2008-12-17 15:33:53

चीनी युवा महिला फुटबाल टीम

विश्व युवा महिला फुटबाल चैंपियनशिप इस दिसंबर में दक्षिण अमरीका के चिली में समाप्त हुई ।चीनी टीम का प्रदर्शन संतोषजतक नहीं रहा ।गुप मैचों में उस ने एक जीत ,एक बराबरी और एक हार प्राप्त की और अगले दौर में प्रवेश नहीं कर सकी ।एक परंपरागत शक्तिशाली टीम के नाते इस परिणाम पर अंतरराष्ट्रीय फुटबाल जगत के अनेक व्यक्तियों ने अपना अपना विचार व्यक्त किया।

ग्लोदिओ लाजो चिली के एक रेडियो के खेल संवाददाता है ।उन्होंने चीनी टीम की हार को बडे खेद की बात बतायी ।उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया ,इस चैंपियनशिप से पहले मेरा अनुमान है कि चीनी टीम कम से कम दूसरे दौर में प्रवेश करेगी ।खेद की बात है कि वह अपने ग्रुप से नहीं निकल सकी ।चीनी खिलाडियों की शारीरिक स्थिति बहुत अच्छी है और उन की गति बहुत तेज है ।खिलाडी मैदान पर बहुत सक्रिय नजर आयीं ।मैं ने पहले उन पर बडी आशा बांधी थी ।हालांकि चीनी टीम अगले दौर में पहुंचने में विफल हुई ,वह एक अच्छी टीम है ।

बातचीत में लाजो ने कई बार उल्लेख किया की चीनी टीम एक अच्छी टीम है ।उन को चीनी टीम के भविष्य पर विश्वास है ।क्योंकि चीनी टीम ने अंतिम ग्रुप मैच में अमरीकी टीम को 2-0 से हराया था ।अमरीकी टीम बाद में चालू चैपंयिनशिप का खिताब हासिल किया ।अमरीकी टीम के साथ हुए मुकाबले में चीनी टीम का प्रदर्शन शानदार रहा ।चीनी टीम की चर्चा करते हुए अमरीकी टीम के मुख्य कोच डिसिको ने कहा कि अमरीकी टीम ने चीनी टीम से बहुत सीखे ।उन का कहना है ,चीनी टीम के साथ हुए मैच में हम ने बहुत सीखे ।उन की तकनीक बढिया है और गति बहुत तेज है ।हमले में भाग लेने वाली खिलाडिनों की संख्या ज्यादा है ।इस से पहले मैं ने नहीं सोचा था कि चीनी टीम ऐसा मैच खेलेगी ।इस मैच से हमें प्रेरणा मिला ।हम चीनी टीम से हार गयी ,लेकिन बाद में हुए मैचों में हमारी टीम काफी अच्छी बन गयी।मुझे खेद लगता है कि चीनी टीम ग्रुप से नहीं निकली ।

प्रथम ग्रुप मैच में चीनी टीम और अर्जींटीना टीम बराबरी पर रही ।फिर चीनी टीम फ्रांस से पराजित की गयी ।हालांकि चीनी टीम ने अंतिम ग्रुप मैच में अमरीकी टीम को हराया ,पर वह दूसरे दौर में नहीं पहुच सकी ।इस चैंपियनिशिप में चीनी टीम के असंतोषजनक परिणाम के कई कारण हैं ।सब से पहले ,चीनी टीम डेड ग्रुप में रही ।इस ग्रुप की चार टीमों की शक्ति बराबर थी ।इस ग्रुप से निकली दो टीम फ्रांसीसी टीम और अमरीकी टीम दोनों बाद में सेमिफाइनल में पहुंचीं ।दूसरा ,चीनी टीम की दो फोर्वर्ड मा श्यो शू और मा चुंग ने चोट की वजह से इस चैंपियनशिप में भाग नहीं लिया ,जिस से चीनी टीम के हमले पर बडी हानि पहुंची ।इस के अलावा चीनी टीम में एक पेशेवर रिसर्च कोच नहीं है ,इसलिए अपनी प्रतिद्वंदी टीमों के प्रति चीनी टीम की कम जानकारी है ।उदाहरण के लिए इस चैंपियनशिप के लिए पेइचिंग से रवाना होने के एक दिन से पहले ही चीनी टीम को फ्रांसीसी टीम के एक मैच की वीडिया मिली ।

उपरोक्त कारणों के बावजूद विश्व युवा महिला फुटबाल चैंपिनशिप का दो बार दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली टीम के नाते चीनी टीम की शक्ति स्पष्ट रूप से गिर गयी है ।चीनी युवा टीम के प्रदर्शन पर टिप्पणनी करते हुए जापानी टीम के मुख्य कोच नोरिओ सासाकी ने कहा ,चीनी टीम मैच में मिडिल फील्ड को अच्छी तरह नियंत्रित नहीं कर सकती ।टीम में श्रेष्ठ मिडिल फील्डर की कमी है ।

इधर तीन सालों में जापानी युवा महिला टीम और जापानी महिला टीम ने बडी उपलब्धियां प्राप्त कीं ,जिस से विश्व फुटबाल प्रेमियों पर गहरा प्रभाव पडा ।मिडिल फील्ड के नियंत्रण को मजबूत करना और अनेक बार तेज पास से मौका ढूंढना उस की सफलता का रहस्य है ।जापानी टीम की तुलना में चीनी टीम की शैली अधिक आसान हो गयी ।हमले में प्रभावी संगठन का अभाव है और खिलाडिनों के बीच तकनीकी सहयोग ज्यादा नहीं ।

अमरीकी फुटबाल टीम के प्रमुख कोच डिसिक्को ने चीनी टीम का बहत्तर अध्ययन किया था ।उन के विचार में चीनी टीम के अभ्यास तरीके का सुधार किया जाना चाहिए ।उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया ,मुझे लगता है कि चीनी टीम के अभ्यास की मात्रा बहुत ज्यादा है ।चीन में 30वर्ष से अधिक आयु की खिलाडिन बहुत कम है ,जबकि अमरीका में ऐसी खिलाडिन बहुत है ,जैसे मिया हाम्म ,क्रिस्टीन लिली व जुल्य फादी ।अमरीका में अनेक खिलाडिन 37 व 38 वर्ष की आयु तक खेल सकती हैं ।चीनी खिलाडियों के अभ्यास का समय बहुत ज्यादा है ।इस से खिलाडिनों को थकाव लगता है और अकसर चोट लगती है ।सब से महत्वपूर्ण बात यही है कि फुटबाल के प्रति उन की दिलचस्पी खो जाएगी ।जब वे फुटबाल से प्रेम नहीं करती ,तो मैच जीतना बहुत कठिन होगा ।

चिली रवाना होने से पहले चीनी युवा महिला फुटबाल टीम ने देश में एक महीले से ज्यादा समय तक एकत्र होकर अभ्यास किया ।इस के दौरान चीनी खिलाडियों ने सिर्फ तीन दिन की छुट्टी बितायी ।उधर अमरीकी युवा फुटबाल टीम के अधिकांश खिलाडिन विश्वविद्यालय से आयीं ।इस विश्व चैंपियनशिप से पहले अमरीकी फुटबाल संघ ने टीम के अभ्यास का प्रबंधन भी नहीं किया ।

लाचो ने 14वर्षों तक फुटबाल प्रतियोगिताओं की रिपोर्टिंग की है ।वे चीनी फुटबाल के विकास पर बडा ध्यान देते हैं ।उन के विचार में फुटबाल के विकास पर चीनी लोगों को अधिक धैर्य होना चाहिए ।वे कहते हैं ,अगर आप किसी देश के फुटबाल का विकास करना चाहते हैं ,तो आप को समय का खर्च करना पडेगा ।अवश्व इस दौरान पैसे की जरूरत है ,जैसे श्रेष्ठ विदेशी कोचों को निमंत्रित किया जाए ,प्रगतिशील अभ्यास उपकरण खरीदे गये व बहत्तर अभ्यास मैदान का निर्माण किया जाए ।लेकिन फुटबाल स्तर की उन्नति को समय की जरूरत है ।क्योंकि फुटबाल का विकास बालक व युवा फुटबाल खिलाडियों से शूरू होता है ।एक या दौ समय के अंदर असाधारण सफलता पाना नामुमुकिन है ।