2008-11-19 16:06:16

सुधार व खुलेपन के साथ-साथ चीन के प्रकाशन उद्योग में ऐतिहासिक बदलाव हुआ है

कुछ समय पहले संपन्न हुई जर्मन फ़्रेंकफर्ट पुस्तक प्रदर्शनी में संबंधित पक्षों ने यह निश्चित किया है कि अगले वर्ष चीन मुख्य मेहमान देश के रूप में इस प्रदर्शनी में भाग लेगा। तीस वर्ष पहले चीनी दर्शक बहुत मुश्किल से पुस्तक खरीद सकते थे, लेकिन अब चीन मुख्य मेहमान देश के रूप में विश्व की सब से बड़ी पुस्तक प्रदर्शनी में भाग ले सकता है। सुधार व खुलेपन के साथ-साथ चीन के प्रकाशन उद्योग में ऐतिहासिक बदलाव हुआ है। इस लेख में हम एक साथ सुधार व खुलेपन की नीति लागू की जाने के तीस वर्षों में चीनी प्रकाशन उद्योग के विकास का सिंहावलोकन करेंगे।

फ़्रेंकफर्ट पुस्तक प्रदर्शनी विश्व में पुस्तकों का सब से बड़ा व सब से महत्वपूर्ण व्यापार मंच है। अभी-अभी संपन्न हुई 60वीं फ़्रेंकफर्ट पुस्तक प्रदर्शनी में चीनी राष्ट्रीय अखिल प्रेस व प्रकाशन प्रशासन के उपप्रधान सुश्री ली तुंग तुंग ने इस बार के मुख्य मेहमान देश तुर्की के साथ अगले मुख्य मेहमान देश के रुप में हस्तांतरण रस्म में भाग लिया । सुश्री ली तुंग तुंग ने हमारे संवाददाता को विशेष इन्टरव्यू देते समय कहा कि, वर्ष 2009 में चीन मुख्य मेहमान देश के रूप में फ़्रेंकफर्ट पुस्तक प्रदर्शनी में भाग लेगा। यह भी पहली बार है कि चीन इस हैसियत से इस अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेले में भाग लेगा। जिस में हम चीनी प्रकाशन उद्योग के पांच हजार से ज्यादा श्रेष्ठ उत्पाद पेश करेंगे। वे न सिर्फ़ चीनी प्रकाशन उद्योग के विकास के स्तर को प्रतिबिंबित कर सकेंगे, बल्कि सुधार व खुलेपन की नीति लागू की जाने के तीस वर्षों में चीन का प्रतिनिधित्व भी कर सकेंगे।

वर्ष 1966 से वर्ष 1976 तक चले दस वर्ष के सांस्कृतिक महान क्रांतिकारी आंदोलन के दौरान चीन का सांस्कृतिक विकास अवरुद्ध हो गया। अधिकतर प्रकाशन इकाईयां बंद कर दीं गयीं। आंदोलन के बाद चीनी लोगों के ज्ञान सीखने का जोश ज्वालामुखी की तरह उमड़ पड़ा। लेकिन प्रकाशन की बहाली व विकास दर्शकों की मांग पूरी नहीं कर सकी। चीनी प्रकाशन कार्यकर्ता संघ के स्थाई कमेटी के उपाध्यक्ष श्री यांग डे येन ने याद करते हुए कहा कि, वर्ष 1978 की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की ग्यारहवीं केंद्रीय कमेटी के तीसरे पूर्णाधिवेशन के बाद विदेशी भाषा सीखने को प्रोत्साहित किया गया है। उस समय प्रकाशन में पुस्तकों का अकाल था, और नयी पुस्तकें बहुत कम थीं। मेरी याद में《शू क्वो च्यांग अंग्रेज़ी》नामक पुस्तक खरीदने के लिये हजारों लोग लाईन बनाकर इन्तजार कर रहे थे, लेकिन हर दिन कम सप्लाई थी। उस समय विद्यार्थियों के लिए अंग्रेजी सीखने की पुस्तकें नहीं थीं, और शब्दकोष भी नहीं था। साथ ही प्रकाशन की शक्ति बहुत कमज़ोर थी।

श्री यांग डे येन ने उस समय व्यापार प्रेस के विदेशी भाषा विभाग में काम करते थे। 19वीं शताब्दी के अंत में स्थापित की गयी व्यापार प्रेस चीन में सब से पहली आधुनिक प्रकाशन संस्था है, जिस का लक्ष्य पश्चिमी ज्ञान का आयात करना है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की ग्यारहवीं कंद्रीय कमेटी के तीसरे पूर्णाधिवेशन में पेश सुधार व खुलेपन की नीति व जनता के उमड़ रहे विदेशी भाषा सीखने के जोश के अनुकूल व्यापार प्रेस अपने काम में व्यस्त थी। श्री यांग डे येन ने परिचय देते हुए कहा कि, उस समय व्यापार प्रेस ने वर्ष 1978 में तो ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस से संपर्क किया। ऑक्सफ़ोर्ड शब्दकोष व्यापार प्रेस द्वारा प्रकाशित किया गया सब से पहला अंग्रेज़ी शब्दकोष था। छोटे आकार का अंग्रेज़ी चीनी, चीनी अंग्रेज़ी शब्दकोष पिछली शताब्दी के 8वें दशक में प्रकाशित किया गया था। श्री यांग डे येन ने कहा कि अब व्यापार प्रेस में प्रकाशित वस्तुओं की किस्में बहुत हैं। चीनी प्रकाशन उद्योग तीस वर्ष के विकास के बाद अब बहुत समृद्ध स्थिति में है।(चंद्रिमा)