2008-11-20 10:23:57

जोर्जिया सवाल पर हुई बैठक में प्रगति

जोर्जिया सवाल पर दूसरी बैठक 19 तारीख को स्विट्जलैड के जेनेवा शहर में आयोजित हुई ।इस अगस्त से रूस और जोर्जिया के बीच मुठभेड होने के बाद दो देशों के प्रतिनिधियों ने पहली बार प्रत्यक्ष वार्ता की ।शरणार्थी व सुरक्षा मुद्दों पर दो कार्य दलों की बैकठों में कुछ प्रगतियां हासिल हुई हैं ।

एक दिन की बैठक बंद द्वार के पीछे चली ।जोर्जिया सवाल पर यूरोपीय संघ के विशेष दूत पियरे मोरेल ने बैठक के बाद मीडिया को बताया कि इस बार पूर्णाधिवेशन आयोजित नहीं हुआ ।दो कार्य दलों ने अलग अलग तौर पर बैठक कर बेघर हुए शरणार्थियों के बंदोबस्त और कौकासुस क्षेत्र की सुरक्षा पर विचार विमर्श किया ।उन्होंने एक ब्यान सुनाकर इस दौर की वार्ता में प्राप्त उपलब्धियों का उच्च मूल्यांकन किया ।ब्यान में कहा गया कि वार्ता में दो कार्यदलों के तहत जोर्जिया सवाल के समाधान करने के ढांचे पर सहमति प्राप्त हुई और 17 व 18 दिसंबर को जेनेवा में तीसरी बैठक आयोजित करने का फैसला किया गया।

दो कार्य दलों की बैठकों में 8 प्रतिनिधि मंडल उपस्थित हुए ।संयुक्त राष्ट्र .यूरोपीय संघ व यूरोपीय सुरक्षा व सहयोग संगठन के प्रतिनिधि मध्यस्थों के रूप में बैठक में दीखे ।रूस ,जोर्जिया ,अमरीका और विवादास्पद क्षेत्र दक्षिण ओसितिया व अबुहाजके प्रतिनिधि वार्ता में उपस्थित हुए ।रूसी प्रतिनिधि मंडल के नेता उप विदेश मंत्री कारासिन थे ,जबकि अमरीकी उपविदेश मंत्री फ्रेड ने अमरीकी प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व किया ।

ध्यान रहे 15 अक्टूबर को उपरोक्त विभिन्नस पक्षों ने जेनेवा में जोर्जिया सवाल पर पहली बैठक की थी ।लेकिन बिना किसी परिणाम के बैठक समाप्त हुई ।क्योंकि रूस ने दक्षिण ओसिटिया व अबुहाज के प्रतिनिधियों को पूर्णाधिवेश में भाग लेने की हैसियत प्रदान करने की मांग की ।यह मांग पूरी नहीं की गयी ।सो रूस बैठक से हट गया ।इस बार बैठक के आयोजकों ने पूर्णाधिवेशन आय़ोजित नहीं किया ,जिस से इस दौर की वार्ता दक्षिण ओसिटिया व अबुहाज के स्थान से जुडे संवेदनशील सवाल से बच गयी ।इस तरह कार्यदलों की बैठक के जरिया रूस और जोर्जिया ने मुठभेड के बाद पहली बार प्रत्यक्ष वार्ता की ।जोर्जिया सवाल पर संयुक्त राष्ट्र विशेष दूत वेर्बेक ने संवाददाताओं को बताया कि इस दौर की बैठक में बडा बदलाव आया है ।विभिन्न पक्षों ने अपना अपना विचार व्यक्त किया और संजीदगी से अन्य़ पक्षों की राय सुनी ।यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मोरेल का कहना है एक बडा कदम उठाया गया है ।अमरीकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मेक्कोर्मेक ने बैठक पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह एक सकारात्मक कदम है ।रूसी उपविदेश मंत्री कारासिन ने कहा कि बैठक से आशा पैदा हुई है ।

सूत्रों के अनुसार बैठक में उपस्थित विभिन्न पक्षों ने दो पहलुओं पर मतैक्य प्राप्त किया है ।एक ,मुटभेड से पैदा हुए 30हजार शरणार्थियों व बेघर वालों को मदद दिया जाए और सर्दी आने के वक्त तंबू समेत राहत सामग्रियां प्रदान किया जाए ।दूसरा ,रूस व जोर्जिया के बीच युद्ध विराम का पालन किया जाए और विभिन्न पक्षों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए ।

बैठक में विभिन्न पक्षों का मानना है कि कौकासुस क्षेत्र की वर्तमान सुरक्षा स्थिति संतोषजनक नहीं है ।रूस ने बल देकर कहा कि जोर्जिया को भविष्य में दक्षिण ओसिटिया व अबुहाज पर प्रहार नहीं करना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को जोर्जिया को हमलावर हथियार निर्यात नहीं करना चाहिए ।

स्थानीय विश्लेषकों के विचार में इस दौर की वार्ता जोर्जिया सवाल के समधान की एक अच्छी शुरूआत है ।प्राप्त हुई उपलब्धियों से विभिन्न पक्षों के सहयोग व पारस्परिक विश्वास को बढावा मिलेगा ।लेकिन जोर्जिया सवाल का पूरा समाधान एक लंबा रास्ता होगा ।क्योंकि मानवीय राहत जैसे मुद्दों पर मतैक्य प्राप्त करना आसान है ,पर दक्षिण ओसिटिया व अबुहाज के स्थान के सवाल जैसे राष्ट्रीय हितों से जुडे सवालों का समाधान मुश्किल होगा ।