2008-12-05 16:40:16

चीन और अमरीका के बीच द्विपक्षीय आर्थिक संबंध के विकास में शानदार उपलब्धियां

दो दिन की पांचवीं चीन अमरीका रणनीतिक आर्थिक वार्ता पांच तारीख को पेइचिंग में समाप्त हुई। वार्ता के बाद चीनी उप प्रधान मंत्री वांग छीशान और अमरीकी वित्त मंत्री पोल्सन ने संयुक्त रूप से संवाददाताओं से साक्षात्कार किया । दोनों ने कहा कि वार्ता में रणनीतिक महत्व वाले क्षेत्रों में करीब 400 उपलब्धियां प्राप्त हुईं हैं, जो द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को मजबूत और गहरा करने के लिए सहायक हैं ।

पांचवीं चीन अमरीका रणनीतिक आर्थिक वार्ता में चीन और अमरीका दोनों समग्र अर्थ-नीति पर घनिष्ट आदान प्रदान बनाए रखने पर सहमत हुए हैं और दोनों पक्षों ने वित्तीय बाजार को स्थिर बनाने तथा विश्व आर्थिक वृद्धि को निरंतर बढ़ाने की गारंटी के लिए ठोस कदम उठाने का वचन किया।

वार्ता में दोनों पक्षों ने वित्तीय संकट का समान सामना करने का दृढ़ संकल्प और रवैया फिर से प्रकट किया । चीनी उप प्रधान मंत्री वांग छीशान ने कहा कि वर्तमान फौरी काम जल्दी से कदम उठा कर वित्तीय संकट के फैलाव को रोका जाना और विश्व व्यापी आर्थिक मंदी की रोकथाम की जानी है। श्री वांग छीशान ने कहाः

दोनों पक्षों ने पूर्ण रूप से एक दूसरे पक्ष की चिंता का तरजीह किया और समग्र अर्थ-नीति में समन्वय, वित्तीय निगरानी व प्रबंधन करने, अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं में विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व बढ़ाने पर घनिष्ठ सहयोग किया तथा ठोस उपायों पर समहति प्राप्त भी की है।

जी-20 गुट के शिखर सम्मेलन में प्राप्त सहमतियों को अमली जामा पहनने के लिए चीन और अमरीका ने विश्व आर्थिक वृद्धि व स्थिरता बढ़ाने में अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं व आर्थिक संगठनों का इस्तेमाल करने के उपाय पर भी चर्चा की । इस पर अमरीकी वित्त मंत्री पोल्सन ने कहाः

अमरीका की अर्थव्यवस्था की ही भांति चीन की अर्थव्यवस्था भी विश्व व्यापार पर बहुत निर्भर करती है । चीन अब सक्रिय रूप से विश्व आर्थिक स्थिरता व वृद्धि को बढ़ावा दे रहा है । मैं वित्तीय स्थायित्व मंच में चीन की भावी सदस्यता का समर्थन करता हूं । यह भी पिछले माह में जी-20 के वित्तीय बाजार व विश्व आर्थिक शिखर सम्मेलन में प्राप्त सहमतियों को अमल में लाने की एक कोशिश है तथा विश्व अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए उठाई गई ठोस कार्यवाहियों में से एक है।

चीन और अमरीका के बीच और नवोदित आर्थिक समुदायों के साथ व्यापार बढ़ाने के लिए चीनी आयात निर्यात बैंक और अमरीकी आयात निर्यात बैंक पूंजी जुगाड़ के लिए पूंजी प्रदान करने पर राजी हुए। इस में चीन 8 अरब और अमरीका 12 अरब अमरीकी डालर मुहैया करेंगे,ताकि जरूरत पड़ने पर चीन और अमरीका के उत्पादों व सेवा के निर्यात को सहायता दी जा सके।

इस के अलावा, वर्तमान आर्थिक स्थिति के लगातार बिगड़ने की हालत में चीन और अमरीका ने पूंजी निवेश और मुक्त व्यापार बढ़ाने पर भी रजीमंदी की । दोनों पक्षों का मानना है कि द्विपक्षीय निवेश संरक्षण समझौते पर अब तक चली तीन वार्ताओं में अच्छी प्रगति प्राप्त हुई है। दोनों पक्ष एक परस्पर उदारता वाला समझौता संपन्न करेंगे और पूंजी निवेश की सुविधा व सुरक्षा के लिए कोशिश करेंगे तथा निवेश की पारदर्शिता व दूरदर्शिता उन्नत करेंगे।

अमरीकी वित्त मंत्री पोल्सन ने चीन की वित्तीय बाजार को और अधिक खोलने की कोशिश का स्वागत किया और कहाः

मैं वित्तीय बाजार और खोलने की चीन की कार्यवाही का स्वागत करता हूं। मसलन् चीन में पूंजी का निवेश करने वाले विदेशी बैंकों को चीनी बैंक का समान दर्जे वाली सुविधा प्रदान की जायेगी और बैंकों के बीच स्टॉक व्यापार करने की अनुमति दी जाएगी।

अमरीका भी अपने देश में विदेशी निवेश का स्वागत करेगा, जिस में चीनी वित्तीय विभागों के पूंजी निवेश और चीनी विदेशी मुद्रा संचय व संप्रभु संपत्ति कोष के वाणिज्यिक निवेश शामिल है । अमरीका चीनी बैंकों, स्टॉक कंपनियों और कोषों के आवेदन पर एकीकृत निगरानी प्रबंध मापदंड अपनाएगा।

उक्त विषयों के अलावा, चीन और अमरीका ने ऊर्जा, पर्यावरण, खाद्य व उत्पाद सुरक्षा आदि पर सहयोग बढ़ाने पर रायों का आदान प्रदान किया और सूचना आदान प्रदान तथा तकनीकी सहयोग पर भी सहमतियां प्राप्त की हैं।

चीन और अमरीका दोनों ने मौजूदा वार्ता का उच्च मूल्यांकन किया और माना कि उस ने चीन अमरीका सहयोग व द्विपक्षीय संबंधों के विकास को बढ़ाया है और दोनों की जनता को लाभ पहुंचाया है।

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