समाचार के अनुसार बच्चों की ये वेलफेयर संस्थाएं 2010 में उद्घाटित होंगी । अनाथ व विकलांग बच्चे इन वेलफेयर संस्थाओं में पढ़ेंगे और जीवन बिता सकेंगे।
आंकड़ों के अनुसार सन् 2007 के अंत तक तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में अनाथ व विकलांग बच्चों की संख्या 5000 से ज्यादा हो गई है। अब वे तिब्बत के विभिन्न क्षेत्रों में बसे हुए हैं। (पवन)