2008-12-04 16:29:27

देशी विदेशी पर्यटक चांग च्या च्ये के अद्भुत सौंदर्य पर मोहित

अब चांग च्चा च्ये पर्यटन क्षेत्र का अद्भुत प्राकृतिक दृश्य अधिकाधिक देशी विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर खिंच लेता है । 1992 में युनेस्को की विश्व विरासत कमेटी ने चांग च्या च्ये पर्यटन क्षेत्र का निरीक्षण दौरा करने पर दो विशेषज्ञों को भेज दिया । निरीक्षण दौरा करने के बाद इन दोनों विशेषज्ञों ने यह साराशं निकाल दिया कि चांग च्चा च्ये पर्यटन क्षेत्र का प्राकृतिक सौंदर्य विश्व में बेमिसाल है । यहां पर जो अजीबोगरीब पत्थर चोटियां , घने छायादार जंगल और स्वच्छ झीलें व सरिताएं तथा सुंदर ग्वार्टज़ गुफाएं व भूमिगत नद नदियां पायी जाती हैं , वे अमरीका की विश्वविख्यात ग्रांड केंयूंग जैसे राष्ट्रीय पार्कों व आस्ट्रेलिया के पत्थर शिखर भूदृश्य जितनी खूबसूरत हैं । इसीलिये चांग च्या च्ये तुरंत ही युनेस्को ने विस्व प्राकृतिक विरासतों की नामसूची में शामिल कर लिया है ।

प्रिय श्रोताओ , पहले हम इसी कार्यक्रम में चांग च्या च्ये पर्यटन स्थल का सुंदर प्राकृतिक दृश्य देखने पर गये थे , पर आज हम आप को इसी पर्यटन स्थल के बारे में और ज्यादा जानने के लिये ले चलते हैं ।

फिर करोड़ों अरबों सालों में हवाओं व बरसातों की थपेड़ों और पर्वतों में हुए भारी परिवर्तनों के कारण चांग च्या च्ये क्षेत्र में वर्तमान ग्वार्टज़ पत्थर चोटी जंगल की स्थलीय सूरत बन गयी ।

प्रसिद्ध भूतत्व विशेषज्ञ चीनी विज्ञान अकादमी के अकादमिक श्री छन क्वो ता ने अपने एक लेख में चांग च्या च्ये क्षेत्र के ग्वार्टज़ पत्थर चोटी जंगल की विशेषता का इसी तरह उल्लेख किया कि पत्थर चोटियों का समूह जंगल की तरह आकाश से बातें करते हुए दिखाई देता है , सीधी खड़ी चट्टानों के बीच गहरी घाटियां एकदम शांत नजर आती हैं और स्वच्छ पानी में हरित पर्वतों की परछाइयां चीनी स्याही चित्र जितना दर्शनीय जान पड़ती हैं।

अब चांग च्चा च्ये पर्यटन क्षेत्र का अद्भुत प्राकृतिक दृश्य अधिकाधिक देशी विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर खिंच लेता है । 1992 में युनेस्को की विश्व विरासत कमेटी ने चांग च्या च्ये पर्यटन क्षेत्र का निरीक्षण दौरा करने पर दो विशेषज्ञों को भेज दिया । निरीक्षण दौरा करने के बाद इन दोनों विशेषज्ञों ने यह साराशं निकाल दिया कि चांग च्चा च्ये पर्यटन क्षेत्र का प्राकृतिक सौंदर्य विश्व में बेमिसाल है । यहां पर जो अजीबोगरीब पत्थर चोटियां , घने छायादार जंगल और स्वच्छ झीलें व सरिताएं तथा सुंदर ग्वार्टज़ गुफाएं व भूमिगत नद नदियां पायी जाती हैं , वे अमरीका की विश्वविख्यात ग्रांड केंयूंग जैसे राष्ट्रीय पार्कों व आस्ट्रेलिया के पत्थर शिखर भूदृश्य जितनी खूबसूरत हैं । इसीलिये चांग च्या च्ये तुरंत ही युनेस्को ने विस्व प्राकृतिक विरासतों की नामसूची में शामिल कर लिया है ।

श्री जोर्ग डिट्टमार जर्मनी के हैं , वे कब से ही चांग च्या च्ये के अद्बुत प्राकृतिक सौंदर्य पर मोहित हैं । इस से पहले वे कई बार चीन आये थे , पर चांग च्या च्ये पर्यटन क्षेत्र का दौरा करने का मौका नहीं मिला । इस बार वे अपनी पत्नी के साथ चीन आने के तुरंत बाद रेलगाड़ी से चांग च्या च्ये पर्यटन क्षेत्र पहुंच गये । उन्हों ने हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में कहा कि चांग च्या च्ये पर्यटन क्षेत्र का प्राकृतिक दृश्य अत्यंत मनोहर है , यहां आने से पहले चांग च्या च्ये पर्यटन स्थल के बारे में जानता हूं । हम आज सुबह रेलगाड़ी से यहां आ पहुंचे , यहां पर जो अलग ढंग की प्राकृतिक स्थलीय सूरत व सौंदर्य देखा है , वे विश्व में देखने को बहुत कम मिलता है , सचमुच अत्यंत दर्शनीय है । इस से पहले मैं ने चांग च्या च्ये पर्यटन क्षेत्र के कुछ फोटो देखे , पर मेरा विचार है कि यहां का वास्तविक प्राकृतिक सौंदर्य फोटो से कहीं अधिक सुंदर है।

चांग च्या च्ये अर्धउष्णकटीबंधीय क्षेत्र में अवस्थित है , इसलिये यहां का मौसम बहुत नमी है , औसत सालाना तापमान 16 सेल्सियस डिग्री के ऊपर है और वर्षा की भरमार होती है । गर्मियों में ज्यादा गर्मी नहीं है और सर्दियों में ज्यादा ठंड भी नहीं है । वसंत व शरत ये दोनों मौसम चांग च्या च्ये पर्यटन स्थल का सुनहरा मौसम माने जाते हैं । वसंत में चांग च्या च्ये पर्यटन क्षेत्र की हर जगह पर हरियाली छायी हुई है और रंगबिरंगे फूल खिले हुए दिखाई देते हैं और चारों तरफ फलता फूलता नजर आता है , जबकि शरद मौसम में नीले आस्मान पर मंडराते हुए सफेद बादल और ऊंचे ऊंचे पर्वतों पर हरे , पीले व लाल पेड़ देखकर मन एकदम खुश हो जाता है ।

वर्तमान में चांग च्या च्ये पर्यटन क्षेत्र संबंधित सेवाएं संपूर्ण बनाने में संलग्न है , ताकि देशी विदेशी पर्यटकों की जरूरतों को पूरा किया जा सके । चीनी राष्ट्रीय पर्यटन ब्यूरो के उप प्रधान चांग शी छिंग ने कहा हम चाहते हैं कि चांग च्या च्ये पर्यटन स्थल देशी विदेशी पर्यटकों के मनपसंद मानव जातीय स्वर्ग , बाहरी दुनिया से कटे हुए आड़ू बागान और आरामदेह विश्राम स्थल का रूप ले सके ।