2008-12-10 17:00:18

बेमिसाल दर्शनीय पर्यटन स्थल थ्येन मन शान पर्वत

थ्येन मन शान पर्वत दक्षिण चांग च्या च्ये शहर से आठ किलोमीटर दूर है , समुद्र की सतह से 1518 मीटर की ऊंचाई पर खड़े इस पर्वत का आकार प्रकार मेंज़ जैसा है और पर्वत की चोटी का क्षेत्रफल कोई 2.2 वर्गकिलोमीटर बड़ा है ।

ईस्वी 260 में नया स्थानीय शासक जिस समय पर अपना कार्यभार निभाने यहां आ पहुचा , ठीक उसी समय पर्वत पर एक गुफा ने अचानक ढहकर एक गेट का रूप ले लिया । तत्कालीन राजा ने इसे शकुन माना और उस का नाम थ्येन मन शान यानी स्वर्ग गेट पर्वत रखा । तब से थ्येन मन शान पर्वत नामी होने लगा ।

बुजुर्ग छन ची वन बचपन से ही थ्येन मन पर्वत की तलहटी में रहते आये हैं , उन्हों ने हमें आज से कोई एक हजार पांच सौ वर्ष पहले के उत्तर चओ राजवंश के राजा यू वन ई की यहां पर भगवान की पूजा करने की कहानी सुनायी ।

प्रिय दोस्तो , पहले हम आप के साथ इसी कार्यक्रम में मध्य चीन के हू नान प्रांत में स्थित मनोहर प्राकृतिक पर्यटन स्थल चांग च्या च्ये के दौरे पर गये थे । आज के इस कार्यक्रम में हम आप को इसी चांग च्या च्ये पर्यटन स्थल के दक्षिण में अवस्थित दूसरे रमणीय पर्यटन स्थल थ्येन मन शान का दौरा करने ले चलते हैं । थ्येन मन शान पर्यटन स्थल रहस्यमय थ्येन मन गुफा , दिलचस्प पौराणिक कहानी और अद्भुत विविधतापूर्ण प्राकृतिक दृश्य की वजह से बहुत विख्यात है ।

थ्येन मन शान पर्वत दक्षिण चांग च्या च्ये शहर से आठ किलोमीटर दूर है , समुद्र की सतह से 1518 मीटर की ऊंचाई पर खड़े इस पर्वत का आकार प्रकार मेंज़ जैसा है और पर्वत की चोटी का क्षेत्रफल कोई 2.2 वर्गकिलोमीटर बड़ा है ।

ईस्वी 260 में नया स्थानीय शासक जिस समय पर अपना कार्यभार निभाने यहां आ पहुचा , ठीक उसी समय पर्वत पर एक गुफा ने अचानक ढहकर एक गेट का रूप ले लिया । तत्कालीन राजा ने इसे शकुन माना और उस का नाम थ्येन मन शान यानी स्वर्ग गेट पर्वत रखा । तब से थ्येन मन शान पर्वत नामी होने लगा ।

बुजुर्ग छन ची वन बचपन से ही थ्येन मन पर्वत की तलहटी में रहते आये हैं , उन्हों ने हमें आज से कोई एक हजार पांच सौ वर्ष पहले के उत्तर चओ राजवंश के राजा यू वन ई की यहां पर भगवान की पूजा करने की कहानी सुनायी ।

उन का कहना है कि तत्काल में राजा य़ू वन ई को स्वर्ग देवता व पृथ्वी देवता की पूजा करनी चाहिये थी , पर उस समय की परम्परा के अनुसार इन देवताओं की पूजा पांच प्रसिद्ध पवित्र पर्वतों में से किसी एक पर्वत पर की जाती थी । लेकिन तत्कालीन उत्तर चओ राज्य की प्रादेशिक भूमि में ये पांच पवित्र पर्वत नहीं थे , मात्र उन में से एक हंग शान पर्वत से नजदीक है , इसलिये राजा ने इस थ्येन मन पर्वत को हंग शान पर्वत के रूप में मानकर यहां पर देवताओं की पूजा करने का निर्णय लिया ।

तब से लेकर आज तक थ्येन मन शान पर्वत विख्यात रहा है । थ्येन मन गुफा थ्येन मन पर्वत का परिचायक है , गुफा गेट की ऊंचाई 131 मीटर से अधिक है , चौड़ाई 57 मीटर है और गहराई साठ मीटर है , आज की दुनिया में इतना विशाल गुफा देखने को बहुत कम मिलता है । आमने सामने से देखा जाये , तो यह गेट स्वर्ग महल की एक खिड़की जान पड़ता है , जब उस के बगल में देखा जाय़े , तो वह एक अथाह घाटी मालूम पड़ता है । साफ सुथरे मौसम में हल्के कोहरे और सफेद बादल थ्येन मन गेट के सामने मंडराते हुए दिखाई देते हैं , जबकि वर्षा के बाद थ्येन मन शान पर्वत धुंधले बादलों में छिपकर रहस्यपूर्ण स्वर्ग महल की झलक मिलती है।

क्योंकि थ्येन मन पर्वत अत्यंत सीधा व ऊंचा है , इसलिये पुराने जमाने में उस की चोटी पर चढ़ना नामुंमकीन था , पर आज यहां पर 999सीढ़ियां निर्मित हुईं , ताकि पर्यटक आसानी से थ्येन मन शान पर्वत की चोटी पर चढ़कर थ्येन मन गुफा को छू सके । क्योंकि चीनी लोगों की मान्यता में 9 सब से बड़ा है और मंगलसूचक है , इसलिये थ्येन मन शान पर्वत की चोटी पर चढ़ने के लिए 999 सीढियां स्वर्ग पर पहुंचने का मतलब ही है ।

पर्यटक सुश्री चांग लई लई प्रथम बार थ्येन मन शान पर्वत के दौरे पर आयी , इतनी ऊंची सीढियां देखकर वह एकदम हैरान थी ।

पहली बार आयी , यह पर्वत सचमुच बहुत ऊंचा है , ऊपर जाने वाली सीढ़ियां भी बहुत तंगी और सीधी हैं , हालांकि हौसला बढ़ाकर चोटी पर पहुंच जाऊंगी , तो थोड़ी देर के बाद नीचे उतरना भी बहुत कठिन होगा ।