2009-01-23 12:26:22

वर्ष 2008 चीनी खेल का असाधारण साल (पहला भाग)

वर्ष 2008 में चीनी खेल कार्य की असाधारण उपलब्धियां प्राप्त हुईं ।चीनी खिलाडियों के लिए यह एक शानदार साल रहा ।

पहली जनवरी 2008 को अधिकांश चीनियों ने प्रसन्नता से नये साल का स्वागत किया ।लेकिन चीनी प्रतिस्पर्द्धात्मक खेल कार्य के प्रमुख जिम्मेदार व्यक्तियों में से एक व चीनी राजकीय खेल ब्यूरो के उपमहानिदेश छुए ता लिन का दिल हल्का नहीं था ।उन को साफ साफ पता है कि वर्ष 2008 चीनी खेल का एक असाधारण साल होगा ।क्योंकि चीनी खेल एक बडी चुनौती का सामना करेगा ।वर्ष 2008 ग्रीष्म ऑलंपिक पेइचिंग में आयोजित होगा ।मेजबान के नाते अगर चीनी खिलाडी इस में अच्छी उपलब्धियां प्राप्त नहीं कर सकें ,तो देशवासी असंतुष्ट होंगे ।पर वर्ष 2007 में हुई बडी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अमरीका व रूस के खिलाडियों की मजबूत शक्ति दिखाई दी ,जिस से छुए ता लिन को बडे दबाव की महसूसी हुई ।याद करते हुए छुए ता लिन ने हमारे संवाददाता को बताया ,वर्ष 2007 में हुई बडी बडी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में रूसी खिलाडियों के पदकों की संख्या चीन से ज्यादा है ।अमरीकी खिलाडियों के स्वर्ण पदकों की संख्या चीन से ज्यादा है ।लेकिन हम वर्ष 2008 ऑलंपिक का मेजबान है ,जो एक दुर्लभ सुअवसर है ।हम ने अमरीका व रूस के साथ मुकाबला करने का फैसला किया ।

उस समय की मनस्थिति की चर्चा करते हुए छुए ता लिन ने बताया,वर्ष 2008 के नये साल में मेरी मनस्थिति जैसे शक्तिशाली दुश्मन सामने आये हो ।मैं सावधान से हर तैयारी काम आगे बढ रहा हूं ।

फरवरी 2008 में दक्षिण चीन के क्वाग चो शहर में विश्व टेबल टेनिस चैंपियनशिप आयोजित हुई ।चीनी टेबल टेनिस टीम ने पुरुष व महिला वर्ग के दो खिताब जीते ,जिस ने वर्ष 2008 की अच्छी शुरूआत की ।

8 मई की सुबह 9 बजकर 18 मिनट पेइचिंग ऑलंपिक मशाल रेले में एक अविस्मर्णीय वक्त था ।12 चीनी पर्वतारोहियों की रक्षा से पवित्र ऑलंपिक मशाल विश्व की सब से ऊंची चोटी चू मू लांग मा पर पहुंची ।चीनी राष्ट्रीय पर्वतारोहण टीम ने इतिहास रचा ।यह पहली बार है कि पवित्र ऑलंपिक मशाल विश्व के सब से ऊंचे पहाड पर पहुंची ।पर्वतारोहण ऑलंपिक का खेल नहीं है ।लेकिन ऑलंपिक के वर्ष में चीनी पर्वतारोही खिलाडियों ने विश्व पर्वतारोहण इतिहास में एक शानदार अध्याय जोडा ।चू मू लांग मा चोटी पर ऑलंपिक मशाल पहुंचाने में सफलता पाने के बाद चीनी पर्वतारोही खिलाडियों ने अपनी खुशियां नहीं समायी ।उन की हर्षध्वनि से बहुत लोगों पर गहरा प्रभाव पडा।

8 अगस्त 2008 की रात पेइचिंग पर पूरे विश्व की नजर पडी । विश्व के सब से बडे खेल समारोह पेइचिंग ऑलंपिक का उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ ।चीन ने ऑलंपिक के इतिहास में सब से अच्छा उद्घाटन समारोह पेश किया ।

9 अगस्त की दोपहर को 25 वर्षीय चीनी युवती चन श्ये शा ने पेइचिंग ऑलंपिक पर चीन को पहला स्वर्ण पदक दिलाया । उन्होंने महिला 48किलो भारोत्तोलन की स्पर्द्धा में ऑलंपिक रिकार्ड तोडकर स्वर्ण पदक जीता ।विजय पाने के बाद उन्होंने बताया, मैं कहना चाहती हूं कि मेरे पर्दर्शन से खेल प्रेमी निराश नहीं हुए। मैं उन के समर्थन व शुभकामना के प्रति आभारी हूं ।

इस के बाद खुशी की खबर एक के बाद एक आयी ।अंत में चीनी खेल प्रतिनिधि मंडल ने कुल 51 स्वर्ण पदक और 100 पदक प्राप्त किये ,जो पहली बार ऑलंपिक के स्वर्ण पदक तालिका में पहले स्थान पर रहा ।चीनी खिलाडियों के असाधारण प्रदर्शन से चीनी खेल प्रेमियों ने बडा आनंद उठाया ।जब स्टेडियम में चीनी राष्ट्रीय गीत बजायी जाती थी ,तो चीनी दर्शक अकसर संगीत के साथ राष्ट्रीय गीत गाते थे ।