2008-11-25 12:22:47

अमरीका सरकार ने सिटी बैंक को संकट से उबारने के लिए अहम कदम उठाया

अमरीका सरकार ने 24 तारीख को अमरीका के सब से बड़े बैंकों में से एक सिटी बैंक को वित्तीय संकट से उबारने के लिए अहम कदम उठाने पर हामी फरी, जिस के अनुसार सरकार न केवल सिटी बैंक में अलग 20 अरब अमरीकी डालर की राशि डालेगी, साथ ही बैंक के खाते में तीन खरब डालर की बुरी राशि के लिए भी प्रतिभूति का बीड़ा उठाएगी। यह सहायता योजना पिछले तीन महीनों के दौरान अमरीका सरकारा द्वारा वित्तीय संस्थाओं को उबारने के लिए उठाया गया तीसरा अहम कमद है ।

अमरीकी वित्त मंत्रालय 24 तारीख को इस बात पर राजी हुआ है कि सिटी ग्रुप, वित्त मंत्रालय, फेडरल रिजर्व तथा फेडरल डिपोजिट इंस्युरेंस कॉपर्रेशन चार पक्षों के बीच गत सप्ताहांत में आपात रूप से निर्धारित की गई धाराओं के मुताबिक सरकार 7 खरब अमरीकी डालर की वित्तीय सहायता राशि में से 20 अरब निकाल कर सिटी बैंक के शेयर खरीदेगी और सिटी ग्रुप सरकार द्वारा ले गयी शेयर पर 8 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर प्रदान करेगा । इस के अलावा सरकार सिटी बैंक के आवास लोन और वाणिज्यिक आवास कर्ज समेत कुल 3 खरब 6 अरब अमरीकी डालर के कर्जों के लिए प्रतिभूति प्रदान करेगी । घाटा बंटवारा नियम के अनुसार यदि सिटी बैंक में घाटा हुई, तो 3 खरब 6 अरब की कुल कर्ज राशि में से 28 अरब से कम की घाटा खुद सिटि को उठानी पड़ेगी । यदि घाटा इस से अधिक हुई, तो अमरीका सरकार घाटे का 90 प्रतिशत भाग उठाएगी, जबकि सिटी ग्रुप शेष 10 प्रतिश की घाटा उठाएगा। सरकार को जो नुकसान लगा , उस की भरपाई 7 खरब डालर की वित्तीय सहायता योजना तथा फेडरल डिपोजिट इंस्युरेंस कॉपरेशन द्वारा मिलकर करेंगे। इस के बदले में सरकार को सिटी बैंक के 7 अरब डालर के प्रेफेरंस शेयर मिलेंगे । इस के अलावा सिटि ग्रुप वित्त मंत्रालय व फेडरल डिपोजिट इंस्युरेंस कॉपरेशन को 25 करोड़ 40 लाख डालर के आम शेयर की गारंटी देगा और 3 खरब 6 अरब अमरीकी डारल से अलग जोखिम पूंजी के लिए अमरीकी फेडरल रिजर्व सिटी ग्रुप को ऐसा कर्ज देगा, जिसे रिकर्वर करने का हक नहीं है ।

दोनों पक्षों में संपन्न समझौते के मुताबिक सिटी ग्रुप को कड़ाई के साथ अपनी कंपनी के मेनेजमेंट स्तर की वेतन योजना का पालन करना चाहिए और फेडरल डिपोजिट इंस्युरेंस कापरेशन द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार 3 खरब अमरीकी डारल की पूंजी में उभरी गिरवी कर्ज समस्या को सुधारना चाहिए। इस के अतिरिक्त सिटी बैंक तीन सालों के भीतर शेयर धारकों को प्रति शेयर पर एक अमरीकी सैंट से अधिक त्रिमासिक बोनस देने की इजाजत नहीं है, सिवाए इस के कि अमरीकी वित्त मंत्रालय , फेडरल रिजर्व और फेडरल डिपोजिट इंस्युरेंस वितरित करने की हरी बत्ती दिखाएं ।

वास्तव में सिटी ग्रुप इतना बड़ा है कि उस के दिवाला होने नहीं दिया जा सकता है। अमरीका के सब से बड़े बैंकों में से एक होने के नाते उस के पास 106 देशों के 20 करोड़ ग्राहक हैं और उस की पूंजी करीब 20 खरब डालर है । यद्यपि इस साल के अक्तूबर में उसे अमरीका सरकार से 25 अरब डालर की सहायता मिली थी, फिर भी पूंजी निवेशकों को डर है कि कहीं सिटी ग्रुप की पूंजी संपत्ति में गंभीर समस्या नहीं उत्पन्न हो जाए, इसी के कारण उस के शेयर में गत सप्ताह में 60 प्रतिशत की गिरावट आयी, जो पिछले 16 सालों में सब से निचे पाइंट पर आया और 21 तारीख को सौदा दिवस बन्द होने तक उस का एक शेयर मात्र 3.77 डालर रह गया । इस के बाद सिटी ग्रुप के उच्च नेतृत्व ने सरकार को सहायता देने का आवेदन करने की योजना पेश की । विभिन्न पक्षों के बीच आपात विचार विमर्श के बाद यह सहमति प्राप्त हुई कि यदि सरकार सफल सहायता योजना बना सके, तो समूची अमरीकी वित्तीय व्यवस्था को स्थिर कर दिया जा सकेगा, यदि सिटी बैंक ग्रुप को संगीन समस्या का सामना करना पड़ा, तो अमरीका की समूची वित्त व्यवस्था और सकल अर्थतंत्र को भारी तबाही पहुंचेगी।

अमरीकी वित्त मंत्रालय, फेडरल रिजर्व और फेडरल डिपोजिट इंस्युरेंस कापरेशन द्वारा संयुक्त रूप से सिटी ग्रुप के लिए जो सुरक्षा कवच बनाया, वह अभूतपूर्व है । यह अमरीकी सरकार द्वारा फांनिए माए और फ्रेडडिए माक को संकट से उबारने के बाद वित्तीय संस्थाओं को बचाने के लिए ले लिया गया एक अहम निर्णय है । विश्लेषकों का मानना है कि सिटी को बचाने की अमरीका सरकार की यह योजना पहले की वित्तीय सहायता योजना का एक परिवर्तित रूप है । वह बैंकों के बुरे कर्जों को खरीदने, फिर बैंकों में सीधे पूंजी डालने के बाद अब पूंजी के निवेश के साथ कर्ज के लिए प्रतिभूति भी देने लगी है।

अमरीका की इस योजना पर वार स्ट्रीट की अच्छी प्रतिक्रिया हुई, उसी दिन सुबह सिटी बैंक के शेयर में 61 प्रतिशत का उछाल हुआ। किन्तु अमरीका सरकार की इस सहायता योजना का दीर्घकालीन अच्छा परिणाम निकलेगा अथवा नहीं, अभी कहना मुश्किल है ।