जब हम बस से गुजर रहे थे, एक लड़की जो ही गाइड थी। वे चीनी भाषा में हमें सब कुछ बता रही थीं, लेकिन, यांग साहिबा ने मुझे एक एक चीज़ का अनुवाद करके सब चीज़ों को बहुत अच्छी तरह समझाया। और मैंने एक एक चीज़ों का भरपूर दृश्य देखा। एक पारम्परिक चीज़ जिस का मैं जरुर वर्णन करना चाहता हूं। जो कि च्वांग जाति की लड़कियां अपने वर का चुनाव करने में एक पारम्परिक गैंद जिस का नाम मुझे श्यो छ्यो बताया गया। इस पारम्परिक और ऐतिहासिक रीति रिवाज़ को मैं देखने का बहुत उत्सुक हुआ। कुछ समय बाद हमने जो सड़कों के पास श्यो छ्यो देखी, बहुत रोमांचित महसूस किया।लेकिन, जैसा यांग साहिबा ने मुझे बताया कि हम उस जगह पर भी जाऐंगे, जहां पर इस गेंद का जन्मस्थान है। तो मैं जरुर वहां जाने की इच्छा रखता हूं, ताकि मैं अपनी आंखों से इस ऐतिहासिक रीति रिवाज का आनंद उठा सकू और इस के बारे में और ज्यादा जानकारी इकट्ठा कर सकूं।
रात को हम बस के द्वारा एक रेस्तरां में गये और वहां पर स्वादिष्ट चीनी व्यंजनों का आनंद लिया। खाना समाप्त करने के बाद, हमें नाननींग में घूमाया गया।रात का दृश्य देखना मेरे लिये एक अविस्मर्णीय क्षण रहेगा। बिजली की सजावट ऊंची ऊंची इमारतों पर रात को चार चांद लगा रही थी।मैं इस क्षण को कभी नहीं भूल सकता। बहुत सुन्दर शहर, साफ सड़कें , पर्यावरण से मुक्त वातावरण को देखकर मेरी आंखें खुली रह गयी। एक विशेष चीज़ ने मुझे बहुत प्रभावित किया। मैंने देखा कि कहीं पर भी मुझे एक भी पुलिस का व्यक्ति नहीं दिखायी दिया। इस से महसूस होता है कि इस शहर के लोग अनुशासन , साफ सफाई और पर्यावरण के प्रति बहुत जागरुक हैं। मुझे यह चीजें देखकर बहुत कुछ सीखने को मिला। यह मेरे लिए एक प्रेरणा स्रोत क्षण रहेगा।आगे का वरण विस्तार से मैं अपनी अगली यात्रा शुरु करने के बाद करुंगा।