए और राफह समेत सभी सीमांत पोर्टों को खोला जाए, तो हमास 18 महीनों का युद्ध विराम स्वीकार करने को भी तैयार है। लेकिन अभी सब कुछ स्थिति पर निर्भर होगा, क्योंकि इजराइल मिश्र के राजनयिक प्रयासों पर रियायत देने को तैयार नहीं है। किन्तु उसी दिन, हमास के लेबनान स्थित प्रवक्ता हमादान ने एक साल का युद्ध विराम स्वीकारने से इनकार किया । उन्हों ने कहा कि हमास इस पर कायम रहा है कि गाजा पर नाकेबंदी नहीं हटायी जाने से पहले वह इजराइल के साथ कोई भी दीर्घकालीन फायरबंदी समझौता नहीं करेगा। केवल संपूर्ण रूप से गाजा पोर्ट खोले जाने पर ही दोनों पक्ष युद्ध विराम समझौते पर विचार विमर्श कर सकेंगे।

पिछले साल के दिसम्बर की 27 तारीख को इजराइल ने गाजा पर सैन्य कार्यवाही शुरू किया ,जिस से 1400 फिलिस्तीनी लोग मारे गए और 5500 से अधिक लोग घायल हुए। इस साल के 18 जनवरी को दोनों पक्षों ने क्रमशः गाजा में फायरबंदी लागू करने की घोषणा की , लेकिन फिलिस्तीनी सशस्त्र लोगों द्वारा दक्षिण इजराइल पर प्रहार नहीं रूका और 28 जनवरी की रात, उन्हों ने दक्षिण इजराइल में फायरबंदी के बाद प्रथम राकेट दागा । पहली फरवरी को इजराइली प्रधान मंत्री ओर्मेर्ट ने चैतावनी देते हुए कहा कि यदि फिलिस्तीनी सशस्त्र शक्ति राकेट छोड़ना जारी रखेंगे , तो इजराइल इस का जबड़ातोड़ जवाब देगा । दो तारीख को इजराइली लड़ाकू विमान ने गाजा के दक्षिण भाग में राफह पर हवाई हमला किया और इजराइली सेना ने जोर्डन नदी के पश्चिमी तट पर स्थित हिर्बलन में फिलिस्तीनी सशस्त्र लोगों के खिलाफ लड़ने में एक को मार डाला और चार जख्म कर दिया।

फायरबंदी की घोषणा के बाद मिश्र ने इजराइल और हमास के बीच मध्यस्थता जारी रखी और क्रमशः दोनों पक्षों के साथ वार्ता की, ताकि एक औपचारिक युद्ध विराम समझौता संपन्न किया जा सके। लेकिन इजराइल और हमास के बीच गाजा पोर्ट के सवाल पर मतभेद बड़ा है, इसलिए समझौता नहीं संपन्न हो पाया। विश्लेषकों का मानना है कि गाजा स्थिति को प्रभावित करने वाले तत्व जटिल है, वर्तमान स्थिति से वहां दीर्घकालीन युद्ध विराम लागू होना मुश्किल है , पर फिर बड़े पैमाने वाला सैन्य मुठभेड़ छिड़ने की संभावना भी कम है।

2007 के जून में हमास ने बल प्रयोग से गाजा पर नियंत्रण का अधिकार हथिया लिया , जिस के कारण फिलिस्तीन के भीतर फुट पड़ा। इस साल पहली फरवरी को अब्बास ने काहिरा में कहा कि केवल हमास द्वारा फतह का कानूनी स्थान स्वीकार किये जाने की स्थिति में ही फिलिस्तीन के भीतर सुलह की वार्ता शुरू हो सकती है।

श्री अब्बास ने दो तारीख को काहिरा में मिश्री राष्ट्रपति मुबारक और सऊदी अरब के विदेश मंत्री के साथ वार्ता की और तीनों पक्षों ने फायरबंदी, गाजा पोर्ट खोलने तथा फिलिस्तीन के भीतर सुलह वार्ता की शुरूआत के सवालों पर विचार विमर्श किया । सत्ता के सवाल पर फिलिस्तीन के दो प्रमुख दलों के बीत भारी मतभेद होने के कारण हमास और फतह में सुलह पाने का लम्बा रास्ता जरूर होगा।

दो तारीख को इजराइल के नीति निर्णय सम्मेलन यानी हेर्जलिया सम्मेलन का आयोजन हुआ। इजराइली राष्ट्रपति परेज ने उद्घाटन रस्म में कहा कि इजराइल और फिलिस्तीन के बीच शांति वार्ता शुरू हुए 16 साल हो गये हैं। दोनों पक्षों के विवादों को हल करने के लिए सृजन-शक्ति की जरूरत है। उन्हों ने कहा कि इजराइल की नयी सरकार किसी की भी हो, उसे मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहिए । यदि विभिन्न पक्ष शांति को महत्व देंगे और विवादों के समाधान में सृजन शक्ति का उजागर करेंगे ,तो मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया में आशा उभरेगी।