दर्शकों के गर्मजोशी स्वागत और उत्साह से प्रभावित हो कर बहुत से कला मंडलियों ने अपने अभिनय प्रस्तुति की संख्या बढ़ायी । भारतीय बोलीवूड फिल्मी नृत्य मंडली की सदस्य सुश्री केली अमांदा ने संवाददाता को बतायाः
जब हम ने देखा कि चीनी दर्शक अपने गहन दिल से हमारे अभिनय का स्वागत करते हैं और हमारी कला प्रस्तुति से आनंद उठाते हैं, तो हम बहुत प्रभावित हुए हैं। हम ने सब से अच्छा अभिनय किया है। मुझे लगता है कि हमारे व चीनी दर्शकों के बीच आदान प्रदान सफल रही है।
थिएटर कला प्रस्तुति के अलावा, मौजूदा एशियाई कला दिवस का सब से महत्वपूर्ण भाग ऐशियाई फिल्मों की प्रदर्शनी है, दिवस के दिनों हनान लोगों के लिये सौ एशियाई श्रेष्ठ फिल्में दिखाई गयीं। ये फिल्में जङ चाओ व खाइ फिंग के विभिन्न थिएटरों, सीनेमा घरों, विश्वविद्यालयों के भवनों, शहरी चौकों व निवासियों की रिहाईशी बस्तियों में दिखाई गयीं। इन फिल्मों में विश्वविख्यात पुरानी फिल्म भी हैं और अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित की गयी फिल्म भी । जिन्हें देखने के बाद दर्शकों को आनंद के साथ शिक्षा भी प्राप्त हुई है।
हनान प्रांत के गांव से आए और जङ चाओ तकनीक कालेज में पढ़ने वाले छात्र वांग पिन ने संवाददाता को बतायाः
मुझे बहुत खुशी है कि यहां इतनी ज्यादा अच्छी एशियाई फिल्में देखने को मिली हैं। उदाहरण के लिये, जापान की प्रसिद्ध फिल्म मांहुंट मुझे बहुत पसंद है ,बहुत दिनों से उसे देखना चाहता हूं । अब मुझे आखिरकार उसे देखने का मौका मिला है और मुझे अनंत प्रसन्नता हुई हैं । फिल्म प्रदर्शनी के दौरान मैं यहां दिखाई जाने वाली सभी फिल्में देखना चाहता हूं।
कला प्रस्तुति व फिल्म देखने के अलावा हनान के नागरिक जङ चाओ व खाइ फिंग के कुछ बड़े बड़े पार्कों में एशियाई कला दिवस की पार्क आधारित सांस्कृतिक गतिविधि में भी भाग ले सकते हैं , वहां आतिशबाजी , ड्रैगन नृत्य और सिंह नृत्य जैसी परम्परागत सांस्कृतिक प्रस्तुति हुआ करती है।
एक पार्क में संवाददाता ने देखा कि प्राइमरी स्कूल के सौ छात्र मैदान में चित्र बना रहे थे। पार्क में हनान के स्थानीय ओपेरा व चित्र प्रदर्शनी भी हैं। कुछ लोक शिल्पियों ने मौके पर अपनी विशेष कला क्षमता भी दिखाई। मिट्टी से कलाकृति बनाने वाले उस्ताद श्री ल्यू जिन छिंग ने संवाददाता से कहाः
इन दिनों, विदेशी दोस्तों ने हमें रंगबिरंगे कार्यक्रम दिखाए हैं। अब हम उन के सामने चीन की दुर्लभ विशेष शिल्प कला दिखाना चाहते हैं। आशा है कि इस के जरिये वे हनान की याद कर सकते है और आगे फिर मौका मिलेगा तो वापस लौट सकेंगे।
10वां एशियाई कला दिवस अब समाप्त हो गया है। याद है कि चीनी संस्कृति मंत्री छाइ वू ने कला दिवस के उद्धाटन समारोह में कहा था कि विभिन्न देशों के बीच आवाजाही जनताओं के बीच आदान प्रदान से घनिष्ट जुड़ी हुई है, जो इधर के सालों में चीन द्वारा आयोजित एशियई कला दिवस का मुख्य उद्देश्य है और एशियाई देशों के कलाकारों की समान अभिलाषा भी है ।(रूपा)