2008-12-31 10:31:10

ली च्यांग शहर का मशहूर सांस्कृतिक ब्रांड——नाशी प्राचीन संगीत

दक्षिण पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत का लीच्यांग शहर एक रमणीक स्थल है , जहां प्राचीन शैली के कस्बे सुरक्षित हैं, प्राकृतिक दृश्य सुन्दर हैं और सांस्कृतिक इतिहास भी पुराना है । ली च्यांग आकर लोग शहर के मेयर को न जानें यह साधारण बात है, लेकिन एक व्यक्ति का नाम लीच्यांग वासियों के मन में बसा हुआ है । यह है नाशी जातीय प्राचीन संगीत के प्रतिनिधि ---श्वुआन खह । ली च्यांग पर्यटन संस्कृति के प्रतीक के रूप में उन्होंने नाशी जाति के प्राचीन संगीत को सफलतापूर्वक विश्व के सामने पेश किया और इसे ली च्यांग शहर का मशहूर सांस्कृतिक ब्रांड बनाया।

श्वुआन खह का जन्म वर्ष 1930 में हुआ था, उन के पिता युरोप से आए एक पादरी थे, इस तरह बचपन से ही उन्होंने अपने पिता से पश्चिमी संस्कृति और प्यानो सीखा था । चीन के मिंग और छिंग राजवंशों के दौरान अनेक मशहूर सांस्कृतिक व्यक्ति देश के उत्तर से दक्षिण पश्चिमी भाग स्थित युन्नान प्रांत आए । कंफ्युशियस संस्कृति का लीच्यांग के नाशी जातीय क्षेत्र में भी प्रसार हुआ है । इस तरह पश्चिमी देशों की संस्कृति सीखने के दौरान परम्परागत चीनी राष्ट्र की संस्कृति के प्रति श्री श्वुआन खह को भारी रूचि हुई । उन्होंने अनेक चीनी प्राचीन पुस्तकें पढ़ीं।

युवावस्था में श्वुआन खह एक मशहूर स्थानीय संगीत कंडक्टर थे। लेकिन वर्ष 1957 में उन्हें गलती से जेल में डाल दिया गया और उन्होंने वहां अपने 21 वर्ष बिताए । जेल से बाहर आने के बाद श्वुआन खह ली च्यांग शहर के प्रथम मीडिल स्कूल में एक गणित के अध्यापक बने । लेकिन संगीत के प्रति गहरे प्यार और प्राचीन संगीत का अनुसंधान करने वाले श्वुआन खह ली च्यांग नदी के आसपास प्राचीन चीनी संगीत की खोज में लगे रहे। इस की चर्चा में श्री श्वुआन खह ने कहा:"मैं प्राचीन संगीत सीखना चाहता था। लेकिन प्राचीन चीनी संगीत कम सुनता था । ली च्यांग शहर में 90 प्रतिशत से 95 प्रतिशत संगीत लोक संगीत है । मैं सोच रहा था कि प्राचीन संगीत कहां है? दो हज़ार वर्ष पहले कंफ्युशियस ने कहा था कि अगर संगीत व संस्कृति खो जाए, तो लोक में जाकर उस की खोज करो । इस वाक्य का मुझ पर गहरा प्रभाव पड़ा ।"

इस तरह श्वुआन खह नाशी जाति के प्राचीन संगीत को खोजने, और उस के आकलन में लगे रहे । ली च्यांग शहर में रहने वाली नाशी जाति में आज तक प्राचीन लोक धुनें प्रचलित हैं, जो थांग राजवंश की कविताओं से जुड़ी धुनें हैं । क्या ये धुनें प्राचीन चीनी संगीत ही है?इस को साबित करने के लिए अवकाश के समय श्वुआन खह लोक संगीत की खोज व आकलन की कोशिश करते रहे । अनेक बार की कोशिशों के बाद उन्होंने पता लगाया कि प्राचीन थांग राजवंश का संगीत नाशि प्राचीन संगीत में सुरक्षित है।

ऐतिहासिक ग्रंथों के अनुसार, चीन के थांग और सुंग राजवंशों के दौरान ताओ धर्म का संगीत और कंफ्युशियस रॉयल संगीत बहुत लोकप्रिय था। लेकिन समय गुज़रने के बाद ये संगीत धीरे-धीरे लुप्त हो गया । लेकिन इस प्रकार के सांस्कृतिक अवशेष युन्नान प्रांत के दूर स्थित यूलुंग बर्फीले पहाड़ की तलहटी में नाशी जाति बहुल क्षेत्र में सुरक्षित हैं । यह आश्चर्यजनक बात है । नाशी प्राचीन संगीत थांग और सुन राजवंशों के रॉयल संगीत तथा शुद्ध ताओ धर्म के संगीत से मिश्रित संगीत है, लम्बे समय के विकास के कारण इस प्राचीन संगीत में नाशी जातीय लोकगीत, लोकधुनें और शैली भी शामिल होते गए हैं । इस तरह आज नाशी प्राचीन संगीत प्राचीन धुन, प्राचीन संगीत यंत्र और प्राचीन संगीत से गठित है। सौ वर्ष में ली च्यांग के नाशी प्राचीन संगीत नाशी जाति के जीवन का एक भाग बन गया है।