"अमरीका,, जापान से दोस्त यहां कभी कभार आते हैं । वे खुद पुरानी वस्तुएं धोना पसंद करते हैं। मुझे लगता है कि मेरे यहां एक विश्व गांव है । यहां आने वाले लोगों की समान रूचि है ।"
जापान से आई सुश्री मारिकु काओरी अपने अमरीकी नागरिकता वाले पति के साथ चीन के च्यांगसू प्रांत के वूशी शहर में रहती हैं । वे पांचवीं बार युन्नान और आतान की वाकांगचाई वर्कशॉप आईं हैं । उन्होंने कहा कि चार साल पूर्व वे पहली बार वाकांगचाई वर्कशोप आयी थीं, और उन्हें यहां की रद्दी वस्तुओं बहुत पसंद आईं। इस तरह हर बार युन्नान आने के बाद वे यहां आती हैं और आतान की अच्छी दोस्त बन गईं हैं। सुश्री मारिकु काओरी ने कहा:
"आतान बहुत जोशीला है, उसे अपनी रूचि वाला कार्य करना पसंद हैं । वे अच्छे आदमी हैं । हर साल हम जरूर यहां आते हैं । आतान उत्साह से हमारा स्वागत करते हैं । आसपास का प्राकृतिक दृश्य बहुत सुन्दर है । मुझे लगता है कि यह एक ऐसा स्थल है, जहां हर्षोल्लास है।"
वाकांगचाई वर्कशॉप का प्रबंध करने और लीच्यांग शहर में रहते हुए आतान को बहुत सुविधापूर्ण लगता है । उन्हें लगता है कि सुन्दर लीच्यांग शहर में रहना उन के लिए सौभाग्य की बात है । उन का कहना है:
"लीच्यांग में ज्यादा अल्पसंख्यक जाति के लोग एक साथ रहते हैं । इस के साथ ही, युरोपीय लोग, अमरीकी, इज़राइली सब लोगों को यहां आना पसंद है । ली च्यांग का मौसम अच्छा है, जलवायु अच्छी है, औद्योगिक प्रदूषण नहीं है और पानी बहुत स्वच्छ है । इस के पास ताली शहर, लूकुहू झील और शांगरिला सब मशहूर पर्यटन स्थल हैं, बहुत सुन्दर भी । इस तरह मेरा विचार है कि लीच्यांग रहने के लिए सुविधापूर्ण है।"
वाकांगचाई वर्कशॉप के भविष्य की चर्चा में आतान ने आशा जतायी कि सरकार और उदार नीति अपनाएगी, भविष्य में वे जमीन खरीद कर वर्कशॉप का विस्तार करेंगे । युन्नान के काले मिट्टी बर्तन आदि हस्त कलात्मक चीज़ों को यहां आकृष्ट करेंगे । उन की आशा है कि पर्यावरण संरक्षण वाला काम करें और सौर ऊर्जा का प्रयोग करें । आतान की योजना है कि वाकांगचाई को रद्दी वस्तुएं खरीदने का स्वर्ग बनाने के अलावा, यहां जानवरों की एक दुनिया भी बनाई जाए । मानव और जानवर, मानव और प्रकृति, मानव और मानव सामंजस्पूर्ण रूप से यहां साथ-साथ रहें । आतान की आशा है कि वे पर्यावरण संरक्षण, ग्रामीण आर्थिक विकास, जातीय संस्कृति का विस्तार, मानव एवं प्रकृति के सामंजस्यपूर्ण विकास वाला विशेष सृजन जारी रखेंगे और लगातार विकास करेंगे । उन्होंने कहा:
"पहले वाकांगचाई थांग राजवंश में एक शानदार कहानी सुनाती थी, यहां अठारह वीर किसान विद्रोही हुए । इस तरह हमारे आज के वाकांगचाई का एक लक्ष्य है कि हम अठारह किस्म वाले लोक सृजनात्मक कलात्मक मज़दूरों को इक्ट्ठा करेंगे । हर मज़दूर अपने शिष्य को पढ़ाता है और अपने विशेष कला को जारी रखता है । इन में खाने, प्रयोग करने, जीवन से संबंधित विभिन्न प्रकार की सृजनात्मक चीज़ें शामिल हैं ।"
लोग लीच्यांग शहर को एक सांस्कृतिक सुपर मार्केट कहते हैं, विभिन्न प्रकार की सभ्यता यहां एकजुट हैं और हर व्यक्ति इस स्थल पर अपने लिए अनुकूल संस्कृति प्राप्त कर सकता है । थाईवानी बंधु आतान ने ली च्यांग में अपनी सांस्कृतिक सृजनात्मक रचना हासिल की है ।