2009-01-16 11:01:46

गाजा परिस्थिति पर विचार विमर्श के लिये संयुक्त राष्ट्र सभा का विशेष आपात सम्मेलन

63 वीं संयुक्त राष्ट्र सभा ने 15 जनवरी को वर्तमान गाजा परिस्थिति पर विचार विमर्श के लिये विशेष आपात सम्मेलन बुलाया । संयुक्त राष्ट्र महा सभा के अध्यक्ष ब्रोकमान ने अपने भाषण में विभिन्न देशों से यह अपील की है कि मौजूदा विशेष आपात सम्मेलन में गाजा की रक्तपात मुठभेड़ को तुरंत ही समाप्त करने के लिये एक प्रस्ताव पारित किया जाये ।

सम्मेलन शुरु होने से पहले इजराइल ने कहा कि क्योंकि सुरक्षा परिषद ने फिलिस्तीन इजराइल मुठभेड़ पर कार्यवाही की और संयुक्त राष्ट्र महा सचिव श्री बान की मून मौजूदा मुठभेड़ को शीघ्र ही समाप्त करने के लिये मध्य पूर्व के दौरे पर हैं , इसलिये इस विशेष आपात सम्मेलन के आयोजन की आवश्यकता की व्याख्या करनी जरूरी है । संयुक्त राष्ट्र महा सभा के अध्यक्ष ब्रोकमान ने उक्त सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जब श्री बान की मून और इजराइली विदेश मंत्री द्वारा संयुक्त रुप से सम्वाददाता सम्मेलन बुलाये जाने के कुछ समय बाद गाजा में स्थापित संयुक्त राष्ट्र के सरंजामों पर इजराइली की बमबारी हुई , इजराइल फौजी कार्यवाहियों और अपने प्रधान मंत्री के बयान से सुरक्षा परिषद में पारित प्रस्ताव की अवहेलना कर रहा है , इसीलिये संयुक्त राष्ट्र महा सभा के लिये यह विशेष आपात सम्मेलन बुलाने की अत्यावश्यक है।

श्री ब्रोकमान ने अपने भाषण में यह भी कहा कि इजराइल द्वारा गाजा के स्कूलों , रिहाइशी मकानों , मस्जिदों और संयुक्त राष्ट्र संघ के सरंजामों पर किये गये फौजी हमलों से भारी जान माल नुकसान हो गया है , इजराइल की कार्यवाहियों ने अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है और गम्भीर मानवीय विपत्ति पैदा की है । श्री ब्रोकमान ने कहा कि इजराइली नेताओं ने खुल्लमखुल्ला बयान देकर हाल में सुरक्षा परिषद में पारित नम्बर 1860 प्रस्ताव के पालन से इनकार करने और फौजी हमले करना जारी रखने की जो कार्यवाहियां की हैं , वह संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय कानून की उपेक्षा ही है । उन्हों ने संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों से यह अपील की है कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर के दायित्व को निभाया जाये और गाजा में बिना किसी शर्त के तुरंत ही युद्ध विराम लागू करने की पूरी कोशिश की जाये , ताकि मानवीय सहायता सुचारु रूप से दी जा सके । श्री ब्रोकमान ने विभिन्न देशों से यह अपील की है कि मौजूदा विशेष आपात सम्मेलन में गाजा रक्तमय मुठभेड़ पर शीघ्र ही रोक लगाने के लिये एक प्रस्ताव पारित किया जाये ।

संयुक्त राष्ट्र उप स्थाई महा सचिव मिगिरो ने उसी दिन के सम्मेलन में बल देते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ उन लोगों , जिन्हें मदद देने की सख्त जरूरत है , को सहायता सुनिश्चित कर देगा । उन्हों ने कहा कि मानवीय सहायता को छोड़कर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को तुरंत ही गाजा का पुनर्निर्माण करना चाहिये ।

संयुक्त राष्ट्र संघ स्थित स्थायी फिलिस्तीनी पर्यवेक्षक मांसौर ने कहा कि फिलिस्तीनी जनता फिर भी इस बात पर आशाप्रद है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय शीघ्रातिशीघ्र युद्ध विराम लागू करने देने में सफल होगा , जिस से नाना प्रकार वाली इजराइली नृशंसतापूर्ण कार्यवाहियां बंद की जाएंगी ।

संयुक्त राष्ट्र संघ स्थित क्यूबाई स्थायी प्रतिनिधि मोरेनो ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन संगठन की ओर से इजराइल की भारी शस्त्र बल सहित अतिक्रमण करने और सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव की उपेक्षा करने पर कड़ी निन्दा की और इजराइल से सुरक्षा परिषद के नम्बर 1860 प्रस्ताव के संबंधित विषयों के पालन के लिये ठोस कार्यवाही करने की अपील की ।

युरोपीय संघ के मौजूदा अध्यक्ष संयुक्त राष्ट्र संघ स्थित चेक के स्थायी प्रतिनिधि पालोस ने यूरोपीय संघ की ओर से मुठभेड़ जारी रहने और स्थानीय वासियों की मुसीबतों पर गहरी चिन्ता व्यक्त की और संबंधित पक्षों से बल प्रयोग को बंद करने की अपील भी की । उन्हों ने दोहराते हुए कहा कि यूरोपीय संघ गाजा मुठभेड़ को शीघ्र ही समाप्त करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सभी कोशिशों का पूरा समर्थन करता है और मिश्र व फ्रांस द्वारा प्रस्तुत युद्ध विराम प्रस्ताव का स्वागत करता है ।य़

मौजूदा विशेष आपात सम्मेलन संयुक्त राष्ट्र महा सभा के अध्यक्ष ब्रोकमान ने गुट निरपेक्ष आंदोलन के सदस्य देशों समेत कुछ सदस्य देशों के अनुरोध पर बुलाया है ।