2009-01-08 16:14:36

तीव्र गति से बढ़ती विज्ञान तकनीक चीनी जनता के जीवन में परिवर्तन ला रही है

पिछले 30 सालों के दौर में चीन द्वारा अपनाए गए आर्थिक सुधार व खुलेपन नीति की बदौलत, चीन में विज्ञान तकनीक स्तर का तीव्र विकास हुआ है, विज्ञान तकनीक की सफलताएं जनता के पहनने, खाने, रहने , यातायात व प्रयोग जैसे हरेक पहलुओं में प्रवेश कर रही हैं।

सबसे पहले करते हैं बात खाने की। आप तो जानते हैं कि चीन ने विश्व की 7 प्रतिशत खेती योग्य जमीन में विश्व के 20 प्रतिशत जन संख्या को पाला है, इस करिश्मे को साकारने का सबसे पहला अधिकार सर्वश्रेष्ठ ब्रीडिंग तकनीक, समुन्नत बुवाई तरीके को मिलता है। चीन के प्रसिद्ध कृषि विशेषज्ञ येन लुंग फिंग द्वारा अविष्कृत संकरण धान को ही लीजिए, पिछले 30 से अधिक सालों में इस तकनीक को चीन में कम से कम एक करोड़ 50 लाख हैक्टर की भूमि में इस्तेमाल किया गया है, हर हैक्टर भूमि की धान फसल की मात्रा इस से पहले की तुलना में 4 हजार पांच सौ किलोग्राम अधिक रही , जिस ने चीन की अनाज की सुरक्षा को सुनिश्चत करने की पक्की नींव डाली है। वर्तमान 70 साल से अधिक उम्र के कृषि विशेषज्ञ येन लुंग फिंग अब भी एक नयी ऊंचे लक्ष्य की तकनीकी तलाश में जुटे हुए हैं। उन्होने कहा तीसरे दौर के बड़े पैमाने वाली 9 सौ किलोग्राम आदर्श मिसाल उत्पादन पर मैं बिल्कुल आशावादी हूं, योजनानुसार 2010 में हम इस लक्ष्य को साकारने में सफल रहेगें।

यह ही नहीं अधिकाधिक समुन्नत कृषि तकनीक की सिफारिश व उसके प्रयोग के चलते चीनी जनता फिलहाल पेट भर भोजन से बढ़िया भोजन की ओर तेजी से कदम बढ़ा रही है। वर्तमान बाजार में कृषि उत्पादों की विविधता भरपूर है, जैसे कि ताजा खीरा, टमाटर व तरबूज आदि सब्जियां व फलें, अब तो सर्दियों के मौसम में भी चीनी लोगों के भोजन मेजों में परोसे जाने लगे हैं।

इधर एक नजर यातायात पर भी डाले। आर्थिक के तेज विकास व इंजीनीयरिंग तकनीक स्तर के निरंतर विकास से चीनी शहरों की सार्वजनिक यातायात संस्थापना में भी मूल सुधार आया है। 30 साल पहले चीनी रेल गाड़ी की औसत तकनीकी रफतार केवल 54 किलोमीटर ही थी, पेइचिंग से शांगहाई तक करीब 20 घन्टे का सफर तय करना पढ़ता था, अब रेल, सड़क व विमान सेवा हर जगह उपलब्द्ध है, पेइचिंग से शांगहाई के बीच के फासले को तय करने के लिए फिलहाल चार घन्टों में पूरा किया जा सकता है।

इस के साथ साथ बिल्कुल नवीन यातायात साधन भी चीनी जनता के जीवन में प्रवेश कर रहा है। भविष्य वाहन के नाम से जाने जानी वाली इलैक्ट्रोनिक बस, फिलहाल पेइचिंग, उ हान, थ्येनचिन व वएहाए आदि शहरों में लोगों के यातायात के लिए प्रभाव में डाली जा चुकी हैं। चीन द्वारा खुद निर्मित उक्त इलैक्ट्रोनिक सार्वजनिक बस में तेल की खपत नहीं होती है बल्कि वह इलैक्ट्रिक इंजन से चलती है, जिस से वह प्रदूषण मुक्त बस मानी जाती है। पेइचिंग की एक यात्री सुश्री सू श्यो मिन ने हमें बताया कि परम्परागत तेल से चलने वाली बस की बराबरी में वह इलैक्ट्रोनिक बस में सवार करना कहीं ज्यादा पसंद करती है। उन्होने कहा मेरे ख्याल में तेल से चलने वाली बस की बराबरी में इस में यात्रा करने में ज्यादा फर्क नहीं है, लेकिन इलैक्ट्रोनिक बस द्वारा निकासित प्रदूषण पहले से कहीं कम है, आगे तेल से चलने वाली बसें कम हो और इलैक्ट्रोनिक से चलने वाली बसे ज्यादा हों ,तो पेइचिंग की वायु गुणवत्ता जरूर और बेहतरीन हो जाएगी।

आइये एक नजर डालते हैं लोगों के प्रयोग पर। मल्टी फंकशन डिजीटल टीवी , उच्च कार्य क्षमता वाले कम्पयूटर, डिजीटल कैमरा, मोबाइल फोन तथा एम पी तीन आदि बेहतरीन मनोरंजन साज सामानों के प्रवेश करने से वर्तमान चीनी लोगों का जीवन विज्ञान तकनीकी सूचनाकरण और डिजीटलकरण युग की ओर अग्रसर हो रहा है। जबकि इन्टरनेट तकनीक के तीव्र प्रसार ने चीन के आर्थिक व सामाजिक विकास को और अधिक प्रेरित किया है।

आंकड़ो के अनुसार, वर्तमान चीन में 25 करोड़ नेटीजन है, वेबसाइट लोगों के सूचना हासिल करने, मनोरंजन व आराम करने , कार्य व संपर्क करने का महत्वपूर्ण साधन बन गया है। पेइचिंग में रहने वाली सुश्री सुन वन सैर सपाटा की शौकीन है, दो साल पहले वेबसाइट ब्लोग से संपर्क शुरू करने के बाद से वह ब्लोग में अपना पर्यटन के लेख जारी करना उसके जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। उन्होने कहा हाल ही में उत्तरी चीन के सानसी प्रांत व भीतरी मंगोलीया प्रदेश से सटी लम्बी दीवार पर मैंने किसानों की अनेक फोटों खींची हैं और वहां के लोगों के जीवन व खेतीबारी की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। वापस आने के बाद ब्लोग में मैंने अपने लेखों से सफर अनुभव व मनोभावना से ब्लाग मित्रों को अवगत कराया। हमारे मित्रों को शायद इस तरह की यात्रा करने का मौका तो नहीं मिला हो पर वे मेरे साथ ब्लोग में अपने अपने अनुभवों का आदान प्रदान कर सकते हैं।

इस के अलावा, इन्टरनेट तकनीक दिनोंदिन सरकारी कामों व सार्वजनिक कार्य क्षमता को सुधारने में इस्तेमाल किये जा रहे हैं। मिसाल के लिए, चीन ने चार साल पहले ग्रामीण प्राइमरी व मिडिल स्कूल की आधुनिक दूर शिक्षा परियोजना शुरू होने के बाद से , पूरे देश के 80 प्रतिशत ग्रामीण स्कूलों को दूर शिक्षा हासिल करने की क्षमता हासिल हो गयी है। कम्पयूटर और उपग्रह टीवी नेटवर्क के जरिए, ग्रामीण छात्र भी मशहूर अध्यापक अध्यापिकाओं की कक्षा में बैठ सकते हैं और मल्टी मिडिया तरीके से शिक्षा कार्य को चला सकते हैं। दक्षिण चीन के क्वांगतुंग प्रांत के हुए चाए बस्ती के स्कूल के छात्र ली श्यान ने हमारे संवाददाता को बताया कि इस तरह की शिक्षा तरीके से उनके पढ़ने की रूचि में तरक्की हुई है। उन्होने बताया बिल्कुल फिल्म देखने की तरह हैं, इस में चलितचित्र, आवाजें सब कुछ है, और देखने में बहुत अच्छी हैं, मुझे तो बहुत ही पसंद है।

लेकिन लोगों को याद है कि तीस साल पहले इस तरह की उम्मीदों को सोचा तक नहीं जा सकता था। उस वक्त चीजों की कमी इतनी थी कि लोगों को जीवन व्यतीत करने के लिए राशन का सहारा लेना पड़ता था, कुछ गावों में तो खाने पीने व रहने की गंभीर समस्या थी, लेकिन 1978 के बाद से चीन में आर्थिक सुधार व खुलेपन नीति अपनाने के बाद , चीन में विज्ञान तकनीक लोगों के जीवन से ताल मेल करने लगा। विज्ञान तकनीक उत्पादन की पहली शक्ति निश्चित की गयी। तब से विज्ञान तकनीक से तैयार उत्पाद लोगों के जीवन में दिनोंदिन बढ़ने लगे। नयी औषधि , नवीन हाई टैक घरेलु विद्युत उपकरण से लेकर उच्च कोटि गुणवत्ता वाले कृषि संकरण उत्पादें निरंतर लोगों के जीवन में प्रवेश करने लगे हैं। तेज आर्थिक प्रगति व तीस साल के विज्ञान तकनीक की भारी तरक्की ने चीन को ओलम्पिक खेल का सफल आयोजन करने की शक्ति प्रदान की है। पेइचिंग ओलम्पिक खेल में जहां तहां विज्ञान तकनीक के चिन्ह देखे जा सकते हैं, स्टेडियमों के निर्माण, सूचना व दूर संचार, यातायात की कम्पयूटराईज व्यवस्था, खाद्यपदार्थ व स्वास्थ्य, मौसम पूर्व सूचना तथा सुरक्षा आदि क्षेत्रों में अनेक किस्म की हाई टैक के प्रयोग के निशान दिखे जा सकते हैं, इस तरह विभिन्न देशों के खिलाड़ियों व पेइचिंग की यात्रा करने आए लोगों को अत्यन्त सुविधा हासिल हुई है।

पेइचिंग ओलम्पिक का उद्घाटन समारोह विज्ञान तकनीक का एक शानदार मिसाल रहा है। विश्व भर के लोगों ने पेइचिंग ओलम्पिक के दिल को छू लेने वाले एक भव्य मनोरंजन का आन्नद उठाया। पेइचिंग ओलम्पिक में इस्तेमाल आधुनिक विज्ञान तकनीक का जिक्र करते हुए तुर्की के पूर्व खेल राज्य मंत्री अली शाहिन ने कहा मैंने कई ओलम्पिक उद्घाटन समारोह में भाग लिया था, लेकिन पेइचिंग ओलम्पिक का उदघाटन समारोह सबसे बेहतरीन और रंग बिरंगा रहा, यह हाई टैक के इस्तेमाल का सबसे आदर्श व लाजवाब मिसाल है।