2008-11-07 19:13:22

छन वी लिंग की थाएवान यात्रा ने भरपूर उपलब्द्धियां हासिल की हैं


मुख्य भूमि चीन के जलडमरूमध्य आर पार संबंध संघ के निदेशक छन वी लिंग ने 7 तारीख को अपनी थाएवान यात्रा समाप्त की और जलडमरूमध्य आर पार संबंध संघ के प्रतिनिधि मंडल को लेकर पेइचिंग वापस लौट आए हैं। चीनी राज्य परिषद के थाएवान मामला कार्यालय के निदेशक वांग इ न कहा कि श्री छन वी लिंग की इस बार की यात्रा ने दोनों तटों के संबंध में एक नया इतिहास लिखा है, यह एक सृजनात्मक यात्रा है, सहयोग यात्रा और शान्ति यात्रा है । लीजिए प्रस्तुत है इस संदर्भ पर एक रिपोर्ट।


श्री छन वी लिंग ने 7 तारीख की सुबह थाएवान से प्रस्थान होकर पेइचिंग वापस लौट आए हैं। थाएवान के येन सान होटल से रवाना होने से पहले , श्री छन वी लिंग ने उन्हे विदाई देने वाले लोगों से कहा कि वह दोनों तटों के संबंध के विकास पर पूरी तरह आश्वस्त हैं। उन्होने कहा हमें विश्वास है कि हालांकि आने वाला रास्ता बहुत लम्बा है और हमारे बीच इस तरह व उस तरह की अनेक कठिनाईयों से शायद हमें सुलझना होगा, लेकिन हमें कुछ न कुछ तो करना है, दोनों संघ के बीच की बातचीत दोनों तटों के बन्धुओं की अपेक्षा पर पानी नहीं फेरेगी, दोनों तटों के बन्धुओं के हितों व खुशहाली के लिए निरंतर अपना योगदान करती रहेगी।

पेइचिंग वापस लौटने के बाद श्री छन वी लिंग ने हवाई अडडे पर दिए अपने व्याख्यान में कहा दोनों संघ की वार्ता से निकले सुफल परिणाम से अधिकाधिक थाएवान बन्धु खुद इस का लाभ अहसास कर सकेगें और निसंदेह यह दोनों तटों के बन्धुओं के हित में हैं, इस लिए अधिकाधिक थाएवान बन्धु हमारा समर्थन करेगें और हमारे कार्य को समझेगें। इस से हमें विश्वास है कि दोनों तटों का शान्तिपूर्ण विकास का रास्ता अधिकाधिक विशाल होता जाएगा, इसे किसी तरह की खलल व तोड़फोड़ कार्यवाहियां रोक नहीं सकती है।

चीनी राज्य परिषद के ताइ वान मामलात आफिस के प्रधान वांग इ ने हवाई अड्डे जाकर श्री छन यून लिन का स्वागत किया ।उन्होंने अपने भाषण में इस यात्रा का उच्च मूल्यांकन किया ।उन्होंने कहा ,यह नया अध्याय जोडने की यात्रा है ।यह मुख्य भूमि के जलडमरूमध्य के दोनों तटों के संबंध संघ के अध्यक्ष की प्रथम ताइवान यात्रा है ।यात्रा के दौरान दोनों तटों ने पहली बार ताइपेइ में ऑपचारिक वार्ता की ।संघ के अध्यक्ष छन यून लिन और उन के नेतृत्व वाले प्रतिनिधि मंडल ने पहली बार ताइवान द्वीप में व्यापक जगतों के व्यक्तियों से संपर्क किया ।इन प्रगतियों से दो तटों के संबंधों ने एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढाया है और दो पक्षों का सलाह मशविरा तंत्रीकरण के रास्ते पर उतरा है ।

श्री वांग इ ने कहा कि छन यून लिन की ताइवान यात्रा एक सहयोगी यात्रा भी है । मुख्य भूमि की जलडमरूमध्य के दोनों तटों के संबंध संघ ने समानतापूर्ण सलाह मशविरे व समान विजय की भावना के मुताबिक ताइवान की जलडमरूमध्य आर पार कोष के साथ चार महत्वपूर्ण समझौते संपन्न किये औऱ सिलसिलेवार महत्वपूर्ण आदान प्रदान गतिविधियों में भाग लिया ।इन उपलब्धियों ने दो तटों के बंधुओं के लिए ठोस लाभ लाया और दो तटों के संबंधों के शांतिपर्ण विकास को प्रेरणा दी है और दोनों तटों के विभिन्न जगतों की पारस्परिक समझ के लिए नया मंच प्रदान किया । उन्होंने श्री छन यून लिन की ताइवान यात्रा शांतिपूर्ण यात्रा बतायी ।उन्होंने कहा कि मुख्य भूमि की जलडमरूमध्य आर संबंध संघ शांति के अनुसरण के लिए ताइवान की यात्रा की थी ।उन्होंने ताइवान के साथ मैत्रीपूर्ण आवा जाही को मजबूत करने वाली मुख्य भूमि के विभिन्न जगतों की अभिलाषा और दोनों तटों के संबंधों के शांतिपूर्ण विकास की मुख्य भूमि की सदिच्छा का संदेश भी पहुंचाया है ।

श्री वान यी ने कहा कि वर्तमान में दो पक्षों के बीच सलाह मशविरे की व्यवस्था एक नये दौर में दाखिल हुई है ।दो तटों के संबंधों के विकास का उज्जवल भविष्य दीख रहा है ।

अलबत्ता, हमें मालूम है कि भविष्य में और अधिक प्रगित की प्राप्ति में बहुत कठिनाइयां मौजूद हैं, लेकिन दोनों तटों के संबंधों को कोई भी व्यक्ति नहीं तोड़ सकता है और दोनों तटों के बीच आदान प्रदान की इच्छा व दोनों तटों के संबंध का शांतिपूर्ण विकास को भी कोई नाश नहीं कर सकता है।

थाइवान जलडमरूमध्य के दोनों तटों के विभिन्न जगतों के लोग छेन युन लिन की थाइवान यात्रा के दौरान प्राप्त उल्लेखनीय उपलब्धियों का स्वागत करते हैं, जिन में दोनों द्वारा हस्ताक्षरित विमान-परिवहन, नौ-परिवहन, डाक सेवा और खाद्य-पदार्थ सुरक्षा आदि चार सूत्रीय समझौतों पर लोगों का ध्यान केंद्रित हुआ है।

थाइवानी चीनी एयर कंपनी के महानिदेशक वेइ शिंग श्योंग ने कहा कि विमान परिवहन के बारे में हस्ताक्षरित समझौते से दोनों तटों के विमान व्यवसाय को अधिक लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा सप्ताहांत चार्टर यात्री विमान सेवा में प्रतिदिन सेवा बदलेगा, मुझे विश्वास है कि यह बदलाव दोनों तटों के विमान व्यवसाय के लिये लाभदायक होगा।

मुख्यभूमि चीन के थाइवान जलडमरूमध्य के दोनों तटों के नौ परिवहन आदान प्रदान सोसाइटी के निदेशक हू हान शांग के विचार में नौ-परिवहन समझौते से माल के परिवहन में और अधिक सुविधाए हासिल होगीं।

अगर दोनों तटों के बीच व्यापार होगा तो 90 प्रतिशत माल के परिवहन में जहाज का प्रयोग होगा। इसलिये नौ-परिवहन समझौते से दोनों तटों के बीच आर्थिक व व्यापारिक सहयोग व मानव शक्तियों की आवाजाही के लिये लाभदायक है।

विश्लेषकों का मानना है कि इन समझौतों पर हस्ताक्षर करने से यह साबित होता है कि दोनों तटों के बीच विमान, व्यापार, डाक सेवा पर औपचारिक रूप से कायम रहेगा, जो दोनों तटों के लोगों, मालों व व्यापार के आवाजाही के लिये अधिक सुविधाजनक होगा और दोनों तटों के संबंध के शांतिपूर्ण विकास के लिये बहुत महत्वपूर्ण भी होगें।