2008-12-01 14:21:37

28 नवंबर

एक बजे, इंद्रागांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चाइना इस्टर्न एयरलाइंस ने मुझे बोर्डींग पास इश्यू किया।यह मेरे सपनों के देश की पहली शुरुआत थी।चार बजकर तीस मिनट पर, मैंने हवाई अड्डे से फ्लाइट नम्बर एम यू 564 पर शांगहाई के लिए उड़ान भरी।और हम सुबह साढ़े बारह बजे शांगहाई हवाई अड्डे पर उतरे।मैं उस शहर के हवाई अड्डे और कस्टम स्टाफ और वहां के लोगों के व्यवहार से बहुत प्रभावित हुआ। हवाई अड्डे की बनावट ने मुझे बहुत प्रभावित किया।मैं काफी दैर तक रुकना चाहता था, लेकिन, कस्टम से जांच करने के बाद हम ने बहुत जल्दी पेइचिंग के लिए फ्लाइट लेनी थी। इसलिए, मैं शांगहाई ज्यादा समय नहीं बिता सका। दोपहर एक बजकर तीस मिनट पर, सारी औपचारिकता पूरी होने के बाद हम ने एक बजकर छत्तीस मिनट पर पेइचिंग के लिए उ़ड़ान भरी,जिस में हमें दो घंटे का समय लगा। हमने खुब आनंद उठाया।

चार बजकर पांच मिनट पर हमने पेइचिंग में अपने कदम रखे। जैसे ही हम हवाई अड्डे पर उतरे, हमारे स्वागत के लिए श्याओयांग हमें लेने के लिए वहां उपस्थित थी। हमें कोई परेशान नहीं हुई। न ही किसी मुश्किल का सामना करना पड़ा।

पेइचिंग हवाई अड्डे उतरने के बाद बहुत अच्छी हवा चल रही थी। सुहावना मौसम था, मैंने बहुत अच्छा महसूस किया। शाम को जब हमें पेइचिंग की सड़कों पर घूमने का मौका मिला, तो ठंडी हवा चल रही थी। लेकिन, मैंने बहुत अच्छा महसूस किया, जैसे भारत में वसंत ऋतु के समय का मौसम होता है, ठीक उसी तरह का मुझे यहां पर लगा।

उस के बाद, हमें श्याओयांग साहिबा हमारे होटल तक ले गयी और हमें वहां पर ठहराया। उस के बाद, हम ने शाम को होटल से करीब पांच सौ मीटर की दूरी पर एक बहुत अच्छे पारम्परिक रेस्तरां में शाम का खाना खाया। उस में चीनी लोगों के साथ बैठकर खाने का बहुत आनंद आया। बेशक समय कम था, लेकिन, उस कम समय में भी बहुत आनंद लिया , खुब अच्छा महसूस लिया। खाना खाने के बाद हम लोग वापस होटल चले गये और आराम किया।