2008-12-11 14:29:44

स्थानीय लोग थ्येन मन पवर्त को थ्येन मन देवता पर्वत कहते हैं

प्राचीन काल से ही थ्येन मन शान पर्वत अंगिनत भिक्षुओं व बुद्धिजीवियों को मोहित करता आया है । हस्ति वांग यू आज से कोई दो हजार वर्ष से पहले युद्धरथ काल के छी राज्य का निवासी था , वह भी थ्येन मन शान पर्वत में रहता था । सुना जाता है कि उस ने एक सीधी खड़ी चट्टान गुफा में नीतिगत रणकौशल का अध्ययन किया और अनेक प्रसिद्ध मूल्यवान रचनाएं लिखीं । वह जिस गुफा में रहता था , स्थानीय लोग उसी गुफा को भूत गुफा कहकर पुकारते हैं । सर्वक्षण प्रिय एक्सप्लोरेर ली क्वांग चांग अपने जन्म से ही थ्येन मन शान पर्वत की तलहटी में रहता है , वह स्थानीय लोगों के बीच प्रचलित किम्वदंतियों में बड़ी दिलचस्पी लेता है , इस से वह सर्वेक्षण करने के लिये कई बार भूत गुफा के अंदर प्रविष्ट हुआ ।

प्रिय दोस्तो , आज हम आप को प्राकृतिक दृश्यों , पौराणिक कहानियों और रहस्यपूर्ण वातावरण से ओतप्रोत थ्येन मन पर्वत को और नजदीगी से देखने ले चलते हैं ।

थ्येन मन शान पर्वत चोटी के दक्षिण में और दो विशेष प्राकृतिक दृश्य अत्यंत मनमोहक हैं । यहां पर एक किस्म वाले छोटे हरित बांस उलटे हुए चोटी के नीचे की ओर उगे हुए हैं , हवाओं के झोकों में बांस के पत्ते एक दूसरे से टकराकर सांयं सांयं की आवाज निकलते हैं । चोटी पर कभी कभार पानी टपकते हुए दिखाई देता है । स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति मुंह खोलकर लगातार इस पानी के 48 बूंदे पी लेगा , तो वह तुरंत ही भगवान बन पाएगा ।

प्राचीन काल से ही थ्येन मन शान पर्वत अंगिनत भिक्षुओं व बुद्धिजीवियों को मोहित करता आया है । हस्ति वांग यू आज से कोई दो हजार वर्ष से पहले युद्धरथ काल के छी राज्य का निवासी था , वह भी थ्येन मन शान पर्वत में रहता था । सुना जाता है कि उस ने एक सीधी खड़ी चट्टान गुफा में नीतिगत रणकौशल का अध्ययन किया और अनेक प्रसिद्ध मूल्यवान रचनाएं लिखीं । वह जिस गुफा में रहता था , स्थानीय लोग उसी गुफा को भूत गुफा कहकर पुकारते हैं ।

सर्वक्षण प्रिय एक्सप्लोरेर ली क्वांग चांग अपने जन्म से ही थ्येन मन शान पर्वत की तलहटी में रहता है , वह स्थानीय लोगों के बीच प्रचलित किम्वदंतियों में बड़ी दिलचस्पी लेता है , इस से वह सर्वेक्षण करने के लिये कई बार भूत गुफा के अंदर प्रविष्ट हुआ ।

मेरा घर थ्येन मन शान पर्वत की तलहटी में है , मुझे थ्येन मन शान पर्वत से बड़ा लगाव है , इसलिये थ्येनमनशान पर्तव के बारे में नाना प्रकार की किम्वदंतियों पर भी मोहित हूं । बड़ा होने के बाद वहां जाने की मेरी जिज्ञासा और अधिक तीव्र थी , अपनी यह जिज्ञासा पूरी करने के लिये मैं ने एक 120 मीटर लम्बी मोटी रस्सी तैयार की । शुरू में वहां जाने में डरता था , अब सब ठीक हो गया ।

थ्येन मन शान पर्वत की बायं तरफ एक सीधी खड़ी चट्टान पर मुसलाधार वर्षा होने से भी एक बूंद का पानी भी नीचे नहीं गिरता । इस अजीब स्थिति का जिक्र करते हुए स्थानीय लोग कहते हैं कि यदि इसी सीधी खड़ी चट्टान पर पानी नीचे गिरता है , तो यह सूखे या बाढ़ जैसे असाधारण मौसम का द्योतक है । आज तक इस पहली का कोई जवाब नहीं मिला ।

थ्येन मन शान पर्वत चांग च्या च्ये शहर के दक्षिण में खड़ा हुआ है और वह इस शहर के उत्तर गेट के आमने सामने दिखाई देता है । दसियों सालों से पहले उत्तर भाग में बसे निवासी चांग च्या च्ये शहर जाने के रास्ते में थ्येन मन शान पर्वत का गुफा मुंह देख सकते थे , पर आज शहर के उत्तर में गुफा का यह मुंह नजर नहीं आता था । कारण यह है कि थ्येन मन शान गुफा धीरे धीरे स्थानांतरित होता गया है । फोटोग्रीफर लो चाओ यूंग ने कहा मुझे फोटो खिचे हुए तीसेक साल हो गये हैं , बचपन से ही थ्येन मन शान पर्वत जानता हूं । पहले चांग च्या च्ये शहर के उत्तर गेट के पास थ्येन मन शान पर्वत देखा जा सकता था , आज थ्येन मन गुफा मुंह पश्चिम की ओर स्तानांतरित हो गया है । इस से साबित हो गया है कि थ्येन मन गुफा मुंह स्थानांतरित हो रहा है ।

खैर , थ्येनमनशान पर्वत के बारे में नाना प्रकार वाले रहस्यों का पता लगाने में असमर्थ है , पर प्राचीन काल से लेकर आज तक भी बड़ी तादाद में प्रसिद्ध हस्तियां लगातार यहां आती जाती हैं । स्थानीय बुजुर्ग छन ची वन ने हमारे संवाददाता से कहा य्वान राजवंश के राजा थ्ये मू लह यहां के सांस्कृतिक मौहाल का प्रशंसक था , उस ने खुद थ्येन मन कालेज शब्द लिखे और इसे थ्येन मन कालेज को भेंट किया ।

थ्येन मन शान पर्वत प्राकृतिक दृश्यों , पौराणिक कहानियों और रहस्यपूर्ण वातावरण से युक्त अद्भुत पवित्र पहाड़ कहने लायक है , स्थानीय लोग इस पवर्त को थ्येन मन देवता पर्वत कहते हैं , यह कोई आकस्मिक बात नहीं है ।