2009-01-02 17:35:51

इजराइली सेना ने स्थलीय हमला करने का इरादा दिन ब दिन स्पष्ट


दोस्तो, इजराइली रक्षा सेना द्वारा गाज़ा पट्टी पर चलाया गया"कास्ट लीड"नामक फौजी अभियान वर्ष 2008 के अंतिम दिन हुई वर्षा और नव वर्ष के आगमन के कारण बंद नहीं हुआ, गाज़ा पट्टी में इजराइली सेना के स्थलीय हमला करने का इरादा दिन ब दिन स्पष्ट हो रह है, लेकिन फिलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलन हमास समेत फिलिस्तीनी सशस्त्र संगठनों की शक्तियों पर इजराइली सेना फिर भी चिंतित है । 

वर्ष 2008 के 31 दिसम्बर की रात से वर्ष 2009 की पहली जनवरी तक इजराइली सेना ने मुख्य तौर पर हमास की सरकारी इमारत तथा अन्य रणनीतिक ठिकानों पर हमले किये । पहली तारीख को हुए हवाई हमले से हमास का उच्च स्तरीय नेता निज़ार रायान और फिलिस्तीनी सशस्त्र संगठन"जन प्रतिरोध समिति"समेत कई संगठनों के महत्वपूर्ण नेताओं की मृत्यु हुई । अब तक इजराइली सेना के फौजी अभियान से 400 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हुई और घायलों की संख्या 2000 से अधिक हो गयी है ।

लोकमत का ध्यान इस पर केंद्रित हुआ है कि इधर के दो दिनों में इजराइली सेना के स्थलीय हमला करने का इरादा और स्पष्ट हो गया है। इजराइली सेना ने पहली तारीख को सरकार के निर्णायक संस्था से गाज़ा पट्टी में एक बड़े पैमाने वाला अल्पकालिक स्थलीय हमला करने का सुझाव पेश किया । साथ ही इजराइली सेना के होम फ्रोंट कमांड ने कुछ रिज़र्व सैनिकों का विन्यास किया है और व्यक्तियों की तलाश व बचाव जैसे युद्धाभ्यास भी किया । जाहिर है कि इजराइल ने वास्तविक युद्ध के लिए कुछ तैयारी की है । देश के रक्षा मंत्री एहुद बाराक और उप रक्षा मंत्री माटान विल्नाई ने अपने ऑफिस को दक्षिण भाग में भी स्थानांतरित किया ।

आंकड़ों के अनुसार कई दिनों की बमबारी से इजराइली सेना ने हमास के 400 से अधिक ठिकानों पर हमले किये, लेकिन इधर के दो दिनों में इस प्रकार का हमला कम हो गया है । विश्लेषकों का विचार है कि हमला करने लायक ठिकानों की संख्या कम होने और बमबारी से कम फायदा होने से इजराइली सेना के स्थलीय हमला करने की संभावना बड़ी होगी ।

लेकिन विश्लेषकों ने यह विचार भी प्रकट किया कि भावी दिनों में इजराइली सेना गाज़ा पट्टी में प्रवेश करेगी या नहीं, हमास की प्रतिरोध शक्तियां नजरअंदाज नहीं की जा सकती । वर्तमान में इजराइल के खिलाफ हमास की हमला बोलने की गतिविधियां व्यवस्थित रूप से की जा रही हैं । हमास ने मुख्य तौर पर दो रणनीतियां अपनायीं ।

सर्वप्रथम, हमास लम्बी दूरी के रॉकेट बम के जरिए इजराइल के लिये बड़ा खतरा पैदा करेगा । ऐसी स्थिति में , जबकि हमास के अनेक रॉकेट बम के प्रक्षेपण अड्डो और गोलाबारुद भंडारों आदि बुनियादी संस्थापनों को नष्ट किया गया, साथ ही गाज़ा पट्टी पर और हमला बोलने के लिये तैयारी पूरी हो गयी है, पर गाड़ा पट्टी की सशस्त्र शक्तियों की रॉकेट बम दागने की शक्ति कमजोर नहीं हुई । इतना ही नहीं, हमास ने लम्बी दूरी मारक रॉकेट बम छोड़ने की क्षमता को भी उन्नत किया । इस तरह गाज़ा के सीमांत क्षेत्र से 40 किलोमीटर वाले दायरे में रहने वाले करीब नौ लाख वासी हमास के रॉकेट बमों के खतरे में पड़ गये है, यह संख्या इजराइल की कुल जन संख्या का 10 प्रतिशत से ज्यादा है । इस तरह इजराइल को विवश होकर गाज़ा पट्टी से सटे क्षेत्रों में खड़ी की गयी तीन प्रतिरक्षा पट्टियों से चार तक बढ़ाना पड़ा ।

दूसरा, हमास मनोगत प्रहार कर रहा है । पहली तारीख को आंशिक इजराइलियों ने हमास द्वारा भेजे गए शोर्ट मेसेज प्राप्त किए, जिन में इजराइली नागरिकों से चेतावनी दी गई कि हमास जवाबी प्रहार में नया तरीका अपनाएगा ।"जन प्रतिरोध समिति"के प्रवक्ता श्री अबू अबिर ने कहा कि फिलिस्तीनी सशस्त्र शक्तियों के पास आश्चर्यजनक फौजी व तकनीकी क्षमता भी होती है ।

उक्त स्थितियों से देखा जाए, तो भावी कई दिन इजराइल के लिए स्थलीय कार्रवाई करने या न करने का फैसला लेने का कुंजीभूत समय होगा । समय बीतने के साथ साथ हमास द्वारा उठाए गए उक्त कदमों से इजराइल की प्रतिरक्षा लागत बढ़ जाएगी । इस के साथ ही गाज़ा पट्टी पर इजराइली सेना के हमले को लेकर अरब लीग समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय का दवाब दिन ब दिन बढ़ता गया । सो हमला करना जारी करेगा या युद्ध विराम लागू करेगा, इजराइल को शीघ्र ही फैसला करने की जरूरत पड़ती है । (श्याओ थांग)