2009-01-08 16:44:37

चीन और अमरीका ने राजनयिक संबंध की स्थापना की 30 वीं वर्षगांठ पर गतिविधियों का आयोजन किया

चीन और अमरीका के बीच राजनयिक संबंध की स्थापना की 30 वीं वर्षगांठ की खुशी मनाने के लिए, चीन और अमरीका ने 7 से 8 तारीख को अनेक गतिविधियों का आयोजन किया, अमरीकी उप विदेश मंत्री जौन नेगरोपोन्टे ने विशेष रूप से पेइचिंग की अनेक गतिविधियों में भाग लिया। इस के अलावा, चीन और अमरीका संबंध के विकास में महत्वपूर्ण योगदान करने वाले कुछ अमरीकी पूर्व राजनीतिज्ञों ने भी इस दौरान चीन की यात्रा की और चीनी पक्ष के साथ इस महत्वपूर्ण एतिहासिक घटना की स्मृति गतिविधियों में भाग लिया। लीजिए पेश है इस संदर्भ पर एक सामयिक वार्ता।

1971 में अमरीकी टेबलटेनिस प्रतिनिधि मंडल ने चीन की यात्रा की और चीन-अमरीका के बीच आदान प्रदान का द्वार खोला, तब से छोटे बाल ने बड़े बाल को जीत लेने की मधुर कथा दुनिया में लोगों की जुवान में मशहूर हो गयी। वर्ष 1979 की पहली जनवरी को चीन और अमरीका ने औपचारिक रूप से राजनयिक संबंध की स्थापना की। आज चीन और अमरीका संबंध अपने तीस साल पार कर गया है और वर्तमान दुनिया का एक सबसे महत्वपूर्ण, सबसे प्रफुल्लित द्विपक्षीय संबंध बन गया है।

7 तारीख की शाम को चीन और अमरीका के बीच एक अनूखी टेबल टेनिस प्रतियोगिता पेइचिंग में आयोजित हुई। हमारे संवाददाता विशेष तौर से इस महत्वपूर्ण गतिविधि में शरीक थे, उन्होने हमें उस समय का हाल बताया(आवाज 1) चीन और अमरीका के बीच राजनयिक संबंध की स्थापना की 30 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में आयोजित टेबल टेनिस मैच सात तारीख की शाम को पेइचिंग में आयोजित हुआ, चीन के उप विदेश मंत्री वांग क्वांग या इस मौके पर पेइचिंग की यात्रा कर रहे अमरीकी उप विदेश मंत्री जौन नेगरोपोन्टे के साथ इस मैच को देखने पहुंचे। इस मैच में कुल सात चीनी-अमरीकी खिलाड़ियों ने भाग लिया, उनमें दो खिलाड़ी 1971 में चीन अमरीका राजनयिक संबंध के गवाह के रूप में उपस्थित थे।

चीनी राज्य परिषद के कांसलर ताए पिंग क्वो, विदेश मंत्री यांग च्ये छी और उप विदेश मंत्री वांग क्वांग या ने अलग अलग तौर से अमरीकी उप विदेश मंत्री नेगरोपोन्टे से भेंट । श्री ताए पिंग क्वो ने राजनयिक संबंध के 30 सालों में चीन और अमरीका संबंध में हासिल एतिहासिक विकास का उच्च मूल्यांकन किया, विशेषकर राष्ट्रपति बुश के आठ साल के कार्यकाल के दौरान दोनों देशों को हासिल भारी प्रगति की सराहना की। उन्होने कहा कि चीन और अमरीका फिलहाल एक विकसित काल की महत्वपूर्ण घड़ी में हैं। चीन और अमरीका संबंध की रणनीतिक नींव निरंतर सुदृढ़ होती जा रही है, दोनों के हित दिनोंदिन मजबूत बनते जा रहे हैं। इस ने दोनों देशों के संबंध के भविष्य विकास की एक ऊंची शुरूआत के लिए नींव डाली है। श्री चांग च्ये छी ने कहा कि चीन अमरीका के साथ दोनों देशों के रचनात्मक सहयोग की प्रमुख दिशा को कस कर पकड़ने का इच्छुक है और बातचीत पर बल देते हुए आदान प्रदान व सहयोग को सुदढ़ कर आपसी समझ व विश्वास को गहन कर दोनों देशों के संबंध को एक नयी मंजिल पर ले जाने को तैयार है।

श्री नेगरोपोन्टे ने कहा कि अमरीका और चीन विश्व के महत्वपूर्ण देश हैं, सहयोग को मजबूत करना और एक साथ अन्तरराष्ट्रीय सुरक्षा व स्थिरता को कायम रखना बहुत जरूरी है। श्री नेगरोपोन्टे के अलावा, चीन-अमरीका संबंध विकास के लिए भारी योगदान करने वाले कुछ अमरीका के पूर्व राजनीतिज्ञों ने भी इस माह में दोनों देशों के राजनयिक संबंध की 30 वीं वर्षगांठ की अनेक गतिविधियों में भाग लिया, इन में समारोह व दावत, संगोष्ठी, चित्र प्रदर्शनी व टेबल टेनिस मैच आदि रहे हैं।

पिछले 30 सालों में दोनों देशों ने रणनीतिक बातचीत के दौरान 60 से अधिक बातचीत सलाह मश्विरा व्यवस्थाएं कायम की । दोनों पक्षों के बीच की व्यापार रकम 30 सालों में 120 गुने की वृद्धि हुई है, दोनों पक्षों ने अपने आप को दूसरा बड़ा व्यापार साझेदार साथी माना है। दोनों देशों के बीच गैर सरकारी आवाजाही का इतना भारी विकास हुआ है कि फिलहाल रोजाना 5 हजार से ज्यादा लोग प्रशांत सागर के दोनों तटों की यात्रा कर रहे हैं। चीन के आधुनिक अन्तरराष्ट्रीय संबंध अनुसंधान प्रतिष्ठान के प्रोफेसर यांग मिंग च्ये ने कहा कि चीन और अमरीका के संबंध का विकास दुनिया पर भारी महत्व रखता है, कुछ हद तक वह अन्तरराष्ट्रीय रणनीतिक परिस्थिति की दिशा को निश्चित करता है। उन्होने कहा(आवाज 2) शीतकालीन युद्ध समाप्त होने के पहले दस सालों में चीन और अमरीका के बीच रणनितिक सहयोग व अन्य राष्ट्रीय सहयोग ने कुछ हद तक शीतकालीन युद्ध को समाप्त करने में सक्रिया भूमिका अदा की थी। दूसरे दस साल में यानी कि 20 वीं शताब्दी के 90 वाले दशक में दोनों देशों ने शीतकालीन युद्ध के बाद बड़े देशों के संबंध की स्थिरता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । वर्तमान 21 वीं शताब्दी के पिछले दस सालों में दोनों पक्षों ने एक साथ मिलकर सुरक्षा को खतरे डालने वाली अनेक घटनाओँ का सामना किया । चीन और अमरीका एक सबसे विकसित देश और एक सबसे बड़ा विकासशील देश होने के नाते, दोनों भूमंडलीकरण के लाभवादी ही नहीं भूमंडलीकरण व गैर परम्परागत सुरक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने की शक्तियां भी रही हैं।

चीन अमरीका राजनियक संबंध के पूरे दौर में भाग लेने वाली अमरीकी-चीन संबंध कमेटी की उपाध्यक्ष जेन बेरीस का मानना है (आवाज 3) 30 साल गुजर चुके हैं , मुझे लगता है कि हमारे दोनों देशों के बीच समझ व पहचान अधिक गहन हो रही है, दोनों देशों के संबंध में सुधार लाने के कार्य में संलग्न लोगों के लिए वर्तमान दोनों देशों की सरकारों के बीच यहां तक कि जनता के बीच अब भी मौजूद अविश्वासनीय व बेसमझदारी की स्थिति उनकी अभिलाषा नहीं हैं और न ही उनकी इच्छा है। चीन और अमरीका के बीच कुछ विवाद व मतभेद तो हैं, पर मुझे विश्वास है कि इन मतभेदों का कुंजीभूत दोनों पक्षों को एक साथ बैठकर समझदारी से बातचीत करना और एक बड़े दिल से दोनों के रूखों को अच्छी तरह सुनना अत्यन्त महत्वपूर्ण है।