तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की नौवीं जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई कमेटी ने सर्वसम्मति से जन प्रतिनिधि सभा के दूसरे अधिवेशन में विचारार्थ पेश करने के लिए यह प्रस्ताव पारित किया , अधिवेशन में उपस्थित 387 प्रतिनिधि 19 तारीख को इस पर मतदान करेंगे।
10 मार्च 1959 को दलाई लामा प्रधान तिब्बती प्रक्रियावादी उच्च स्तरीय तबकों ने धृष्ठतापूर्वक मातृभूमि का विभाजन करने वाला सशस्त्र उपद्रव छेड़ा । 28 मार्च 1959 को केन्द्रीय सरकार ने तिब्बती स्थानीय सरकार को भंग कर सशस्त्र उपद्रव को शांत किया और इस के बाद तिब्बती जनता का नेतृत्व कर जनवादी सुधार शुरू किया ,जिस से तिब्बत के दस लाख भूदासों को मुक्ति प्राप्त हुई।