तिब्बत स्वायत प्रदेश के स्वास्थय विभाग से मिली खबर के अनुसार, तिब्बत में संक्रामक रोगों और स्थानीय रोगों पर कारगर नियंत्रण किया गया है और रोग दर और मृत्यु दर दोनों में भारी गिरावट आयी है।
आंकड़े बताते हैं कि वर्तमान में तिब्बत में संक्रमक रोगों की दर और मृत्यु दर प्रति लाख आबादी में अलग अलग तौर पर 284 और 68 है। जबकि वर्ष 1990 में यह दर प्रति लाख आबादी में अलग अलग तौर पर 91 1 और 91 थी।
परिचय के अनुसार, वर्ष 2004 से, तिब्बत ने नवजात शिशुओं को मुफ्त रुप से हैपेटाइटिस बी के टीके लगाना शुरु किया। इतना ही नहीं, तिब्बत नवजात शिशुओं को 24 घंटों के भीतर मुफ्त रुप से टीबी के टीके लगाता है और टी बी के विषाणु से ग्रस्त रोगियों की इलाज फीस को कम करने की नीति भी अपनाता है। इस के अलावा, तिब्बत ने आयोडीन नमक का प्रसार और आयोडीन की कमी के रोग की निगरानी को भी मज़बूत किया।
वर्तमान में तिब्बत में व्यक्ति की औसत आयु 67 तक पहुंची है, जो पिछली शताब्दी के 50 के दशक की शुरुआत की तुलना में 31 वर्ष बढ़ी है। तिब्बत में आबादी भी शांतिपूर्ण मुक्ति के समय की 10 लाख से आज की 28 लाख 40 हजार तक बढ़ गयी है। (श्याओयांग)