दोस्तो , चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने स्थानीय समय के अनुसार 16 से 17 नवम्बर तक लातिन अमरीकी देश कोस्टारिका की प्रथम राजकीय यात्रा की । कोस्टारिका यात्रा की समाप्ति के बाद राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ क्यूबा और पेरु इन दोनों अमरीकी देशों की यात्रा पर भी जाएंगे और पेरु में होने वाले एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग संगठन के 16 वें अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे । संबंधित विशेषज्ञों का मानना है कि राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ की मौजूदा यात्रा ने लातिन अमरीका के विभिन्न जगतों का व्यापक ध्यान जगा दिया है , जिस से चीन व लातिन अमरीकी देशों के बीच संबंध स्वस्थ व तेज विकसित होंगे ।
गत वर्ष एक जून को चीन व कोस्टारिका के बीच विधिवत रूप से राजनयिक संबंध की स्थापना हुई । पिछले एक साल से अधिक समय में दोनों पक्षों का संबंध तेजी से विकसित होता गया है । गत अक्तूबर को कोस्टारिका के राष्ट्रपति अरियास ने चीन की सफल यात्रा की । जबकि चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ की मौजूदा यात्रा किसी चीनी राज्याध्यक्ष की प्रथम कोस्टारिका यात्रा भी है । चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के लातिन अमरीकी अनुसंधान प्रतिष्ठान के अनुसंधानकर्ता , चीनी लातिन अमरीकी सोसाइटी के उपाध्यक्ष श्यू शह छंग का विचार है कि दोनों देशों के नेताओं की एक दूसरे के यहां की यात्रा निस्संदेह द्विपक्षीय संबंधों के सर्वांगीर्ण विकास को बढावा मिलेगा ।
उन का कहना है कि हू चिन थाओ की मौजूदा यात्रा चीन कोस्टारिका संबंध और चीन मध्य अमरीका संबंध पर भारी प्रभाव डालेगी । मौजूदा यात्रा के दौरान राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने कोस्टारिका के साथ 11 समझौते संपन्न किये और दोनों देशों के राज्याध्यक्षों ने दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते की वार्ता शुरू करने की घोषणा भी की । राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ की इस यात्रा के जरिये द्विपक्षीय संबंध को और बढावा दिया जायेगा ।
श्री श्यू शह छंग ने कहा कि मध्य लातिन अमरीकी क्षेत्र में कोस्टारिका को छोड़कर और कुछ देशों ने अभी तक चीन के साथ राजनयिक संबंध स्थापित नहीं किये हैं । इस माह की पांच तारीख को चीन सरकार द्वारा लातिन अमरीका व कैरिबियन से जुड़ा चीनी नीतिगत दस्तावेज जारी किये जाने और राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ की मौजूदा यात्रा से इसी क्षेत्र को यह सकारात्मक सिगनल दिया गया है कि चीन विभिन्न लातिन अमरीकी देशों , खासकर मध्य लातिन अमरीकी देशों के साथ सकारात्मक राजनयिक संबंध स्थापित करने को तैयार है ।
इस के अतिरिक्त ऐसी पृष्ठभूमि में जबकि भूमंडलीय वित्तीय संकट दिन ब दिन भीषण रूप ले रहा है , राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ की लातिन अमरीकी देशों की यात्रा का विशेष भारी महत्व है । चीन लातिन अमरीका संबंध पर अनुसंधान में लगे अर्जेंटाइन सालता कैथोलिक विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग के प्रधान मार्टिन ने कहा कि लातिन अमरीका में चीनी प्रभाव एशिया प्रशांत क्षेत्रीय आर्थिक व्यापार व व्यवस्थित विकास के लिये अहम महत्व रखता है । उन्हों ने कहा मेरा विचार है कि राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ की मौजूदा यात्रा अत्यंत समयानुकूल है , जिस से लातिन अमरीकी देशों को आगामी कई सालों के विकास के लिये विश्वास व आशा लायी गयी है ।
श्री मार्तिन ने कहा कि इधर सालों में चीन व लातिन अमरीकी देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग सतत रूप से बढ़ रहा है . अधिकाधिक लातिन अमरीकी देश चीनी उद्यमों को आकर्षित करना चाहते हैं । उन्हों ने कहा कि चीन ने लातिन अमरीकी देशों को विकास का मौका पैदा किया है ।
चीन लातिन अमरीकी देशों के लिये आशा का अर्थ है , चीनी अर्थतंत्र का विकास निरंतर होता जा रहा है और घरेलू बाजार की आयातित मांगें भी लगातार बढ़ रही हैं , लातिन अमरीका के बहुत से उत्पादन चीनी बाजार की मांगों को पूरा कर सकते हैं । कहा जा सकता है कि वर्तमान संकट में चीन खलेपन का रुख फिर भी बनाये रखे हुए है, यह लातिन अमरीकी देशों के लिये एक बेहतर मौका ही है ।
उन का मानना है कि राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ की मौजूदा यात्रा ने लातिन अमरीकी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बढ़ाने का चीन का संकल्प दिखा दिया है , लातिन अमरीकी देशों को विकास के मौके का फायदा उठाकर चीन के साथ सकारात्मक सहयोग करना चाहिये ।