पेइचिंग स्वास्थ्य ब्यूरो ने 6 जनवरी को मानव के आघात पक्षी फ्लू से प्रभावित होने से मरने के एक मामले को सार्वजनिक कर दिया । इस के मुद्देनजर पेइचिंग ने उसी दिन से पक्षी फ्लू विरोधी आपात निपटारा व्ववस्था शुरू की । अब तक पेइचिंग में पक्षी फ्लू से प्रभावित रोगी के घनिष्ठ संपर्क में आने वाले लोगों में से किसी असामान्य लक्षण का नहीं पता चला । चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस पक्षी फ्लू मामले को विश्व स्वास्थ्य संगठन और थाईवान, हांगकांग व मकाओ के स्वास्थ्य विभिगों को सूचित कर दिया । पेइचिंग स्वास्थ्य ब्यूरो के अधिकारी ने बलपूर्वक कहा कि पेइचिंग में पक्षी फ्लू के मानव में संक्रमित होने की संभावना नहीं है ।
पिछले एक साल में चीन के भीतरी इलाके में आघात पक्षी फ्लू से प्रभावित मानव की यह पहली मौत है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि पेइचिंग का यह मामला हाल में विश्व के अन्य स्थानों में पाये गए रोग से मिलता जुलता है, वह एक सिन्गल कैस है जिस का यह अर्थ नहीं है कि सार्वजनिक क्षेत्र में नए पक्षी फ्लू का संक्रामण होगा।
पेइचिंग स्वास्थ्य ब्यूरो के प्रेस प्रवक्ता सुश्री तङ शाओहोंग ने कहा कि पेइचिंग में पक्षी फ्लू के मानव में फैलने की संभावना बहुत कम है।
विशेषज्ञों के अनुसंधान के मुताबिक वर्तमान में पक्षी फ्लू के मानवों के बीच संक्रमित होने का जीव विज्ञानिक आधार नहीं है। पेइचिंग में पक्षी फ्लू के मानवों में फैलने की दर शून्य के बराबर है।
सुश्री तङ ने कहा कि संबंधित विभागों ने उस रोगी के संपर्क में आने वाले 116 लोगों की मेडिकल जांच की और अब तक किसी में बीमारी का लक्षण नहीं पाया गया । सुश्री तङ ने कहाः
रोगी के घनिष्ठ संपर्क में आने वालों में एक साथ जीवन बिताने और रहने वाले लोग शामिल हैं। उन की कड़ाई से जांच व निगरानी की गयी और संक्रामक रोग के तौर पर 116 लोगों की जांच की गयी,जिन में से किसी में बीमारी का लक्षण नहीं देखने को मिला और पेइचिंग में दूसरा पक्षी फ्लू से प्रभावित मामला भी नहीं हुआ । सात दिन के बाद आपात निपटारा व्यवस्था पर प्रतिक्रिया करने का काम समाप्त होगा।
सूत्रों के अनुसार पांच तारीख को जिस 19 साल की लड़की की मृत्यु हुई है, उस ने पेइचिंग के निकट हपे प्रांत के लांगफांग शहर के एक खुले बाजार में बत्तक खरीदा था और बत्तक को काट कर साफ सुथरा करने का काम किया था।
मानव के पक्षी फ्लू से प्रभावित इस मामले की पुष्टि की जाने के बाद चीनी कृषि मंत्रालय ने तुरंत पेइचिंग और उस के आसपास थ्येनचिन और हपे से तत्काल पालतु पक्षियों में बीमारी का पता लगाने की मांग की, संगरोध निगरानी और संक्रामक रोगों की जांच की जाने से इन क्षेत्रों में पक्षी फ्लू का कोई मामला भी नहीं पाया गया।
पेइचिंग के संबंधित विभागों ने रोग की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठा कर बिना अनुमति प्राप्त दूसरी जगहों की जीवित पक्षियों को पेइचिंग में पहुंचाये जाने पर पाबंदी लगायी और पेइचिंग आने वाले सड़कों, रेलवे और हवाई अड्डों में पशुपक्षी संगरोध और निगरानी स्टेशनों और विभागों ने बाहर से पेइचिंग में आने वाले पशुपक्षियों और उस के उत्पादों की जांच कड़ी कर दी और वाहन साधनों को विषाणु मुक्त करने का काम किया । इस के अलावा पेइचिंग के अधीन विभिन्न डिस्ट्रेक्टों और काऊंटियों ने अपने अपने पशुपक्षी पालन फार्मों और किसान परिवारों में रोग रोकथाम का इंतजाम किया और पालन प्रबंधन और रोग से मरे जानवरों का निपटारा कर नुकसान मुक्त कर दिया तथा जीवित पक्षियों के व्यापार पर पाबंदी लगायी।
पक्षी फ्लू की रोकथाम के लिए पेइचिंग स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों में रोग निवारण जानकारी के बारे में सामग्री बांटी । शहर के रोग रोकथाम केन्द्र के विशेषज्ञ वांग छ्वानई ने कहा कि पक्षी फ्लू की रोकथाम सामान्य रूप से की जा सकती है, इस के प्रति लोगों में घबराहट की जरूरत नहीं है। उन्हों ने कहाः
उदाहरणार्थ, जहां भी मरी हुई पक्षी या पालतु पक्षी देखी, तो उसे छूने से बच जाएं और संबंधित विभाग को इस की रिपोर्ट दें । जीवित पक्षी को न खरीदें, मांस को पूरी तरह पका कर खाएं । पक्षी फ्लू ताप नहीं सह सकता है, ऊंचे तापमान में उस का विषाणु मारा जा सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय मानव के लिए आघात पक्षी फ्लू पर निगरानी बढ़ा देगा और विभिन्न चिकित्सा व स्वास्थ्य संस्थाओं और रोग नियंत्रण केन्द्रों को संदिग्ध व अज्ञात यक्ष्म रोग के बारे में समय रहते ही रिपोर्ट देना चाहिए और विशेषज्ञ दल द्वारा निदान और जांच पुष्टि करनी चाहिए।
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