2008-12-29 14:23:43

शांगरिला में रह रहे तिब्बती बड़ी मां का सुखमय जीवन

दक्षिण पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत के दिछिंग तिब्बती प्रिफैक्चर की राजधानी शांगरिला के थानछङ मैदान में हर रात को बहुत शोर मचता है । स्थानीय लोग रात्रि का खाना खाने के बाद यहां एकत्र होकर क्वोच्वांग नृत्य करते हैं । यह तिब्बती जाति का विशेष सामूहिक नृत्य है । चाहे पुरूष हों यो महिलाएं, बड़े हों या छोटे ,वे सब लोग एक साथ नाचते हैं । वे एक घेरा बनाकर संगीत के साथ नाचते हैं । आनंदमय वातावरण में हर व्यक्ति के चहरे पर मुस्कुराहट देखी जा सकती है । शांगरिला कांउटी के च्येनथांग कस्बे में स्थित नोशी गांव में रहने वाली तिब्बती बड़ी मां तुनचु चोमा कभी कभार यहां आकर क्वोच्वांग नृत्य करती हैं । उन्होंने कहा कि हालांकि उम्र ज्यादा हो गई है फिर भी वे अक्सर यहां आती हैं । आज जीवन अच्छा हो गया है, दोस्तों के साथ क्वोच्वांग नृत्य करने पर उन्हें बड़ी खुशी होती है ।

66 वर्षीय बड़ी मां तुनचुन चोमा का शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा है ।

आज के जीवन की चर्चा में वे बहुत खुश हैं और हंसते हुए कहा कि पहले जीवन बहुत कठिन था, आज जीवन बहुत अच्छा है । बचपन की यादें, पुराने जमाने के कठिन जीवन की याद अभी भी उन के दिमाग में ताज़ा है । सात व आठ वर्ष की उम्र से ही उन्होंने भारी खेती का काम करना शुरु कर दिया था, लेकिन हर वर्ष की फ़सल भू-दास मलिकों को देनी पड़ती थी । तिब्बती ब़ड़ी मां तुनचुन चोमा ने कहा:

"पहले खाने, पीने और पहनने की चीज़ें कम थीं । रहने की जगह

बहुत गंदी होती थी । आज तो सभी चींज़ें अच्छी हो गयी हैं । सुधार व खुले द्वार की नीति लागू होने के बाद देश की नीति अच्छी हो गई है, हमारे जीवन में सुख आ रहा है । घर में सूअर पालने, नीलगाय पालने और खेती का काम करने के लिए सरकार भत्ता देती है । आज हमारे यहां के तिब्बती लोग समृद्द हो गए हैं। हम जैसे साठ साल के ऊपर वाले बूढ़ों को सरकार भत्ता भी देती है , और हमारे साथ अच्छा व्यवहार भी करती है । पुराने जमाने में कुछ नहीं था ।हमारा शोषण किया जाता था । खेती का काम करते थे, हमारी फ़सल

को छीन लिया जाता था । साथ ही ज़मीन मालिकों को पैसे देने

पड़ते थे । उस समय जीवन बहुत कठिन था ।"

अभी आप ने सुना तिब्बती बड़ी मां तुनचु चोमा द्वारा गाया गया《पेइचिंग के स्वर्ण पहाड़ पर》नामक गीत । गीत में कहा गया है कि

पेइचिंग के स्वर्ण पहाड़ पर रोशनी है बहुत चमकदार

हमारे अध्यक्ष माओ स्वर्ण सूर्य की तरह हैं

बहुत स्नेहपूर्ण हैं वे

हमारे भूदासों के दिल को चमका

समाजवाद के रास्ते पर सुखपूर्ण उन के साथ चलते हैं हम

बड़ी मां ने कहा कि यह उन का सब से पसंदीदा गीत है । हालांकि अब गीत के बोल याद नहीं हैं, लेकिन कभी कभार वे गाती हैं । बड़ी मां के घर के लीविंग रूम में एक तख्ता है, जहां तिब्बती बौद्ध धर्म के दसवें पंचन लामा और अध्यक्ष माओ त्सेतुंग का फोटो है । फोटो पर तिब्बती जाति का शुभ सूचक सफेद हाता रखा हुआ है । चीन के बहुत से तिब्बती क्षेत्रों में ज्यादातर तिब्बती लोगों के घर में ऐसा तख्ता देखा जा सकता है । बड़ी मां तुनचु चोमा ने कहा कि अध्यक्ष माओ और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में तिब्बती जाति ने मुक्ति प्राप्त की और सुखी जीवन बिताने लगे । इस तरह तिब्बती जाति के दिल में अध्यक्ष माओ जीवित बुद्ध की तरह महान हैं । तिब्बती लोग अध्यक्ष माओ को धन्यवाद देते हैं और कम्युनिस्ट पार्टी को धन्वाद देते हैं । हर दिन तख्ते के सामने पूजा करते हैं और कामना करते हैं कि भविष्य का जीवन और सुखी होगा । तिब्बती बड़ी मां तुनचु चोमा ने कहा:

"आज हमारी पार्टी की धार्मिक नीति भी अच्छी हो गई है ।हमारे तिब्बती

लोगों के धार्मिक विश्वास पर कोई पाबंदी नहीं है । अधयक्ष माओ ने हमें नया जीवन दिया है, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में हम सुखी जीवन बिता रहे हैं । इस तरह हम तिब्बती लोग अध्यक्ष माओ का फोटो जीवित बुद्ध के साथ रख कर पूजा करते हैं ।"

तिब्बती बड़ी मां तुनचु चोमा स्वच्छ व रंगबिरंगी तिब्बती पौशाक पहनती हैं । उन्होंने कहा कि पहले सिर्फ़ त्योहार के वक्त इस प्रकार का कपड़ा पहना जाता था, लेकिन आज हर रोज इस प्रकार की पौशाक पहन सकती हैं , सुन्दर कपड़े पहनने के बाद दिल खुश रहता है ।

इस लेख का दूसरा भाग अगली बार प्रस्तुत होगा, कृप्या इसे पढ़े। (श्याओ थांग)