2008-12-04 16:20:40

पांचवीं चीन अमरीका रणनीतिक आर्थिक वार्ता पेइचिंग में हुई

पांचवीं चीन अमरीका रणनीतिक आर्थिक वार्ता 4 दिसम्बर को सुबह पेइचिंग में हुई। चीनी उप प्रधान मंत्री वांग छीशान और अमरीकी वित्त मंत्री पोल्सन अपने अपने देश के राज्याध्यक्ष के विशेष प्रतिनिधि के रूप में प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करके वार्ता में भाग लिया । दोनों पक्षों ने उद्घाटन रस्म में भाषण देते हुए यह समान आशा प्रकट की कि वार्ता के जरिए दोनों देशों के आर्थिक संबंध से जुड़े अहम सवालों पर गहन विचार विमर्श किया जाएगा और अधिक से अधिक सहमतियां और उपलब्धियां प्राप्त करने की कोशिश की जाएंगी।

चीन और अमरीका के बीच रणनीतिक आर्थिक वार्ता विश्व के सब से बड़े विकासमान देश और सब से बड़े विकसित देश के बीच आर्थिक क्षेत्र में रणनीतिक वार्तालाप है, जिस में 2006 से शुरू होने के बाद अब तक शानदार कामयाबियां हासिल हुई हैं। दोनों देशों ने वित्तीय उदारीकरण, निवेश की सुविधा, बौद्धिक संपदा अधिकार संरक्षण, ऊर्जा व पर्यावरण सहयोग, मौसम परिवर्तन, उत्पाद गुणवत्ता और खाद्यन्ना सुरक्षा आदि व्यापक क्षेत्रों में 150 मुद्दों पर उपलब्धियां प्राप्त की हैं ।

पांचवीं चीन अमरीकी रणनीतिक आर्थिक वार्ता अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के परिदृश्य में आयोजित हुई, और अमरीका में सत्ता-हस्तांतरण भी हो रहा है, इसलिए वार्ता और अधिक ध्यानाकर्षक बन गयी। वार्ता की उद्घाटन रस्म में चीनी प्रतिनिधि वांग छीशान ने बलपूर्वक कहा कि वर्तमान विश्व वित्तीय व आर्थिक कार्य के सामने अभूतपूर्व बड़ी चुनौति, अनिश्चित व अस्थिर तत्व बढ़ने की स्थिति में चीन और अमरीका के बीच वार्ता के जरिए सहयोग बढ़ाना खासा महत्वपूर्ण है । वार्ता में उन्हों ने वित्तीय संकट के मुकाबले के बारे में चीन के रूखों पर प्रकाश डाला।

वित्तीय संकट उत्पन्न होने के बाद चीन हमेशा जिम्मेदाराना रूख अपना कर सक्रिय सहयोग कर रहा है और वित्तीय बाजार को संभालने के लिए अमरीका के प्रयासों का समर्थन करता है। वर्तमान में फौरी काम समान रूप से जी-20 के वित्तीय बाजार व विश्व अर्थ शिखर सम्मेलन में प्राप्त सहमतियों को अमल में लाना, बाजार के प्रति विश्वास बहाल करना , वित्तीय संकट के विस्तार को रोकना , विश्वव्यापी आर्थिक मंदी की रोकथाम करना और खास कर विकासशील देशों पर संकट के प्रभाव को कम करना है। चीन की आशा है कि अमरीका सभी आवश्यक कदम उठा कर आर्थिक व वित्तीय बाजार को स्थिर बनाने की कोशिश करेगा, ताकि अमरीका में चीन की पूंजी व निवेश को सुरक्षित बनाए रखा जाए। इस के अलावा दोनों पक्षों के बीच वित्तीय निगरानी व प्रबंधन और अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं के सुधार में सहयोग मजबूत किया जाएगा।

श्री वांग छीशान ने कहा कि चीन ने सिलसिलेवार अहम कदम उठाए हैं, सकारात्मक वित्त नीति व उदार मौद्रित नीति लागू की है, आंतरिक मांगों के विस्तार पर बल दिया है तथा आर्थिक विकास के तौर तरीकों का रूपांतर किया है, ताकि आर्थिक विकास को तेज व स्थिर किया जाए, यह खुद ही विश्व आर्थिक वित्तीय स्थायित्व बनाए रखने के लिए अहम योगदान है।

नई किस्म की ऊर्जा का विकास करना दोनों देशों की समान रूचि वाला अहम मसला है। गत जून में हुई चौथी वार्ता में दोनों पक्षों के बीच चीन अमरीका ऊर्जा संसाधन के दस वर्षीय सहयोग का ढांचा दस्तावेज संपन्न हुआ। श्री वांग ने कहा कि तब से जल, वायु, बिजली, यातायात, वन और नमी भूमि क्षेत्रों में सहयोग में अच्छी प्रगति प्राप्त हुई है। उन्होंने कहाः

अमरीका में ऊर्जा व पर्यावरण संरक्षण तकनीकों की स्पष्ट श्रेष्ठता है।चीन ऊर्जा किफायत व प्रदूषण निकासी में कटौती के लिए तेजी से काम कर रहा है। आशा है कि दोनों पक्ष इस में घनिष्ट तकनीकी सहयोग करेंगे और अमरीका चीन को तकनीकी हस्तांतरण में जोर पकड़ेगा।

अमरीकी वित्त मंत्री पोल्सन ने अपने भाषण में अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के मुकाबले में चीन की सकारात्मक भूमि का उच्च मूल्यांकन किया और कहा कि मौजूदा वार्ता में दोनों पक्ष विश्व अर्थव्यवस्था संभालने तथा ऊर्जा व पर्यावरण संरक्षण, उत्पाद गुणवत्ता व खाद्यपदार्थ सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर प्राथमिकता देंगे और अमरीका वार्ता में और ज्यादा आपसी लाभ वाली उपलब्धियां प्राप्त करने की कोशिश करेगा। श्री पोल्सन ने कहाः

व्यापार में विवाद पैदा होने के समय चीन अमरीका रणनीतिक आर्थिक वार्ता व्यापार व निवेश में उभरी समस्याओं को हल करने में सहायक होगी और जिस से बहुत से हानिकार, नकारात्मक तथा बाजार बंद वाली हरकत से बच सकता है। अब दोनों पक्ष पूंजी निवेश संरक्षण पर रचनात्मक वार्ता कर रहे हैं । हम समान लक्ष्य के लिए सहयोग करेंगे, जिस से दोनों देशों व जनता को फायदा मिलेगा।

दो दिन की वार्ता में दोनों पक्षों के बीच दीर्घकालीन चीन अमरीका आर्थिक साझेगारी संबंध का आधारशिला स्थापित करने के मुख्य विषय पर विचार विमर्श हो रहा है।