2008-12-19 11:33:15

विदेशी सेनाओं के इराक में तैनात करने का समय समाप्त होगा

हाल ही में अमरीकी राष्ट्रपति बुश और ब्रिटिश प्रधान मंत्री श्री ब्राउन ने क्रमशः इराक की यात्रा की। श्री बुश ने इराकी प्रधान मंत्री मालिकी के साथ इराक स्थित अमरीकी सेना के 2012 से पहले इराक से हटने के सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किया। श्री ब्राउन ने यह घोषणा की कि इराक स्थित ब्रिटिश सेना भी अगले वर्ष के पूर्वार्द्ध में हट जाएगी। इस के अलावा, इराकी मंत्रिमंडल ने 16 तारीख को एक योजना मसौदे को पारित करके अमरीकी सेना के अलावा बाकी सभी विदेशी सेनाओं को अगले वर्ष के जुलाई माह के अंत से पहले हटाने की मांग की। इस सब से साबित  है कि इराक में विदेशी सेनाओं की तैनाती का समय समाप्त हो रहा है।

वास्तव में अमरीका व ब्रिटेन दोनों देशों के अलावा, इराक में सेना तैनात करने वाले अन्य देश क्रमशः अपनी सेनाएं हटा चुके हैं या सेना हटाने की उन की समय सूची तय है। कोरिया गणराज्य की सरकार ने यह घोषणा की कि वह इस वर्ष के 20 दिसम्बर से पहले इराक स्थित अपनी सभी सेना वापस हटाएगा। बोसनिया-हेर्जगोविना सरकार ने भी यह घोषणा की कि इराक स्थित उन की टुकड़ी इस वर्ष के दिसम्बर माह के मध्यम में वापस लौटेगी। जबकि पोलैंड व ऑस्ट्रेलिया आदि देशों की टुकड़ियां भी इस वर्ष इराक से हट चुकी हैं। यदि इराक का मंत्रिमंडल सेना हटाने की समय सूची पेश नहीं करता है, तो भी ये देश जल्द ही अपनी सेना हटाने का विकल्प चुनेंगे।

इराक स्थित अनेक देशों की टुकड़ियों का क्रमशः स्वदेश वापस लौटने का इस वर्ष अमरीका व इराक के बीच संपन्न सुरक्षा समझौते से घनिष्ठ संबंध है। अमरीका द्वारा रचा गया इराकी युद्ध बड़े पैमाने वाले विध्वंसक हथियार होने के बहाने से सद्दाम सत्ता को पलटने ,मध्य पूर्व में अमरीका के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी को नष्ट करने और मध्य पूर्व की परिस्थिति पर नियंत्रण करने का युद्ध है। इराकी युद्ध को कानूनी बनाने के लिए अमरीका ने ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया आदि अनेक मित्र देशों को मिलाकर संयुक्त सेना का गठन किया। जब अमरीका ने घोषणा की कि वह वर्ष 2012 से पहले सेना को वापस हटाएगा, तो अन्य देश अवश्य ही इराक से भी अपनी सेना हटाना चाहेंगे।

अमरीका के नेतृत्व वाली बहुदेशीय टुकड़ी के कदम ब कदम वापस लौटना इराक की हालिया परिस्थिति से निर्धारित किया गया है। हाल में इराक में सैन्य मुठभेड़ बुनियादी तौर पर समाप्त हो गयी है, अलकायदा संगठन की गतिविधि भी बुनियादी तौर पर कम हो गयी है। पिछले कई वर्षों की तुलना में इराक में सुरक्षा स्थिति अपेक्षाकृत अच्छी है। कई वर्षों के गठन के बाद इराकी सुरक्षा टुकड़ी ने भी बुनियादी तौर पर घरेलू परिस्थिति को नियंत्रण करने की शक्ति पकड़ी है। कभी-कभी उत्पन्न विस्फोट घटनाएं आंतकवादियों द्वारा नहीं रची गयी हैं, वे इराक के भीतरी अंतरविरोध से पैदा हुई हैं और उन का इराक द्वारा समाधान किया जाना चाहिए। ऐसी स्थिति में इराक में 1 लाख से ज्यादा विदेशी सैनिकों की तैनाती ज़रुरी है। अमरीका द्वारा इराक में तैनात लाखों सैनिकों में से अधिकांश को वापस हटाना उस के अपने कल्याण से भी मेल खाता है।

विदेशी सेना के हटाने के बाद इराक सरकार तथा विभिन्न राजनीतिक दलों को अंदरुनी अंतरविरोधों का अच्छी तरह समाधान करना पड़ेगा। मिसाल के लिए, किस तरह तेल के लाभांश का न्यायपूर्ण बंटवारा किया जाए, किस तरह निष्पक्ष चुनाव का आयोजन किया जाए आदि। शिया संप्रदाय, सुन्नी संप्रदाय एवं कुर्द जाति समुदाय वाले देश में सरकार के पास विभिन्न पक्षों के कल्याण के बीच संतुलन रखने की क्षमता होनी चाहिए।