2008-12-25 14:48:46

थाईवानी व्यापारी आतान और उन का रद्दी की चीज़ों को उपयोगी बनाने वाली वर्कशॉप

दक्षिण पश्चिमी चीन के युन्नान प्रांत के ली च्यांग शहर से लाशिहाई राष्ट्रीय दलदल भूमि पार्क के रास्ते पर एक प्राचीन शैली वाली वर्कशॉप लोगों की नज़र खींचती है, जिस के द्वार पर"वाकांगचाई"तीन बड़े शब्द अंकित हैं । चीन के इतिहास में थांग राजवंश की स्थापना से पूर्व कई किसान विद्रोहियों ने वाकांगचाई नामक किले की स्थापना की थी । उन्होंने किसानों का नेतृत्व कर कठिनाइयों को दूर कर पुराने राजवंश को भंग कर दिया और नए थांग राजवंश की स्थापना की । आतान की इस वर्कशॉप का नाम इसी"वाकांगचाई"किले से आया है । वर्कशॉप आकर लोगों की निगाह सर्व प्रथम तिब्बती नीलगाय के सिर वाले लकड़ी के द्वार पर पड़ती है। वर्कशॉप में चारों और विभिन्न प्रकार की पुरानी चीज़ें रखी हुईं हैं । एक रद्दी नाव, पुरानी शैली की चावल कूटने की मशीन, एक छोटी लकड़ी की कटोरी और घी बनाने वाली मशीन इत्यादि । थाईवानी देशबंधु आतान ने अपनी वर्कशॉप बनाने की याद करते हुए कहा:

"यह मेरी रूचि है । मैं डिज़ाइनर हूँ । इसी वर्कशॉप में कार्यरत हमारे साथी सब पेशेवर ड़िजाइनर हैं । मुझे लगता है कि अगर लोगों के पास पैसे होने के बावजूद संस्कृति का अभाव है, तो जीवन में दिलचस्पी नहीं रहती । हमारी वर्कशॉप जातीय वस्तु और पारिस्थितिकी व सृजन को मिलाकर बनाई गयी है । इस के साथ ही मैं ने एक पुरानी शैली वाली बार खोली, जिस में प्रयोग की जाने वाली वस्तुएं लाशीहाई के आसपास रहने वाले लोगों की पुरानी वस्तुएं हैं, टूटी हुई नाव, पुराने मछली के जाल आदि का प्रयोग मैं इसी बार में करता हूँ ।"

वास्तव में"वाकांगचाई"एक ऐसी वर्कशॉप है, जहां लोक रीति रिवाज़ से जुड़ी पुरानी वस्तुएं, ग्रामीण संस्कृति और मनोरंजन शामिल है । वर्कशॉप के प्रधान आतान थाईवान के थाईचोंग शहर से हैं । सात साल पूर्व वे अपने दोस्तों के साथ यात्रा के लिए लीच्यांग आए, और यहां के जातीय रीति रिवाज़ों से आकृष्ट हुए। थाईवान वापस लौटने के कुछ समय बाद ही आतान अपने परिवार को ले कर यहां स्थानांतरित कर गए । इस के बाद डिज़ाइनर आतान को रद्दी की चीज़ों में रुचि पैदा हुई । उन्होंने कई थाईवानी दोस्तों के साथ वाकांगचाई वर्कशॉप की स्थापना की । आतान और वर्कशॉप के कर्मचारियों के सुधारने से अनेक रद्दी वस्तुओं की अच्छी बिक्री होती है । अधिकांश ग्राहक वाकांगचाई आकर अपनी पसंदीदा प्राचीन वस्तुएं खरीदते हैं । आतान ने कहा कि वे अपने दोस्तों के साथ अपने सृजन के जरिए स्थानीय किसानों का जीवन समृद्ध बनाने की कोशिश कर रहे हैं । उन का कहना है:

"हम किसानों के कृषि उत्पादों को उच्च मूल्यवान वस्तु बनाते हैं। मसलन गांव में सेबों की बिक्री अच्छी नहीं होती, तो हम सेबों से सिरका बनाते हैं । हम अंगूर की वाईन बनाते हैं और लाल बेरी से लाल बेरी सिरका व लाल बेरी वाईन बनाते हैं । इस के जरिए पहले एक य्वान में आधा किलो बिकने वाली चीज़ों का दाम बढ़कर उच्च हो जाता है । हम इस प्रकार की तकनीक स्थानीय किसानों को देते हैं । हमारे यहां एक प्रशिक्षण केंद्र--सांस्कृतिक औद्यागिक केंद्र है । आप जो कुछ भी करना चाहते हैं, हम आप की उस काम को करने में मदद कर सकते हैं।"

आतान की वाकांगचाई वर्कशॉप में मशीन व सरंजाम थाईवान के अलावा बाकी सभी संसाधन और मज़दूर स्थानीय लीच्यांग शहर से आए हैं । उन्होंने कहा कि हर जगह अच्छे मज़दूर ढूंढना मुश्किल है । लेकिन लीच्यांग शहर में विभिन्न प्रकार के हस्त कलाकार ज्यादा हैं । यहां श्रेष्ठ कांस्य मज़दूर, श्रेष्ठ रजत वस्तु बनाने वाले मज़दूर, श्रेष्ठ लकड़ी की नक्काशी करने वाले मज़दूर और श्रेष्ठ ललित कलाकार उपलब्ध हैं । कांस्य वस्तु बनाने वाले 24 वर्षीय मज़दूर त्वान क्वेईह्वा युन्नान प्रांत के ताली शहर के हैं । कांस्य वस्तु बनाने के क्षेत्र में काम करते हुए उन्हें 10 साल बीत चुके हैं । आतान की वाकांगचाई वर्कशॉप में काम करने की चर्चा करते हुए मज़दूर त्वान क्वेईह्वा ने कहा:

"जब मैं पहली बार ली च्यांग आया, तो मेरी मुलाकात आतान से हुई और इस वर्कशॉप में बनाए गए हस्त ऊंट बेल को देखा, मुझे बहुत पसंद आया और मैंने यहां ठहरना तय किया । हर दिन मैं अग्नि बर्तन जैसी अनेक हस्त कलात्मक वस्तुएं बनाता हूँ, इन की बिक्री अच्छी होती है। मैं इस प्रकार के कार्य को पसंद करता हूँ और मुझे नई वस्तुओं का सृजन करने में भी रूचि है ।"