2008-11-27 16:37:17

मुम्बई में आतंकी हमलों से 101 से अधिक लोग मरे

भारत के प्रमुख वाणिज्य शहर मुम्बई में 26 तारीख की रात से 27 तारीख के तड़के तक अनेक आतंकी हमले हुए, जिन में अब तक कम से कम 101 लोगों की जान गंवा पड़ी और 250 से ज्यादा लोग घायल हो गए। यह भारत के असाम राज्य में 30 अक्तूबर को हुए श्रृंखलाबद्ध बम धमाकों के बाद भारत में फिर से हुई एक अत्यन्त खौफनाक हमला घटना है।

स्थानीय पुलिस ने इस की पुष्टि की है कि मुम्बई में श्रृंखलाबद्ध आतंकी हमले 26 तारीख की रात करीब दस बजे शुरू हुई, रात के अंधेरे की आड़ में कुछ अज्ञात हथियारबंद लोगों ने हथगोले और एकी-47 राइफल जैसे स्वचलित हथियारों से मुम्बई के कई सितारा होटलों और पर्यटन स्थलों पर हमले बोले। पुलिस के अनुसार हमले के शिकार स्थलों में पांच सितारा ताजमहल होटल, ओबराए होटल , विश्व सांस्कृतिक धरोहर विक्टोरिया टर्मिनस , मुम्बई नगर पालिका और भारी भीड़-भाड़ वाला बाजार कोलाबा आदि आठ स्थल शामिल हैं। ज्यादा खौफ देने वाली बात यह है कि कुछ आतंकियों ने होटल में घुस कर वहां के लोगों का अगवा कर लिया और पुलिस कर्मियों के साथ गोलीबारी भी की , हजार से अधिक यात्री होटलों में फंस पड़े । भारतीय प्रशासन ने विशेष सैन्य टुकड़ी के जवान भेज कर आतंकियों पर जवाबी प्रहार किया और बंधकों को रिहा कराया । सूत्रों के अनुसार भारत के मशहूर होटल ताजमहल में कम से कम पांच विस्फोट हुए । पुलिस और आतंकियों के बीच चली गोलीबारी से अनेकों लोग हताहत हुए, मृतकों में दो संदिग्ध आतंकी तत्वों के अलावा एक अज्ञान नाम वाला विदेशी व्यक्ति और आतंकियों के खिलाफ लड़ाई में शरीक 10 पुलिसकर्मी और जवान हैं। मुम्बई के आतंक विरोधी विशेष टुकड़ी के कमांडर ने भी अपनी जान का न्योछावर किया ।

अब तक अपने को दक्कन मुजाहिद्दिन बताने वाले एक संगठन ने इस भयंकर हमले की जिम्मेदारी लेने का दावा किया, किन्तु यह पता नहीं चला है कि अखिरकार कितने आतंकी लोगों ने इन हमलों में भाग लिया ।

नया आतंकी हमला होने की आशंका के कारण मुम्बई पुलिस ने स्थानीय निवासियों को सचेत कर दिया कि फिलहाल वे यथासंभव कम बाहर निकले । शहर के विभिन्न कालेज और विश्वविद्याल भी बन्द किए गए और स्थानीय रेल सेवा 6 घंटे तक बन्द की जानी पड़ी । भारतीय सेना और विशेष सैन्य टुकड़ी के जवान आतंकियों की गिरफ्तारी ,तलाशी और जांच पड़ताल में जुट गए। इस के अलावा पूरे भारत में अलॉर्ट लगायी गयी , विभिन्न राज्यों में सुरक्षा की सतर्कता बढ़ाने के लिए तुरंत इंतजाम किया गया ।

भारतीय प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने 26 तारीख की गहरी रात आतंकी हमलों की कड़ी निन्दा की और यह घोषणा की कि आतंकवाद पर करारा प्रहार करने के लिए सरकार हर संभव सहायता देगी । भारतीय गृहमंत्री शिवराज पाटील ने उसी रात मुम्बई पहुंच कर मामले का जायजा शुरू किया । केन्द्र सरकार के आदेश पर 200 सदस्यों की एक आतंक विरोधी टुकड़ी भी समय पर मुम्बई पहुंच कर मामले की जांच पड़ताल में भाग लेने लगी।

भारतीय पुलिस के आरंभिक जांच के मुताबिक यह एक सुनियोजित संगठित आतंकी हमला है। जिस की गंभीरता पहले के किसी भी आतंकी हमले से कहीं अधिक बड़ी है। पहली, आतंकी हमले गहरी रात में हुए , आतंकियों ने रात के अंधेरे की आड़ में धावा बोल कर स्थानीय निवासियों में भारी दहशत पैदा कर दी । दूसरी, आतंकी विस्फोटों के अलावा उन्हों ने हमलों में हथगोलों व एकी—47 राइफलों का इस्तेमाल कर आम लोगों पर हमले किए और पुलिस का मुकाबला करने के लिए फायरिंग भी की । तीसरी , इस हमले में शरीक आतंकियों की संख्या बहुत ज्यादा है और हमले की कार्यवाही बहुत सुक्ष्म योजना से की गयी और हमले अनेक स्थलों में किए गए । इन हमलों में केवल ताजमहल होटल में हुई गोलीबारी में पुलिस ने दो आतंकियों का काम तमाम कर दिया और 9 आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया, अन्य जगह आतंकी छिपेचुपे पुलिस पर गोलीबारी करते रहे । चौथी, आतंकियों के हमलों का निशाना पश्चिमी देशों के लोगों पर है , जिन में अमरीकी और ब्रिटिश हमले के मुख्य निशाने बने । सितारा वाले होटलों पर ज्यादा हमलों के अलावा जान बचा कर बाहर भाग निकले लोगों ने कहा है कि उन्हों ने देखा है कि आतंकियों ने विशेष कर अमरीकी व ब्रिटिश पासपोर्ट रखने वाले लोगों का अपहरण किया है। भारी गड़बड़ी की स्थिति में अब पता भी नहीं चला कि अपहृत बंधकों की अभी क्या हालत है।