2008-12-29 11:18:32

गाजा पर इजराइल का हवाई प्रहार जारी


इजराइली रक्षा सेना ने फिलिस्तीनी गाज़ा पट्टी के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास के खिलाफ कास्ट लीड नामक सैन्य कार्यवाई ने 28 तारीख को दूसरे दिन में प्रवेश की। उसी दिन, इजराइली सेना द्वारा हमास के निशाने पर हवाई प्रहार और हमास आदि सशस्त्र शक्तियों द्वारा इजराइल पर रॉकेट हमला जारी रहा। गाजा की तनावपूर्ण परिस्थिति ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचा है।

28 तारीख के तड़के, इजराइली लड़ाकू विमान ने रात्रि की छाया में फिर एक बार गाज़ा पर बमबारी की और गाज़ा पट्टी के खिलाफ दूसरे दिन की सैन्य कार्यवाई शुरु की। भोर के समय इजराइली सेना के बड़े पैमाने वाला प्रहार छिटफूट बमबारी में बदला गया। इजराइली रक्षा सेना की प्रवक्ता सुश्री अविटाल लेईबोलिज़ ने संवाददाता के साथ साक्षात्कार में कहा,27 तारीख को, हमने हमाल के 50 निशानों पर हमला बोला। आज हवाई प्रहार के निशानों की संख्या कल से बराबर है। आज हमारा अंतिम प्रहार 40 सुरंगों को बम से बर्बाद करना है। ये 40 सुरंग गाज़ा व मिस्र के सीमांत क्षेत्र में स्थित हैं, जो पाकिस्तानी सशस्त्र शक्ति द्वारा हथियारों व रॉकेटों की तस्करी करने , आतंकवादी तत्वों द्वारा गाज़ा में आने जाने और इस क्षेत्र के अन्य देशों में प्रशिक्षण देने का रास्ता है।

सुश्री लेईबोलिज़ ने हवाई प्रहार से फिलिस्तीनियों की हताहती के बारे में ब्योरा नहीं दिया। उन्होंने केवल इस बात पर जोर दिया कि हताहती में अधिकांश हमाल के सशस्त्र शक्तियां हैं। लेकिन, गाज़ा पट्टी के स्वास्थ्य विभाग से मिली खबर के अनुसार, इजराइली सेना की हवाई कार्यवाई से अभी तक कम से कम 296 लोगों की मृत्यु हुई है और 950 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

इजराइली प्रधान मंत्री की दफ्तर प्रवक्ता श्री मार्क रेगेव ने 28 तारीख को यह जानकारी दी कि इजराइली मंत्रिमंडल के सम्मेलन ने उसी दिन गाज़ा समस्या पर तीन प्रमुख निर्णय लिये हैं।प्रथम, हालिया मुसीबत परिस्थिति का निपटारा करने के लिए इजराइल दक्षिण इजराइल में आपात स्थिति कानून का कार्यान्वयन करेगा। दूसरा, इजराइल विशेष आर्थिक स्थिति अपनाकर खाद्य पदार्थ आदि सामग्रियों की सामान्य सप्लाई को सुनिश्चित देगा। तीसरा, इजराइल संसद से रिजर्व सेना भरती करने की अनुरोध को मंजूरी देने की अपील करेगा।इजराइल पक्ष का मानना है कि हालिया परिस्थिति जल्दी से समाप्त नहीं होगी, इसलिए, रिजर्व सेना को भरती करने की जरूरत है।

इजराइली रक्षा मंत्रालय ने कहा कि गाज़ा पट्टी की तनावपूर्ण परिस्थिति के संभवतः तीव्र होने की तैयारी करने के लिए रिजर्व सैनिकों की संख्या 6700 होगी।रिपोर्ट के अनुसार, इजराइली पैदल सेना और बख़्तरबंद सेना के सैनिक के कई सौ सैनिकों को 28 तारीख को गाज़ा पट्टी के सीमांत क्षेत्र में भेजा गया था।इजराइली रक्षा मंत्री श्री बाराक ने कहा कि इजराइल द्वारा गाज़ा पर थलीय प्रहार करने की भी संभावना है। लेकिन, इजराइली सेना की प्रवक्ता सुश्री लेईबोलिज़ ने बलपूर्वक कहा कि हवाई प्रहार अभी भी गाज़ा गतिविधि का प्रमुख हंथकंडा रहेगा।हमने थलीय सेना का इस्तेमाल करने की योजना नहीं बनायी है। हाल में केवल हवाई प्रहार रहा है। रिजर्व सेना को भरती करने की समस्या की चर्चा में उन्होंने कहा कि यह सर्वप्रथम मंत्रिमंडल की मंजूरी पाने की जरुरी है, इस के बाद रक्षा मंत्रालय की पुष्टि की जानी चाहिए। हमें समय से पहले तैयारी करनी है। लेकिन, अब हमने किसी भी एक आदमी को भरती नहीं किया है। यह केवल एक विकल्प है। यदि आवश्यक्ता हो, तो हम रिजर्व सेना का इस्तेमाल करेंगे।

इजराइली सेना द्वारा गाज़ा पर हवाई प्रहार से अनेक फिलिस्तीनियों की हताहती हुई है। मिस्र की राजधानी काहिरा की यात्रा करने वाले फिलिस्तीनी राष्ट्रीय सत्ताधारी संस्था के अध्यक्ष श्री अब्बास ने उसी दिन स्पष्ट रुप से गाज़ा में इजराइल की सैन्य कार्यवाई का विरोध किया।उन्होंने आशा जताई कि इजराइल व फिलिस्तीन यथाशीघ्र ही वार्तालाप की बहारी करेंगे, ताकि फिलिस्तीनी जनता की सुरक्षा को सुनिश्चित दे।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय गाज़ा पट्टी में तनावपूर्ण परिस्थिति पर ध्यान देता रहा। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 28 तारीख को वक्तव्य जारी करके फिलिस्तीन व इजराइल से तुरंत हिंसा को बंद करने की अपील की। इराक, रुस, तुर्की, सऊदी अरब और क्यूबा आदि देशों की सरकारों तथा अरब बील आदि अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने अलग अलग तौर पर वक्तव्य जारी करके इजराइल के हवाई प्रहार की निंदा की और उसे बंद करने की अपील भी की। अंतरराष्ट्रीय लोकमत ने इजराइल को दबाव महसूस हुआ है, लेकिन, इजराइली पक्ष ने हमास कार्यवाई समस्या पर अपने रुख पर टडा रहा। इजराइली उप विदेश मंत्री श्री एन्दी डेविड ने कहा,हमास को इजराइल के खिलाफ हमले को बंद करना चाहिए। यदि हमारे पर हमला नहीं किया जाता, तो हम किसी भी फिलिस्तीनी पर प्रहार भी नहीं करेंगे। यह एक बहुत सरल बात है।