2008-11-06 16:43:04

युरोपीय संघ युरोप-अमरीका संबंध के नये मौके की प्रतिक्षा में है

अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार श्री ओबामा की विजय के साथ समाप्त हो गया। युरोपीय कमेटी के अध्यक्ष श्री बारोसो ने पांच तारीख को वक्तव्य जारी कर श्री ओबामा को बधाई दी और कहा कि युरोप व अमरीका द्वारा द्विपक्षीय संबंधों का वचन निभाने का मौका आ चुका है। विश्लेषकों का मानना है कि अमरीका के प्रथम अफ्रीकी मूल के राष्ट्रपति के सामने युरोप व अमरीका के संबंधों के नये मौके व चुनौतियां मौजूद हैं।

श्री बारोसो के अलावा, फ्रांसिसी राष्ट्रपति सार्कोजी, जर्मनी प्रधान मंत्री मर्कल और ब्रिटिश प्रधान मंत्री ब्राऊन आदि युरोप के विभिन्न बड़े देशों के नेताओं और विदेशी नीति व सुरक्षा नीति के जिम्मेदार वरिष्ठ प्रतिनिधि सोलाना और नाटो के महा सचिव हूप शेफर आदि नेताओं ने श्री ओबामा को बधाई दी। जबकि युरोप में विभिन्न जगहों पर नागरिकों ने बड़ी तादाद में अमरीकी आम चुनाव का सीधा प्रसारण देखा और श्री ओबामा की विजय की खबर पा कर खुशी से ऊछल पड़े । विश्लेषकों का मानना है कि यह स्थिति वर्ष 1960 में श्री कैनेडी के अमरीकी राष्ट्रपति चुने जाने के समान है ।

वास्तव में युरोपीय देशों में सरकारी अधिकारियों से आम नागरिकों तक, अधिकांश लोग श्री ओबामा के समर्थक हैं। चार तारीख को ब्रुसेल्स में बैठक में भाग लेने वाले युरोपीय संघ के अनेक देशों के वित्त मंत्रियों ने एक स्वर में कहा कि वे लोग श्री ओबामा के अगले अमरीकी राष्ट्रपति का पद संभालने का समर्थन करते हैं। यूरो ग्रुप के अध्यक्ष, लग्सन्बर्ग के प्रधान मंत्री श्री चुनकर ने चार तारीख को युरोपीय संसद में भाषण देते समय स्पष्ट रुप से कहा कि यदि वे एक अमरीकी होते, तो अवश्य ही श्री ओबामा के पक्ष में मत डालते। इस वर्ष फरवरी माह से युरोपीय देशों में शुरु हुए सिलसिलेवार जनमत संग्रहों से जाहिर है कि युरोपीय देशों के अधिकांश नागरिक श्री ओबामा का समर्थन करते हैं। जबकि फ्रांस द्वारा पांच तारीख को जारी एक जनमत जांच परिणाम से जाहिर है कि 84 प्रतिशत से ज्यादा फ्रांसीसी श्री ओबामा की विजय पर संतुष्ट हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि युरोप में लोगों द्वारा श्री ओबामा को समर्थन देने का एक महत्वपूर्ण कारण यह है कि वे बदलाव चाहते हैं। और रिपब्लिकन पार्टी की तुलना में डेमोक्रेटिक पार्टी अमरीका व युरोप के बीच परम्परागत मित्र देशों के संबंधों की बहाली कर सकती है और विश्व की व्यवस्था की समान रक्षा कर सकती है।

युरोपीय कमेटी के अध्यक्ष बारोसो के अनुसार, युरोपीय संघ ने श्री ओबामा से युरोपीय संघ के साथ मिलकर अर्थतंत्र की नयी व्यवस्था की रचने की मांग की है। श्री बारोसो ने माना कि हालिया विश्व वित्तीय संकट के साथ एक नया मौका भी हाथ आ रहा है।लोगों को एक नयी दुनिया के बारे में नयी सहमति प्राप्त करने की ज़रूरत है। श्री बारोसो ने आशा जताई कि श्री ओबामा के नेतृत्व में अमरीका युरोप के साथ मिलकर इस नयी सहमति को प्राप्त कर सकेगा। लेकिन, कुछ युरोपीय नेताओं ने यह भी माना कि युरोप के साथ अमरीका के मूल संबंध में भारी परिवर्तन नहीं आएगा। लग्सन्बर्ग के प्रधान मंत्री चुनकर ने कहा कि चाहे अमरीका के नये राष्ट्रपति युरोप के कल्याण पर ज्यादा ध्यान दें, तो भी वे युरोप से और ज्यादा जिम्मेदारी उठाने की मांग करेंगे। विश्लेषकों ने कहा कि युरोप अमरीका के साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय में और स्पष्ट भूमिका अदा करना चाहता है। बहुपक्षवाद की नीति अपनाने वाली अमरीकी डेमोक्रेटिक पार्टी संभवतः युरोप को एक एसा मौका दे सकेगी।

क्या ओबामा सच्चे माइने में युरोप के लिए यथार्थ लाभ ला सकेंगे, अभी यह कहना कठिन है। विश्लेषकों का मानना है कि हालांकि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था का पुनः निर्माण करने में श्री ओबामा और युरोपीय संघ के विचार समान हैं, फिर भी श्री ओबामा अमरीकी राष्ट्रपति हैं। उन के सत्ता पर आने के बाद सर्वप्रथम उन्हें अमरीका के अर्थतंत्र के पुनरुत्थान का काम करना होगा। कुछ लोगों ने यह माना कि श्री ओबामा एक राजनीतिज्ञ हैं। चुनाव में विजय पाने के बाद और सत्ता में आने के बाद उन की नीति अभी भी मालूम नहीं है। कुछ विशेषज्ञों ने कहा कि श्री ओबामा राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अमरीका के एक महाशक्ति होने की स्थिति को आसानी से नहीं बदलेंगे, इसलिए, युरोप व अमरीका के संबंधों में भारी परिवर्तन आना आसान बात नहीं होगी।(श्याओयांग)