2008-12-22 17:21:42

2008 चीनी जापानी युवा मैत्री आदान प्रदान वर्ष

2008 चीनी जापानी युवा मैत्री आदान प्रदान वर्ष गत शनिवार को पेइचिंग में संपन्न हुआ। चीनी प्रधान मंत्री वन चापो और पूर्व जापानी प्रधान मंत्री यासुओ फुकुसा ने समापन समारोह में भाग लिया। इस साल, चीन और जापान दोनों देशों के कुल 12 हजार युवा किशोरों ने इस द्विपक्षीय आदान प्रदान वर्ष की गतिविधियों में हिस्सा लिया, जिस के जरिए दोनों देशों के युवाओं में व्यापक संपर्क कायम हुआ और दोनों देशों की जनता के बीच मित्रता का पुल खड़ा किया गया और दोनों देशों के भावी संबंधों के अच्छे विकास के लिए पुख्ता नींव डाली गयी है।

शनिवार को पेइचिंग में आयोजित मैत्री आदान प्रदान वर्ष के समापन समारोह में चीनी प्रधान मंत्री वन चापो और पूर्व जापानी प्रधान मंत्री यासुओ फुकुसा ने लाल फीते पर अपना अपना नाम लिखा । 2008 चीनी जापानी युवा मैत्री आदान प्रदान वर्ष का समापन समारोह पेइचिंग के उड्डान व अंतरिक्ष विश्वविद्यालय के स्टेडियम में आयोजित हुआ था । समारोह में चीनी प्रधान मंत्री वन चापो और पूर्व जापानी प्रधान मंत्री यासुओ फुकुसा ने चीन जापान के सुन्दर भविष्य के प्रतीक लाल फीते को चीन जापान मैत्री वृक्ष पर बांध दिया । मौके पर जापान से आए 1000 युवा किशोर और हजार से ज्यादा चीनी युवा किशोर इस खुश अवसर के साक्षी बने।

चीन जापान शांति व मैत्री संधि पर हस्ताक्षर की 30 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में और चीन जापान संबंधों के सुधार व विकास को बढ़ाने के लिए 20 नवम्बर 2007 को चीनी प्रधान मंत्री वन चापो ने तत्कालीन जापानी प्रधान मंत्री यासुओ फुकुसा के साथ सिन्गापुर में मुलाकात के दौरान 2008 को चीनी जापानी युवा किशोर मैत्री आदान प्रदान वर्ष निश्चित किया। इस के बाद दोनों पक्षों ने मेमोंरेडम संपन्न कर स्पष्ट रूप से यह निर्धारित किया कि दोनों देशों के युवा संस्कृति, विद्य, पर्यावरण संरक्षण, विज्ञान तकनीक, मीडिया, टीवी फिल्म और मनोरंजन आदि क्षेत्रों में सिलसिलेवार गतिविधियां करेंगे। 2008 के बाद फिर चार सालों तक यह सिलसिला जारी रखा जाएगा।

युवा मैत्री आदान प्रदान वर्ष चीन और जापान के बीच युवाओं में आवाजाही की सब से व्यापक पैमाने वाली आदान प्रदान व एक दूसरे देश की यात्रा करने वाली कार्यवाही है। इस साल में दोनों देशों के 12 हजार युवा किशोरों ने परस्पर यात्रा व आदान प्रदान की 115 गतिविधियों में हिस्सा लिया । दोनों देशों के युवा किशोरों ने खुल कर अपना अपना अनुभव बताये, दोस्ती कायम की और आपसी समझ बढ़ायी। जापानी युवा किशोर मैत्री दूत प्रतिनिधि मंडल के विश्वविद्यालय छात्र दल के नेता श्री योशिएकी ने संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि इन कार्यवाहियों के जरिए दोनों देशों की जनता के बीच मित्रता का एक पुल खड़ा किया गया है। उन्हों ने कहाः

वर्तमान विश्व आर्थिक एकीकरण की प्रक्रिया में जापान को चीन की आवश्यकता है और चीन को जापान की । इसलिए जापान और चीन को अवश्य मैत्रीपूर्ण पड़ोसी वाले संबंधों का विकास करना चाहिए।

युवा किशोर भविष्य की आशा होते हैं। चीन और जापान के बीच पीढ़ी दर पीढ़ी मैत्री कायम रहने का भरोसा अंत में दोनों देशों की जनता पर है और इस के लिए कोशिश युवा किशोर से शुरू होनी चाहिए। जापान के पूर्व विदेश मंत्री, जापानी चीनी मैत्री दूत प्रतिनिधि मंडल के नेता मासाहिको कोमुरा ने समापन समारोह में भाषण देते हुए चीन जापान संबंधों के सुन्दर भविष्य की कामना की । उन्हों ने कहाः

मुझे विश्वास है कि युवाओं के समर्थन में जापान और चीन अवश्य सचे रणनीतिक उदारता वाले संबंध का निर्माण कर सकेंगे, जो एक समय के झगड़े और मुठभेड़ से नहीं डांवडोल हो और आपसी समझ तथा परस्पर विश्वास पर आधारित हो ।

चीनी कम्युनिस्ट नौजवान लीग के प्रथम सचिव श्री लु हो ने समापन समारोह में कहा कि चीनी जापानी युवाओं की गतिविधियों में बड़ी सफलता मिली है, जिस ने दोनों देशों के बीच आवाजाही में नयी शक्ति डाली। यह मैत्रीपूर्ण आदान प्रदान गतिविधि निश्चय ही और व्यापक रूप से जारी रहेगी । उन्हों ने कहाः

चीनी युवा जापानी युवा के साथ चीन जापान मित्रता को मूल्यवान समझेंगे और चीन जापान मित्रता के विकास का ऐतिहासिक मिशन निभाएंगे । हम हाथ में हाथ डालकर चीन जापान संबंधों के सुन्दर भविष्य के विकास के लिए समान प्रयास करेंगे।