2008-12-24 16:36:38

क्वे चओ प्रांत के दर्शनीय प्राकृतिक दृश्य का आनन्द

चीन का क्वे चओ प्रांत दक्षिण पश्चिम चीन में अवस्थित है , इस प्रांत में चीन की विभिन्न अल्पसंख्यक जातियां सघन रुप से बसी हुई हैं । इसी प्रांत के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में स्थित बुई और म्याओ जातीय स्वशासन प्रिफेक्चर एक पहाड़ी शहर के नाम से जाना जाता है । कुछ पर्यटकों का कहना है कि चारों तरफ पहाड़ों से घिरा हुआ यह प्रिफेक्चर यूरोप का पहाड़ी स्वीटजेरलैंड जान पड़ता है । कार्स्ट भू सूरत इस विशेष पहाड़ी क्षेत्र का परिचायक है , इस से यहां की भौगोलिक स्थिति ऊंचे पर्वतों व गहरी घाटियों की वजह से बेहद जटिल है । पहाड़ी प्राकृतिक पर्यावरण के कारण इस क्षेत्र का मौसम सर्दियों में ज्यादा ठंड नहीं है , जबकि गर्मियों में ज्यादा गर्म भी नहीं है , अलग ढंग का सादा साधा अल्पसंख्यक जातीय रीति रिवाज व रहन सहन इस क्षेत्र के पर्यटन कार्य के लिये चार चांद लगा देते हैं ।

दोस्तो , आज के चीन का भ्रमण नामक साप्ताहिक कार्यक्रम में हम आप को चीन क्वे चओ प्रांत के दर्शनीय प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ लेने ले चलते हैं । चीन का क्वे चओ प्रांत दक्षिण पश्चिम चीन में अवस्थित है , इस प्रांत में चीन की विभिन्न अल्पसंख्यक जातियां सघन रुप से बसी हुई हैं । इसी प्रांत के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में स्थित बुई और म्याओ जातीय स्वशासन प्रिफेक्चर एक पहाड़ी शहर के नाम से जाना जाता है । कुछ पर्यटकों का कहना है कि चारों तरफ पहाड़ों से घिरा हुआ यह प्रिफेक्चर यूरोप का पहाड़ी स्वीटजेरलैंड जान पड़ता है । कार्स्ट भू सूरत इस विशेष पहाड़ी क्षेत्र का परिचायक है , इस से यहां की भौगोलिक स्थिति ऊंचे पर्वतों व गहरी घाटियों की वजह से बेहद जटिल है । पहाड़ी प्राकृतिक पर्यावरण के कारण इस क्षेत्र का मौसम सर्दियों में ज्यादा ठंड नहीं है , जबकि गर्मियों में ज्यादा गर्म भी नहीं है , अलग ढंग का सादा साधा अल्पसंख्यक जातीय रीति रिवाज व रहन सहन इस क्षेत्र के पर्यटन कार्य के लिये चार चांद लगा देते हैं ।

दक्षिम पश्चिम क्वेचओ प्रांतीय प्रिफेक्चर में एक शिखर जंगल काफी बहुचर्चित है , बेशुमार पर्वत चोटियों से युक्त इस पर्वतीय क्षेत्र को लाखों चोटी जंगल कहा जाता है । आज से कोई छै सौ वर्ष पहले के चीनी मिंग राजवंश में एक प्रसिद्ध यात्री श्यू श्या को इस क्षेत्र के दौरे पर आये थे । घने जंगल जैसी हजारों गगनचुम्बी चोटियों से प्रभावित होकर उन्हों ने जो कविता लिखी , वह आज भी लोगों के जुबान पर है । इस कविता में यहां के चोटी जंगल की प्रशंसा में इस प्रकार लिखा गया है पृथ्वी पर पर्वत चोटियों की भरमार होती है , पर केवल यहां के पर्वतों की चोटियों ने घने जंगल का रूप धारण ले लिया है । इस कविता का अर्थ है कि पृथ्वी पर खूबसूरत चोटियां हर जगह पर देखने को मिलती हैं , लेकिन सिर्फ यहां की शानदार चोटियां अपनी विशेष पहचान बना लेती हैं ।

हजारों चोटी जंगल में प्रवेश होकर पर्यटक इतना अद्भुत प्राकृतिक दृश्य देख सकते हैं कि चोटियों पर चोटियां , चोटियों में गुफाएं , गुफाओं में पानी दिखायी देता है , साथ ही ऊंची चोटियों पर कस्बों और कस्बों के ऊपर चोटियों तथा चोटियों के बीच खेतीयोग्य जमीन भी नजर आती है ।

हजारों चोटी जंगल का मनोहर प्राकृतिक दृश्य यहां की कार्स्ट भू सूरत से पैदा हो गया है । अंगिनत पर्वतों के बीच बड़ी तादाद में नद नदियां पर्वतों की घाटियों में कल कल कर आगे बह जाती हैं , जिस से इन पर्वतों के बीच दुर्लभ घाटियां और सीधी खड़ी चट्टाने भी प्रकाश में आयी हैं । बड़ी मालिंगहो घाटी भी उन में से एक है , यह घाटी करीब सात करोड़ साल से पहले पर्वत के फटने से दरार के रूप में उत्पन्न हो गयी है , देशी विदेशी यात्री इसे पृथ्वी पर सब से सुंदर घाव कहते हैं । इस घाटी के दोनों किनारों पर आकाश से बातें करने वाली सीधी खड़ी चट्टाने आमने सामने खड़ी हुई नजर आती हैं , इस के अतिरिक्त चश्में , सरिताएं , नद नदियां , प्राचीन कस्बे , प्रपात समूह और गुफा समूह जैसे अद्भुत भू दृश्य बड़ी तादाद में देशी विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर खिंच लेते हैं । मध्य चीन के हू पेह प्रांत से आये एक पर्यटक ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि पहली बार क्वेचओ प्रांत आया , बड़ा अच्छा लगता है । यहां का पानी बहुत स्वच्छ है , प्रपात भी बहुत आकर्षित हैं , हमारे हू पेह प्रांत में इतनी सुंदर झरना देखने को नहीं मिल सकती है । यहां पर मा लिंग नदी की गहरी घाटी भी अलग ढंग की है ।

इस लेख का दूसरा भाग अगली बार पेश होगा , कृपया इसे आगे पढ़े ।