एपेक के नेताओं का 16वें अनौपचारिक सम्मेलन 23 तारीख को पेरु की राजधानी लीमा में संपन्न हुआ। सम्मेलन में लीमा घोषणा-पत्र और विश्व के अर्थतंत्र संबंधित वक्तव्य जारी किया गया।
एशिया प्रशांत विकास का नया वचन नामक लीमा घोषणा-पत्र में कहा गया है कि हाल में विश्व में वित्तीय संकट एपेक के विभिन्न सदस्यों के सामने आयी सब से गंभीर आर्थिक चुनौतियों में से एक है। सम्मेलन ने विशेष कर इस पर वक्तव्य जारी किया और विभिन्न सदस्यों द्वारा निरंतर बिगड़ने वाली विश्व की आर्थिक परिस्थिति का निपटारा करने और दोहा राऊंड वार्ता में यथाशीघ्र ही संतुलन प्राप्त करने और परिणाम पाने का संकल्प प्रतिबिंबित किया।
विश्व के अर्थंतंत्र पर एपेक संगठन के नेताओं के लीमा वक्तव्य में कहा गया है कि विभिन्न सदस्य चतुर्मुखी कार्यवाई करके हालिया संकट का निपटारा करेंगे। विभिन्न सदस्यों के नेताओं ने वक्तव्य में वचन दिया कि आगामी 12 महीनों में वे पूंजी निवेश, कार्गो और सेवा व्यापार में नयी भर्ती रोकेंगे, निर्यात नियंत्रण के नये कदम नहीं उठाएंगे और विभिन्न क्षेत्रों में निर्यात को प्रेरित करने समेत विश्व व्यापार संगठन के नियम का उल्लंघन करने वाले कदम नहीं उठाएंगे।
सम्मेलन में जारी घोषणा पत्र व वक्तव्य में विभिन्न सदस्यों द्वारा आहार सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण, कारोबारों का सामाजिक कर्त्तव्य, मौसम परिवर्तन और विपत्ति रोकथाम आदि की सहमतियों पर भी प्रकाश डाला गया। (श्याओयांग)