2009-01-29 18:17:15

नयी अमरीकी सरकार का 8 खरब 25 अरब डालर आर्थिक पैकेज प्रतिनिधि सभा में पारित हुआ

नयी अमरीकी सरकार का 8खरब 25 अरब अमरीकी डालर का आर्थिक पैकेज 28 तारीख को अमरीकी संसद की निचली सदन प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेटिक पार्टी के शक्तिशाली समर्थन के तहत पारित हुआ ।इस आर्थिक पैकेज को सीनेट की मंज़ूरी मिलना बाकी है ,पर विभिन्न जगत इस के पारित होने पर आशावादी हैं ।स्थानीय विश्लेषकों का कहना है कि इस आर्थिक योजना से अल्पकालिन में अमरीकी अर्थव्यवस्था पर प्रभाव नहीं पडेगा ।कुछ लोगों ने इस योजना पर आशंका भी व्यक्त की है।

प्रतिनिधि सभा के मतदान में इस आर्थिक योजना के समर्थन में 244 वोट डाले गये जबकि इस के विरोध में 188 वोट पड़े ।ओबामा सरकार द्वारा प्रस्तुत पूर्व योजना की कुल धन राशि 8 खरब 25 अरब अमरीकी डालर थी ।प्रतिनिधि सभा की बजत कार्यालय ने इस की जांच करके इसे 8 खरब 19 अरब अमरीकी डालर कर डाली ।इस आर्थिक योजना के अनुसार अमरीकी सरकार ढांचागत संस्थापनों के निर्माण में 3 खरब 64 अरब अमरीकी डालर खर्च करेगी और चिकित्सा व बेरोजगार कल्याण में 1 खरब 85 लाख अमरीकी डालर खर्च करेगी ।इस के अलावा व्यक्तिगत और व्यवसाय के टैक्सों में करीब 2 खरब 75 अरब डॉलर की कटौती की जाएगी ।अमरीकी अर्थव्यवस्था को सही पटरी पर ले जाने के लिए ओबामा सरकार ने इस विशाल आर्थिक पैकेज को प्रस्तुत किया ।इस योजना का प्रभाव कैसा होगा ,वह ओबामा सरकार के लिए एक बडी परीक्षा होगी ।

स्थानीय विश्लेषकों का कहना है कि नयी आर्थिक योजना की विशेषता यह है कि आर्थिक वृद्धि को सुनिश्चित करने और ढांचागत का समायोजन करने को एक साथ जोडा गया है ।उदाहरण के लिए अमरीकी सरकार इस आर्थिक पैकेज के जरिये शिक्षा व चिकित्सा सुधार शुरू करेगी ।इस योजना के मुताबिक लगभग 85 लाख नये बेरोजगारियों को चिकित्सक भत्ता मिलेगा ।भावी ढाई साल में संघीय सरकार स्वास्थ्य प्रतिभूति में 1 खरब 27 अरब अमरीकी डालर खर्च केरगी ।इस कदम को ऐसा माना जा रहा है कि ओबामा अमरीका में कदम ब कदम अखिल जनता चिकित्सा बीमा व्यवस्था स्थापित करने का परीक्षण कर रहे हैं ।इस के अलावा शिक्षा कार्य में अमरीकी सरकार की धनराशि बडे पैमाने पर बढ जाएगी ।चालू साल शिक्षा कार्य में सरकारी पूंजी 70 अरब से अधिक अमरीकी डालर होगी ।

प्रतिनिधि सभा में ओबामा सरकार की आर्थिक योजना के पारित होने का सब से बडा श्रेय डेमोक्रेटिक पार्टी को जाता है ,जो प्रतिनिधि सभा में बहुमत के स्थान पर है ।प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष व डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य पेलोसी ने इस प्रस्ताव को ऐतिहासिक मुददा बताया ।लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों ने सर्वसम्मति से इस योनजा का विरोध किया।मतदान से पहले राष्ट्रपति ओबामा ने कई बार आशा प्रकट की कि दो पार्टी राजनीतिक वाद विवाद छो़डकर इस योजना का समर्थन करेंगी ।पर मतदान में रिपब्लिकन पार्टी के 178 सांसदों से में किसी ने इस योजना के पक्ष में वोट नहीं डाला ।उन के विचार में यह आर्थिक पैकेज अत्यंत महंगा है और कारगर नहीं है ।इस के अलावा बिगडती आर्थिक स्थिति इस आर्थिक योजना का पास होने के लिए मददगार है ।अमरीकी मजदूर व श्रम मंत्रालय द्वारा 27 तारीख को जारी रिपोर्ट के अनुसार गत साल दिसंबर में अमरीका के सभी राज्यों की बेरोजगार दर बढ रही है ,जो 16 साल में सब से ऊंचे स्तर पर है । प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष पेलोसी का अनुमान है कि इस आर्थिक योजना से भावी दो साल में 30 लाख से 40 लाख तक नये रोजगार पैदा होंगे ।

प्रतिनिधि सभा में पास होने के बाद इस हफ्ते के अंदर इस योजना को सीनेट में रखा जाने की संभावना है ।वर्तमान स्थिति से देखा जाए ,तो सीनेट में इस योजना को ज्यादा विरोध मिलेगा ।रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सीनेटरों का दावा है कि सीनेट में इस योजना का बडा संशोधन किया जाएगा ।वे करों की छूट का पैमाना बढाना ,मकान खरीदने वालों को अधिक सहायता देना और सरकारी व्यय में अधिक कटौती करना चाहते हैं ।पर लोकमत के विचार में यह आर्थिक पैकेज अंत में सीनेट में पारित होगा और इस फरवरी के मध्य में ओबामा के हस्ताक्षर के लिए प्रस्तुत किया जाएगा ।

इस आर्थिक योजना की कारगरता पर कुछ लोगों को बडी आशंका है ।कुछ अमरीकी अर्थशास्त्रियों के विचार में करों की छूट योजना जल्दी से लागू की जा सकती है ,पर इस से उपभोग को बडी प्रेरणा नहीं मिलेगी ।क्योंकि वर्तमान स्थिति में लोग और वाणिज्यिक संस्थाएं पैसा बैंक में रखना पसंद करते हैं ।सरकारी खर्च से अर्थव्यवस्था को उत्तेजना मिलेगी ,पर इस की प्रक्रिया धीमी होगी ।इस के अलावा ओबामा सरकार की आर्थिक योजना से सरकारी घाटा तेजी से बढ जाएगा ,जो कुछ हद तक इस योजना की भूमिका को कमजोर कर सकता है ।कहा जा सकता है इस आर्थिक योजना के कार्यावयन का रास्ता इतना समतल नहीं होगा ।