《शा च्या बांग》एक आधुनिक पेइचिंग ऑपेरा है। इस ऑपेरा में चीन के राष्ट्रीय क्रांतिकारी युद्ध की कहानी बतायी गयी है, जो पिछली शताब्दी के छठे व सातवें दशक में सारे चीन में बहुत लोकप्रिय थी। उस जमाने में आध्यात्मिक जीवन बहुत नीरस था। वर्तमान पीढी के चीनी युवाओं को उस समय के नीरस जीवन को समझ सकना कठिन है। उस समय एक साधारण परिवार में टी.वी. नहीं होता था। शहर में काराऑके या डिस्को हॉल नहीं थे। कुछ नाटकघर थे जहां एक《शा च्या बांग》ही ऑपेरा साल भर प्रदर्शित किया जाता था।
50 साल के श्री च्यांन यू ने इस इतिहास को अपनी आंखों से देखा है कि किस प्रकार चीन का विदेशों के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान विकसित हुआ। अब श्री च्यांन चीनी वैदेशिक संस्कृति ग्रुप के महानिदेशक हैं, और वे चीन में प्रस्तुति व प्रदर्शन के सब से प्रसिद्ध नियोजकों व प्रबंधकों में से एक हैं। साथ ही वे वैदेशिक सांस्कृतिक संपर्क देखने वाले एक अधिकारी भी थे। वर्ष 1982 में विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद श्री च्यांग ने चीनी संस्कृति मंत्रालय के वैदेशिक सांस्कृतिक संपर्क ब्यूरो में काम करना शुरू किया। आरंभ के कई वर्षों में वे मुख्य तौर पर एशिया, अफ़्रीका व लेटिन अमरीका से आए सरकारी सांस्कृतिक आदान-प्रदान मंडलों का स्वागत करते थे। वर्ष 1990 में श्री च्यांग ने सरकारी अधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया, और प्रस्तुति व प्रदर्शन का प्रसार-प्रचार कार्य करने लगे। उन्होंने कहा कि, तीस वर्षों के बाद अब प्रस्तुतियों की संख्या इतनी अधिक हो गई है कि हर तिमाही, हर महीने, यहां तक कि हर हफ्ते बहुत सी श्रेष्ठ प्रस्तुतियां चीन के विभिन्न शहरों में पेश की जाती हैं। उदाहरण के लिये पेइचिंग में राष्ट्रीय महा नाटकघर समेत प्रमुख नाटकघरों में हर रात को प्रस्तुतियां होती हैं, और हर दिन विदेशी प्रस्तुतियां भी होती हैं। यूरोप, अमरीका, एशिया, अफ़्रीका, लेटिन अमरीका, अरब संसार से कई मंडलियां यहां आकर अपने शो पेश करती हैं। रंगबिरंगी प्रस्तुतियों से चीन के सांस्कृतिक आदान-प्रदान की समृद्ध स्थिति बनी हुई है। मेरे ख्याल से यह तो तीस वर्षों में सब से बड़ा परिवर्तन है।
श्री च्यांग यू ने कहा कि अब चीन के प्रस्तुति बाजार में इतना समृद्ध दृश्य होगा ,उस समय उन्होंने नहीं सोचा था।
श्री शिंजी तानिमुरा जापान के प्रसिद्ध संगीतकार हैं। इस वर्ष के पेइचिंग ऑलंपिक के दौरान उन्होंने निमंत्रण पर चीन आकर एशिया की रात्रि नामक एक प्रस्तुति में भाग लिया। वास्तव में 27 वर्ष पहले श्री शिंजी तानिमुरा चीन के मंच पर आए। उन्होंने पेइचिंग मजदूर व्यायामशाला में चीनी गायकों के साथ हाथों में हाथ नामक पेइचिंग संगीत समारोह का आयोजन किया।(चंद्रिमा)