एपेक के नेताओं के अनौपचारिक सम्मेलन के प्रथम दौर की बैठक 22 तारीख को पेरू की राजधानी लीमा में समाप्त हुई ।बैठक के बाद विश्व अर्थतंत्र पर जारी एक व्यक्तव्य में किसी प्रकार की संरक्षणवाद का विरोध व्यक्त किया गया और सहयोग बढाकर वर्तमान अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के मुकाबले के लिए सर्वांगीणपूर्ण व समंलित कदम उठाने का वचन दिया ।
एपेक के नेताओं ने इस व्यक्तव्य में जी -20 ग्रुप के वाशिंटन शिखर सम्मेलन में जारी वक्तव्य का स्वागत किया और वित्तीय बाजार के सुधार के लिए निर्धारित कार्यवाही योजना के समान सिद्धांतों का समर्थन व्यक्त किया ।उन्होंने बल देकर कहा कि वर्तमान परिस्थिति से वित्तीय सुधार और वित्तीय क्षेत्र में एपेक के कार्य क्षमता निर्माण का महत्व जाहिर हुआ है । वित्तीय व्यवस्था अधिक पेचीदा होने के कारण निगरानी तंत्र को अधिक प्रभावी होना चाहिए ।
एपेक के नेताओं ने व्यक्तव्य में सहमति जतायी कि भावी 12 महीने में पूंजी निवेश और वस्तु व सेवा ब्यावार में नयी बाधा से बचने के लिए नये निर्यात नियंत्रित कदम नहीं उठाये जाएगे ।उन्होंने दोहा दौर की वार्ता में संतुलित व बडी उपलब्धि प्राप्त करने की आशा व्यक्त की ।
अमरीकी राष्ट्रपति बुश ने एपेक के औद्योगिक व वाणिज्यक जगत के शिखर सम्मेलन पर भाषण देते हुए एपेक के सदस्यों से एकजुट होकर वित्तीय संकट का मुकाबला करने और व्यापारिक संरक्षणवाद का विरोध करने की अपील की।