20वें एशिया व प्रशांत आर्थिक सहयोग संगठन का मंत्री स्तरीय सम्मेलन 20 तारीख को पेरू की राजधानी लीमा में संपन्न हुआ। सम्मेलन के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में एपेक के सदस्य देशों से हाथ मिलाकर सहयोग करके एक साथ विश्व वित्तीय संकट का मुकाबला करने की अपील की गयी।
वक्तव्य में कहा गया है कि उपस्थितों ने इस वर्ष में एपेक सम्मेलन के मुद्दे एशिया व प्रशांत के विकास के नये वायदे पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। उपस्थितों का समान विचार है कि हाल ही में एपेक के सदस्यों को सब से पहले वित्तीय संकट के प्रति एक तेज़, समन्वयक व कारगर प्रतिक्रिया करनी चाहिए। वह इस बार के एपेक नेताओं के अनौपचारिक सम्मेलन में एक महत्वपूर्ण विषय भी बनेगा। उपस्थित विभिन्न पक्षों ने घनिष्ठ संपर्क रखकर सभी ज़रूरी कदम उठाकर वास्तविक अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और एशिया व प्रशांत क्षेत्र में पूंजी-निवेश व उपभोक्ता स्तर को उन्नत करने का वचन दिया।
उपस्थित मंत्रियों ने वक्तव्य में क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण की प्रक्रिया को मजबूत करने की कोशिश करने, और विश्व व्यापार संगठन के दोहा राऊंट की वार्ता में जल्द से जल्द समझौता प्राप्त करने की बात दोहरायी। वक्तव्य में संबंधित पक्षों से लचीलेपन दिखाकर जल्द से जल्द सब को स्वीकार्य परिणाम प्राप्त करने का आग्रह भी किया गया।
इस के अलावा मंत्रियों ने फिर एक बार एपेक का सुधार करने का वचन दिया, ताकि वह ज्यादा कारगर रूप से 21वीं शताब्दी की चुनौतियों का मुकाबला कर सके।(चंद्रिमा)