चीन का राष्ट्रीय वित्त सम्मेलन 5 तारीख को पेइचिंग में आयोजित हुआ। चीनी वित्त मंत्री श्ये श्वी रन ने सम्मेलन में कहा कि 2009 का प्राथमिक वित्त कार्य सकारत्मक वित्तीय नीति लागू करने के साथ सरकार के सार्वजनिक संस्थापनों में पूंजी निवेश करना और ढांचेगत कर कटौती करना आदि शामिल हैं। लीजिए प्रस्तुत है इस विषय पर एक सामयिक वार्ता।
जानकारी के अनुसार, 2009 में चीन ट्रेजरी बांड के पैमाने को बढाएगा, गौरतलब है कि सरकार का सार्वजनिक पूंजी निवेश प्राथमिक रूप से जनता के जीवन, आधारभूत संस्थापनों, पारिस्थितिकी पर्यावरण व विपदा के बाद के पुनर्निर्माण आदि क्षेत्र से संपर्क रखता है, ताकि घरेलु उपभोक्ता की जरूरत को खींचा जा सके और आर्थिक में वृद्धि लाने की हर संभव कोशिश की जा सके।इस बार चीन सरकार द्वारा सार्वजनिक संस्थापनों में पूजीं निवेश, वर्ष 1998 के दक्षिण पूर्वी एशियाई वित्तीय संकट की बराबरी में कुछ अलग ही रहा है। चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के आर्थिक अनुसंधान विभाग के प्रोफेसर येन कांग मिंग ने कहा(आवाज 1) इस बार का पूंजी निवेश 1998 से फर्क है, मुख्य तौर से इसे जनता के जीवन से संबंधित पहलुओं में डाला जाएगा, 1998 में मुख्य तौर से पूंजी को बड़े आधारभूत संस्थापनों में लगायी गयी थी, जबकि इस बार सर्वप्रथम रिहायशी मकान को सुनिश्चत करने के साथ कृषि जल संरक्षण, ग्रामीण सड़क निर्माण आदि ग्रामीण परियोजना में प्राथमिक रूप से पूंजी लगायी जाएगी।
इस के अलावा, सरकार किसानों को कृषि मशीनरी व घरेलु विद्युत उपकरण खरीदने में सब्सीडी प्रदान करेगी और सरकार प्राकृतिक रबर, लौहा इस्पात आदि सामग्रियों की खरीददारी को बढ़ाएगी, ताकि इसे सीधे उपभोक्ता में डाला जा सके।
चीनी वित्त मंत्री श्ये श्वी रन ने सम्मेलन में यह भी कहा कि सकारत्मक वित्त नीति के दौरान कर कटौती नीति भी लागू की जाएगी। श्री येन कांग मिंग ने कहा कि कथित कर कटौती को सुनिश्चता प्रदान करने के साथ उसमें कटौती भी जारी रहेगी। उन्होने कहा(आवाज 2) सार्वजनिक पूंजी निवेश में विस्तार करने के दौरान, कर कटौती को भी सुनिश्चत करना होगा। वरना सार्वजनिक पूंजी निवेश पहलु में पूंजी के आने के स्रोत को सुनिश्चत करना एक मुश्किल समस्या बन सकती है। इस लिए पूंजी निवेश को सुनिश्चत करने के साथ कर में कटौती करना कही अधिक बेहतर साबित होगा ।
श्री येन कांग मिंग ने कहा कि कर कटौती का मुख्य लक्ष्य उद्योगों व नागरिकों की आय के बोझ को हल्का करना है। इस साल चीन सरकार सर्वोतोमुखी रूप से उपभोक्ता मूल्य वृद्धि कर में भारी कटौती करने व आयात निर्यात कर को वापस करने आदि तरीकों से उद्योगों के कर वसूली बोझ को हल्का कर उद्योगों के पूंजी निवेश के इजाफे को प्रेरित करेगी। नागरिक कर वसूली पहलु में बचत बैंक व सिक्यूरिटी बांड के सौदे के ब्याज दर व आयकर वसूली दर को कम करने की नीतियों को मूर्त देने से आम जनता को पूंजी लाभांष दिलाने की कोशिश की जाएगी ।
चीनी वित्त मंत्री श्ये श्वी रन ने कहा कि उचित कर कटौती नीति, लघु कालिन में वित्तीय कर को कम कर सकती है, लेकिन उद्योगों की कठिनाईयों को तो हल्का कर सकती है और इस नीति के तहत आर्थिक के सतत व तेज विकास को प्रेरक शक्ति मिल सकती है, इस लिए दूरदृष्टि से देखा जाए वे वित्त आय वसूली की वृद्धि के लिए एक पक्की व सुदृढ़ नींव तैयार करेगी।
चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के आर्थिक अनुसंधान विभाग के प्रोफेसर येन कांग मिंग ने कहा कि 2008 में चीन की वित्त कर वसूली के 60 खरब य्वान तक पहुंचने की उम्मीद है, जबकि 2009 में वित्त आय कर वसूली गति धीमी होगी, लेकिन धीमी सहनशाली दायरे में हैं। उन्होने कहा (आवाज 3) आप यह नहीं कह सकते कि वित्तीय आय की वृद्धि जितनी ज्यादा हो उतनी अच्छी होगी। हमारी नीति तो यह है कि वृद्धि की स्थिति में कर कटौती लागू करना, असल में यह वृद्धि की उन्नति करने का एक किस्म का समायोजन ही है, इस लिए मेरे ख्याल में धीमी गति एक उचित दायरे में जारी रहेगी।