2008-12-23 16:54:00

चीनी सेना सोमाली समुद्री क्षेत्र में जहाजरानी की रक्षा के दौरान संबंधित देशों के साथ सहयोग करने को तैयार

चीनी रक्षा मंत्रालय ने 23 तारीख को पेइचिंग में घोषणा की कि चीन द्वारा सोमाली के समुद्री जल क्षेत्र में जहाजरानी की रक्षा करने के लिए भेजा गया नौ बेड़ा 26 तारीख को दक्षिण चीन के सानया बंदरगाह से रवाना होगा । चीनी सेना ने कहा कि चीनी नौ बेड़ा समुद्री डाकुओं पर प्रहार करने के लिए तैयारी कर चुका है और संबंधित देशों के जंगी जहाजों के साथ सूचनाओं का आदान प्रदान करने, मानवीय बचाव कार्य में सहयोग करने का इच्छुक है।

इस साल में अडेन खाड़ी और सोमाली के समुद्री क्षेत्र में समुद्री डाकुओं का बोलबाला हो रहा है, जिस से चीन समेत विश्व के विभिन्न देशों के माल जहाजों और व्यक्तियों की सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ा। चीनी रक्षा मंत्रालय के सीनियर कर्नल श्री होंग श्व फिंग ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अनेक बार प्रस्ताव पारित कर विभिन्न देशों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मुताबिक सोमाली के समुद्री जल क्षेत्र में समुद्री डाकुओं का दमन करने का अधिकार सौंपा । सोमाली के अंतरिम सरकार ने भी विभिन्न देशों से उस के समुद्र में जा कर समुद्री डाकुओं पर हमला करने की अपील की । इस तरह विदेशी युद्ध पोतों के लिए सोमाली के समुद्र में जहाजरानी की रक्षा करने के दौरान समुद्री डाकुओं पर प्रहार करने का कानूनी आधार प्रदान किया गया है। श्री होंग ने कहाः

चीन सरकार इस सवाल पर बड़ा ध्यान देती है और उस ने अपनी नौ सेना के जंगी जहाजों को अडेन खाडी और सोमाली के समुद्री जल क्षेत्र में जहाजरानी की रक्षा के लिए भेजने का निर्णय लिया । अब तक चीनी नौ बेड़े की सभी तैयारी के काम पूरे हो चुके हैं । चीनी जन मुक्ति सेना की नौ सेना के दक्षिण समुद्री बेड़े के दो विध्वंसक और एक आपूर्ति जहाज 26 दिसम्बर को दक्षिण चीन के सानया बंदरगार से रवाना होंगे।

सूत्रों के अनुसार अब तक अडेन खाड़ी और सोमाली के समुद्र में करीब 25 से 30 समुद्री डाकु संगठन सक्रिय रहे हैं जिन के करीब 1000 लोग हैं। कुछ डाकुओं का कार्यवाही दायरा 200 समुद्री मील तक पहुंचा है । चीनी नौ सेना के डिप्टी चीफ ओफ स्टाफ मेजर जनरल ने कहा कि चीनी नौ सेना समुद्री डाकुओं का दमन करने के लिए तैयार हो चुकी है। उन्हों ने कहाः

इस बार हम ने दक्षिण समुद्री बेड़े के दो विध्वंसक जहाज और एक आपूर्ति जहाज भेजे हैं, जिन के नाम क्रमशः हाई खो, वुहान और वीशानहु है। इन जहाजों पर मिसालइ शस्त्र, तोप और मार्ग दर्शक यंत्र लगाए गए हैं। इस बार के कार्य की विशेषता को ध्यान में रख कर चीनी नौ बेड़े पर कुछ कमांडो सदस्य भी तैनात किए गए और दो हैलिकोप्टर भी हैं । इस प्रकार का इंतजाम समुद्री डाकुओं का दमन करने के लिए पर्याप्त होगा।

चीनी जन मुक्ति सेना के जनरल स्टाफ के नौ युद्धक ब्यूरो के प्रधान सीनियर कर्नल श्री मा लुफिंग ने कहा कि चीनी नौ सेना का बेड़ा अडेन खाड़ी और सोमाली के समुद्र में जहाजरानी की रक्षा करेगा। उस का मुख्य काम इन क्षेत्रों से गुजरने वाले चीनी जहाजों व व्यक्तियों की सुरक्षा की गारंटी करना तथा संयुक्त राष्ट्र अनाज योजना आदि अन्तरराष्ट्रीय संगठनों के मानवतावादी सामग्रियों के परिवहन को सुरक्षा का कवच देना है।

श्री मा लुफिंग ने कहा कि चीनी जहाज देश के यातायात परिवहन मंत्रालय, समुद्री मामाल ब्यूरो को खतरनाक क्षेत्र से गुजरने के समय व स्थल की सूचना दे सकते हैं। चीनी बेड़े का स्थान खुला रखा जाएगा, आपात समय पर नजदीक के जहाज खुली अन्तरराष्ट्रीय चैनल से चीनी जंगी जहाज बुला सकेंगे और उपग्रस दूर संचार से भी बचाव का आह्वान कर सकेंगे।

चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता श्री होंग श्वफिंग ने कहा कि चीनी नौ बेड़ा अपना कार्य निभाने के दौरान जरूरत पड़ने पर संबंधित देशों के युद्ध पोतों के साथ सूचनाओं के आदान प्रदान और मानवीय बचाव में सहयोग करने को तैयार है। उन्हों ने कहाः

चीन सोमाली के समुद्री डाकुओं का दमन करने में अन्तरराष्ट्रीय सहयोग का पक्ष लेता है और इस का समर्थन करता है कि इस कार्यवाही में संयुक्त राष्ट्र संघ मुख्य भूमिका अदा करेगा और तालमेल करवाएगा और संबंधित देशों को कड़ाई से संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों का पालन करना और संबंधित देशों की इच्छा का सम्मान करना और क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाना चाहिए।

सूत्रों के अनुसार चीन ने हाल ही में संयुक्ति राष्ट्र महा सचिव और सुरक्षा परिषद को चीन सरकार के संबंधित निर्णय सूचित कर दिए है, जिस का महा सचिव और सुरक्षा परिषद के वर्तमान अध्यक्ष ने स्वागत किया है।