2008-11-06 18:45:34

विश्व के आगे चीन अधिक आश्वस्त और उदारपूर्ण होता जा रहा है

पिछले 30 सालों के सुधार व खुलेपन ने चीन और बाहरी दुनिया के साथ स्नेहपूर्ण संबंध कायम किए हैं। चीन और दुनिया के बीच स्नेहपूर्ण संबंध दिनोंदिन गहन होता जा रहा है, चीनी लोगों की मनभावना में भी भारी परिवर्तन हुआ है।

मैं और आप नाम के 2008 औलम्पिक मुख्य गीत को सुन कर आप और अजनबी के बीच कोई अन्तराल नहीं रहेगा। ओलम्पिक ने लोगों के मन में चीन के प्रति अति शानदार छवि छोड़ी है। लेकिन मत भूलिएगा, इस से पहले चीन ने बर्फबारी विपदा और भीषण भूंकप का सामना किया था। इस भंयकर विपदा के आगे चीन ने विश्वास भरे स्वर में कहा था कि हम जरूर एक विशेष और सबसे उंचे स्तर वाले ओलम्पिक का आयोजन करेगें। इस तरह की विश्वासनीयता सुधार और खुलेपन से हासिल राष्ट्रीय शक्ति और चीनी राष्ट्र की एकजुटता को जाती है । परन्तु इस तरह का हौसला केवल एक दिन में पैदा नहीं हुआ था।

30 साल पहले चीन सादा जीवन और सरल जीवन बिता रहा था, चीन का दरवाजा दुनिया के लिए बन्द था। चीन को बाहर की ओर खोलते समय चीनी लोगों ने बड़े अचंभे से चमकती दमकती दुनिया देखी, चीनी लोगों के मन में अमीरी जीवन बिताने की तमन्ना जाग उठी। देश के खुलेपन और राष्ट्र की शक्ति के उन्नत होने की बदौलत , चीनी लोगों ने विदेशों के समुन्नत तकनीक और संस्कृति को तन मन से सीखना शुरू किया। चीन में पर्यटन चालू होने लगा, नयी और बुरी चीजें चीन में आने लगी। बाजार प्रतिस्पर्धा के दिनोंदिन तीव्र होने से मुनाफा बड़ा भी और घटा भी, अधिकाधिक लोगों ने किस तरह अपने राष्ट्रीय ब्रांड को दुनिया में रौशन करने और अधिकाधिक पैसा कमाने पर दिमाग लड़ाना शुरू कर दिया, चीन के मशहूर हाएअर, लेनोवो, गेली आदि अन्तरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा शक्ति हासिल करने वाले ब्रांडों ने दुनिया में अपना कब्जा जमाना शुरू कर दिया।

रंगबिरंगी विदेशी संस्कृतियों ने चीनी लोगों को एक नया अहसास दिलाया। रौक, स्ट्रीट डान्स आदि गीत संगीत नौजवान लोगों के बीच लोकप्रिय होने लगे, परन्तु इस के साथ चीन एक समय तक अपनी संस्कृति भूल बैठा और कुछ लोगों ने उसे पुराना व पिछड़ापन कह कर ठुकरा दिया। लेकिन आहिस्ता आहिस्ता लोगों ने महसूस किया कि चीनी संस्कृति की मनोहरता विदेशों में कहीं अधिक आकर्षक हैं। 2002 से 2006 में चीनी मशहूर गीत जेसमीन फूल आदि गीतों और संगीतो ने सिडनी ओपेरा हाउस, वियना पेलेस व अमरीका के कैनेडी कला केन्द्र में धूम मचा दी।

जल्द ही चीनी संस्कृति ने फ्रांस, रूस आदि देशों में चीनी संस्कृति की ज्वलंत को और आगे बढ़ा दिया। वर्तमान दुनिया में 200 से अधिक चीनी कालेजों की स्थापना की जा चुकी है, पूरी दुनिया के 3 करोड़ से अधिक लोगों ने चीनी भाषा सीखना शुरू कर दिया है, वे चीन में नौकरी करने व अपनी माहिरता दिखाने के लिए उत्सुक हैं। करीब 90 प्रतिशत चीनी लोगों का मानना है कि चीन का भविष्य और अधिक उज्जवल होगा, इस से देखा जा सकता है कि चीनी लोगों की विश्वासनीयता कितनी बढ़ गयी है। चीनी शीर्ष नेता ने भी अधिक खुलेपन चीन को दुनिया के साथ जोड़ने का वचन दिया है।

चीनी लोगों के मन में उदारता भी बढ़ने लगी है। चीन ने दुनिया के प्रभुतावादी देश व चन्द पश्चिमी देशों ने मानवाधिकार व पर्यावरण के नाम से चीन पर दबाव ही नहीं डाला है, बल्कि हांगकांग,थाएवान और तिब्ब्त आदि चीन के अन्दरूनी मामलों को लेकर चीन पर मनमानी प्रहार करते रहे है और जगह जगह चीन की छवि पर काला धब्बा डालते रहे हैं। और तो और दुनिया भर में चीन का खतरा, चीन का विस्तारवाद आदि दलीलों को भी फैलाया है,यहां तक कि चीन द्वारा ओलम्पिक के आयोजन कार्वाहियों पर बराबर दबाव डालने , रोक व कलंक लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। लेकिन चीनी नेताओं और चीनी जनता ने उदारपूर्ण और शान्त भावना से इन दबावों व धमकियों को सही तरह सुलझाया है और इन प्रहारों के आगे अपने हौसले को कमजोर नहीं किया।

आज चीन अन्तरराष्ट्रीय राजनीतिक अर्थतंत्र की उचित , युक्तियुक्त व नयी व्यवस्था कायम करने में संलग्न हैं और संयुक्त राष्ट्र आदि अन्तरराष्ट्रीय संगठनों तथा आसियान संगठन आदि क्षेत्रीय संगठनो में अपनी सकारत्मक व महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। चीन भविष्य दुनिया के विशाल मंच में दुनिया के सभी दोस्तों के साथ मिलकर अधिक रंगीन व शानदार दुनिया के निर्माण में अपना योगदान करता रहेगा।