2008-12-25 14:11:44

भारत पाक संबंध में तनाव बढने पर भी युद्ध नहीं होगा

दोस्तो , गत नवम्बर के अंत में मुम्बई हमलों के बाद भारत पाक शांति प्रक्रिया एकदम स्थगित हो गयी , दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण दौर में प्रविष्ट हुआ । हाल ही में दोनों देशों के बीच वाक् युद्ध से विकसित होकर फौजी मुकाबले की स्थिति उत्पन्न हो गयी , जिस पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की निगाहें टिकी हुई हैं । इस के साथ ही अमरीकी चीफ आफ स्टाफ के ज्वायंट सम्मेलन के अध्यक्ष मुल्लेन ने हाल में मध्यस्थता के लिये फिर दक्षिण एशिया गये । लोकमत का विश्लेषण है कि भारत पाक संबंध में कुछ समय तक तनाव बना रहेगा , पर दोनों देशों के बीच युद्ध होने की आशंका नहीं है ।

26 नवम्बर को मुंबई में हुए आतंकी हमलों से जान माल को भारी क्षति हुई है , भारत सरकार ने तुरंत ही इस बात पर पाकिस्तान का आरोप लगाया है कि वह आतंकी हमलों से संबंधित है , भारतीय विपक्षी दलों ने इसी संदर्भ में जबरदस्त प्रतिक्रिया की है और हमलावरों की पूरी जांच करने का अनुरोध भी पेश किया है । इसी बीच पाकिस्तान के संबंधित सरकारी विभाग ने एक तरफ मुंबई हमलों से कोई संबंध रखने से इनकार कर दिया , दूसरी तरफ आतंकवादियों का विरोध करने में भारत के साथ सहयोग करने का वचन दिया ।

लेकिन भारत सरकार ने हाल ही में अचानक पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए धमकी दी कि वह पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध करेगी , जिस से पाकिस्तान ने तीव्र प्रतिक्रियाएं व्यक्त कीं । भारतीय कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी ने 21 दिसम्बर को हुए समारोह में कहा कि भारत बराबर पडोसी देशों के साथ बेहतरीय संबंध बनाये रखने के लिये प्रयास करता आया है , पर आशा भी है कि पड़ोसी देश भारत की शांति से प्यार करने की कोशिश को कमजोर न समझेंगे , नहीं तो भारत समुचित जवाब देगा । दूसरे दिन भारतीय विदेश मंत्री मुखर्जी ने विदेशों में स्थित भारतीय राजनयिक मंडल सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यदि पाकिस्तान मुंबई हमलों से जुड़े संदिग्ध आतंकवादियों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठायेगा , तो भारत सभी जरूरी कदम उठा देगा ।

पाकिस्तान ने तुरंत ही भारत को कड़ा जवाब दिया । पाक थल सेना के चीफ आफ स्टाफ कयानी ने 22 दिसम्बर को कहा कि यदि भारत पाकिस्तान के भीतर कोई फौजी प्रहार करे , तो पाकिस्तान कई मिनट में मुंह तोड़ जवाब देगा । पाक राष्ट्रपति जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ शांतिमय व सदिच्छापूर्ण द्विपक्षीय संबंध बरकरार रखने को तैयार है । पाकिस्तानी राष्ट्रीय असेम्बली ने विशेष मीटिंग बुलाकर राज्य की सुरक्षा पर विचार विमर्श किया और 24 दिसम्बर को पारित प्रस्ताव में मुंबई हमलों को लेकर भारत द्वारा पाकिस्तान पर लगाये गये आरोपों का खंडन किया ।

दोनों देशों के बीच वाक् युद्ध होने के साथ साथ दोनों देशों की सेनाओं ने भी टुकड़ियों का फौरी विन्यास किया है । भारत ने भारत पाक सीमांत क्षेत्रों में थल सेना व वायु सेना की तेज प्रतिक्रिया टुकड़ियों का जमाव किया , भारतीय वायु सेना ने किसी अप्रत्यक्ष घटना के मुकाबले के लिये और अधिक रेडार और निगरानी साज सामान लगा दिये । जबकि पाकिस्तान अपने मुख्य फौजी ठिकानों की रक्षा के लिये विशेष टुकडियों का विन्यास भी कर दिया । इस के अतिरिक्त पाक वायु सेना ने 22 दिसम्बर को चौकसी स्थिति में प्रविष्ट होकर इस्लामाबाद , रावलपिंडी और लाहौर जैसे प्रमुख शहरों के ऊपर आकाश की निगरानी करनें में जोर लगाया ।

भारत पाक संबंध देखने में तनावपूर्ण होता जा रहा है , पर लोकमत का मानना है कि दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ने की संभावना नहीं है । सर्वप्रथम पाकिस्तान वर्तमान कठिन स्थिति का सामना कर रहा है , देश का अर्थतंत्र मंदी में पड़ गया है और सुरक्षा स्थिति भी चिन्ताजनक है , पाक नेता भारत के साथ शांतिपूर्ण तरीके के जरिये द्विपक्षीय संबंध को सुधारना और आर्थिक व व्यापारिक संबंध बढाना चाहते हैं । दूसरी तरफ भारत अपनी अंदरुनी जरूरत के लिये पाकिस्तान के खिलाफ बल का प्रयाग करने की धमकी दी है , वह पाकिस्तान के साथ युद्ध करने को तैयार नहीं है । अंत में अमरीका दक्षिण एशिया में अपने आतंक विरोधी हित के मद्देनजर भारत पाक युद्ध देखना भी नहीं चाहता । और महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत व पाकिस्तान न्यूकलीयर हथियार संपन्न देश हैं , दोनों के बीच युद्ध छिड़ने से अकल्पनीय परिणाम पैदा हो सकेगा , इसलिये दोनों देश को उग्र कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं है ।