2008-11-19 16:47:38

चीन में आर्थिक वृद्धि को बढाने के लिये आधारभूत संस्थापनों के निर्माण पर जोर


दोस्तो , अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संकट से चीन पर पड़ने वाले कुप्रभाव के मुकाबले और अर्थतंत्र के लुढ़कने की रोकथाम के लिये वर्तमान में चीन सरकार ने घरेलू मांगों के विस्तार व आर्थिक वृद्धि बढ़ाने के लिये दस कदम उठाने की घोषणा की है , फलतः आगामी दो वर्षों में चीनी अर्थतंत्र को उत्साहित करने के लिये 40 खरब य्वान अनुदित किया जायेगा , जिस में आधारभूत संस्थापनों के निर्माण में ज्यादा पूंजी लगाया जाना भी शामिल है । 

रिपोर्ट के अनुसार इस 40 खरब य्वान की विशाल योजना का प्रथम कदम है कि केंद्रीय वित्त द्वारा नये प्रदत्त एक खरब य्वान की पूंजी चालू वर्ष के अंत से पहले अमल में लायी जायेगी , जिस का अधिकांश भाग आधारभूत संस्थापनों के निर्माण में किया जायेगा यानी 34 अरब य्वान ग्रामीण जीवन प्रणाली परियोजना और ग्रामीण आधारभूत संस्थापनों के निर्माण में लगाया जायेगा , 25 अरब य्वान का प्रयोग रेललाइनों , राजमार्गों और हवाई अडडों जैसे भारी आधारभूत संस्थापनों में इस्तेमाल किया जायेगा और दस अरब य्वान का प्रयोग निश्चित रिहायशी मकानों के निर्माण में होगा ।

केंद्रीय सरकार के विभिन्न संबंधित विभागों ने उक्त कदमों को अमली जामा पहनाने के लिये तुरंत ही सभी संबंधित स्थानीय विभागों के साथ सम्पर्क कर लिया है । मसलन चीनी मकान , शहरी व ग्रामीण निर्माण मंत्री च्यांग वई ने इस का परिचय देते हुए कहा कि निर्माण मंत्रालय ने फौरन ही योजना बनाकर झोपड़ियों को सुधारने और सस्ते मकानों को बनाने जैसी परियोजनाएं तैयार कर ली । 

चालू वर्ष में केंद्रीय सरकार मध्य पश्चिम चीन में अधिक से अधिक सरकारी सस्ते मकान बनवाने के लिये अतिरिक्त पूंजी अनुदित करेगी , संबंधित विभाग इसी प्रकार वाले मकानों के निर्माण में केंद्रीय पूंजी निवेश का अच्छी तरह इस्तेमान करेंगे ।

केंद्र वित्त ने एक्सप्रेस रेल लाइनों , विशेष कोयला रेललाइनों व पश्चिम भाग में रेल लाइनों समेत 25 प्रमुख निर्माण परियोजनाओं के लिये 15 अरब य्वान की धनराशि जुटायी है । रेल मंत्रालय के प्रवक्ता वांग युंग फिंग ने कहा कि 15 अरब य्वान की धनराशि इसी माह के अंत में प्राप्त होगी , साथ ही अगले वर्ष में रेल लाइनों के निर्माण में 6 खरब य्वान की जरुरत पड़ेगी । उन्हों ने कहा कि बड़े पैमाने वाली रेललाइनों के निर्माण का चीनी आर्थिक विकास के लिये भारी महत्व है । 

मेरे ख्याल से बड़े पैमाने वाली रेल लाइनों का निर्माण घरेलू मांगों को विस्तृत करने और अर्थतंत्र का सतत विकास करने के लिये सकारात्मक महत्व रखता है । सर्वप्रथम , हमारे देश के लिये रेललाइनों के निर्माण में ज्यादा पूंजी लगाना अत्यावश्यक है , इस में पुनः निर्माण और फिजूलखर्ची समस्या नहीं उठती । दूसरी तरफ , रेललाइन देश का सब से अहम आधारभूत संस्थापन ही है , इसी क्षेत्र में भारी धनराशि जुटाने की जरूरत भी है । तीसरी तरफ , वर्तमान में लौहा इस्पात और सीमेंट के दामों में गिरावट आने की स्थिति में रेलवे का कम लागत से विकास होने से समूचे सामाजिक निवेश का लाभ उन्नत होगा और निर्माण की लागत कम भी होगी , इसलिये इस का महत्व अत्यंत सकारात्मक और स्पष्ट है ।

पता चला है कि घरेलू मांगों को विस्तृत करने के लिये 40 खरब य्वान की योजना में केंद्र वित कुछ धनराशि जरूर देगा , पर उस का अधिकांश भाग स्थानीय वित्तीय विभागों को जुटाना ही होगा । चीनी राजकीय विकास व सुधार आयोग के उप प्रधान मू हुंग ने कहा कि संबंधित विभाग इतनी बड़ी धन राशि जुटाने पर संबंधित कदमों पर विचार विमर्ष कर रहे हैं ।

उन का कहना है कि केंद्रीय पूंजी निवेश को छोड़कर बाकी अधिकतर पूंजी जुटाने के लिये स्थानीय सरकारों पर निर्भर रहेगा ।

श्री मू हुंग ने कहा कि परियोजनाओं की गुणवत्ता व पूंजी की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने के लिये यह जरूरी है कि प्रबंधन कार्य संबंधित परियोजनाओं के सही मापदंड पर कायम रहे , परियोजनाओं की योजना व जांच पड़ताल पारदर्शी हो । इस के अतिरिक्त चीनी अनुशासन जांच संस्था जैसी संबंधित संस्थाओं से गठित संयुक्त जांच निरीक्षण दल भी स्थापित हो गया , ताकि समूची पूंजी के प्रयोग की पूरी प्रक्रिया की निगरानी की जा सके ।